UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 07 November 2020
UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 07 November 2020
::National::
देश के नए मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किये गए यशवर्धन कुमार सिन्हा
- यशवर्धन कुमार सिन्हा ने शनिवार को मुख्य सूचना आयुक्त (CIC) के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है। बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में सिन्हा को शपथ दिलाई।
- इस साल 26 अगस्त को बिमल जुल्का का कार्यकाल पूरा होने के बाद दो महीने से ज्यादा समय से मुख्य सूचना आयुक्त का पद खाली पड़ा था। सिन्हा ने एक जनवरी 2019 को सूचना आयुक्त का पद संभाला था। वह ब्रिटेन और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। बतौर सीआईसी, 62 वर्षीय सिन्हा का कार्यकाल करीब तीन वर्षों का होगा।
- सीआईसी या सूचना आयुक्त की नियुक्ति पांच वर्ष के लिए या 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक के लिए की जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति द्वारा सिन्हा का चयन किया गया है। मोदी के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और गृह मंत्री अमित शाह इस समिति के सदस्य हैं।
- इस समय वनाजा एन सरना, नीरज कुमार गुप्ता, सुरेश चंद्र और अमिता पांडोवे अन्य सूचना आयुक्त हैं। सूचना आयोग में अब भी तीन सूचना आयुक्तों के पद खाली है। सूचना का अधिकार कानून के तहत मुख्य सूचना आयुक्त के साथ इस संस्था में कुल 10 सूचना आयुक्त होने चाहिए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आईआईटी खड़गपुर में भारतीय ज्ञान प्रणाली के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की घोषणा की
- केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आज आईआईटी खड़गपुर में भारतीय ज्ञान प्रणाली के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की घोषणा की।
- संस्थान द्वारा 6-8 नवंबर, 2020 तक चलने वाले “भारत तीर्थ” नाम के इस अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार का उद्घाटन करते हुए, मुख्य अतिथि श्री पोखरियाल ने भारतीय ज्ञान प्रणाली की विभिन्न शाखाओं में लगातार काम करने के लिए संस्थान को बधाई दी।
- उन्होंने कहा, “भारत में अध्ययन, अकादमिक नेटवर्क्स के लिए वैश्विक पहल (जीआईएन), जीआईएन और अन्य वित्तपोषित कार्यक्रम सरीखी पहलें वैश्विक छात्रों और शोधार्थी समुदायों में इसके प्रसार के लिए सही संसाधन साबित हो सकती हैं।” उन्होंने भारत की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए शोध में उत्कृष्टता लाने का आवाहन किया जो सदियों से हो रही उथल-पुथल के बाद भी बरकरार है।
- विशिष्ट अतिथि श्री संजय धोत्रे ने वर्तमान समय में भारतीय ज्ञान प्रणाली में अन्तर्विषयक प्रकृति के गंभीर अध्ययन और विश्लेषण की आवश्यकता पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, “अतीत की शानदार उपलब्धियां हमें प्रेरित कर सकती हैं मगर वर्तमान में हमें प्रतिस्पर्धा में नहीं रख सकतीं।
- उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भारत की इस भावना को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा, “एनईपी 2020 केवल संज्ञानात्मक क्षमताओं पर आधारित नहीं है बल्कि सामाजिक, नैतिक और भावनात्मक क्षमता पर भी आधारित है जो सभी छात्रों के लिए, उनकी भौगोलिक, आर्थिक और सामाजिक स्थिति के बावजूद, विशेषकर ऐतिहासिक रूप से हाशिए और वंचित समूहों के सभी छात्रों के लिए गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित करेगी।” आईआईटी खड़गपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर विरेंद्र के तिवारी ने प्रतिष्ठित शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान करते हुए भारतीय वैज्ञानिक विरासत पर शोधकार्य को स्वीकार और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर अपने विचार रखे।
- इस तीन दिवसीय वेबिनार में भारतीय अध्ययन करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय दिग्गज भी अर्थशास्त्र (इकोनॉमिक्स), प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण के लिए संस्कृत, वैदिक और प्राचीन भारतीय गणित- अंक प्रणाली, बीजगणित और ज्यामितीय, रसायन (कैमिकल साइंस), आयुर्वेद (जैव विज्ञान), ज्योतिर तथा महाजगतिका विद्या (स्थितीय और खगोलीय विज्ञान), प्राकृति विद्या (सांसारिक/भौतिक विज्ञान/परिस्थितिकी और वायुमंडलीय विज्ञान) और नंदन तथ्य तथा वास्तु विद्या (पुरातत्व, चिन्ह विज्ञान और वास्तुकला) पर बात करेंगे।
UPSC सामान्य अध्ययन प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा (Combo) Study Kit
UPSC सामान्य अध्ययन (GS) प्रारंभिक परीक्षा (Pre) पेपर-1 स्टडी किट
::international::
भारत और फिलीपीन ने रक्षा और सामुद्रिक सहयोग को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता जतायी
- भारत और फिलीपीन ने रक्षा और सामुद्रिक सहयोग, विशेष रूप से सैन्य प्रशिक्षण तथा रक्षा उपकरणों की खरीद, के क्षेत्रों में आपसी संबंधों को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जतायी। दोनों राष्ट्रों द्वारा रक्षा और सामुद्रिक सहयोग बढ़ाने का संकल्प ऐसे समय लिया गया है जब पूर्वी लद्दाख, दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन विस्तारवादी रुख अपना रहा है।
- द्विपक्षीय सहयोग पर भारत-फिलीपीन संयुक्त आयोग की चौथी बैठक ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई और इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा फिलीपीन में उनके समकक्ष टेओडोरो लोक्सिन जूनियर एल. ने इसकी सह-अध्यक्षता की।
- विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों में पारस्परिक महत्व के कई मुद्दों पर चर्चा की और भारत-फिलीपीन के हालिया संबंधों की समीक्षा करते हुए व्यापक स्तर पर भविष्य की रूपरेखा पर विचार किया।
- इसके अलावा दोनों देशों के मंत्रियों ने रक्षा और सामुद्रिक क्षेत्र में सहयोग के साथ ही सैन्य प्रशिक्षण और शिक्षा, क्षमता निर्माण, नियमित रूप से एक दूसरे के देश का दौरा करने तथा रक्षा उपकरणों की खरीद से संबंधित मुद्दों पर आपसी सहयोग को मजबूत करने पर बल दिया।
::Economy::
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार $ 560.715 बिलियन पर पहुंचा
- देश का विदेशी मुद्रा भंडार 30 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 18.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 560.715 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को इसके आंकड़े जारी किए। इससे पिछले 23 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5.41 अरब डॉलर बढ़कर 560.53 अरब डॉलर रहा था।
- समीक्षावधि में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने की अहम वजह विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) का बढ़ना है। एफसीए कुल विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होता है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार समीक्षावधि में एफसीए 81.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 518.34 अरब डॉलर हो गया। एफसीए को दर्शाया डॉलर में जाता है, लेकिन इसमें यूरो, पौंड और येन जैसी अन्य विदेशी मुद्राएं भी शामिल होती है।
- इस दौरान देश का स्वर्ण भंडार 60.1 करोड़ डॉलर घटकर 36.26 अरब डॉलर का रह गया। देश को अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (आईएमएफ) से मिला विशेष आहरण अधिकार 60 लाख डॉलर घटकर 1.482 अरब डॉलर रह गया। वहीं, समीक्षावधि में देश का आईएमएफ के पास जमा मुद्रा भंडार 2.5 करोड़ डॉलर घटकर 4.64 अरब डॉलर रह गया।
SCIENCE AND TECH
विश्वस्तर पर ‘युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण की रोकथाम के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ मनाया गया
- विश्वस्तर पर 6 नवम्बर 2015 को “इंटरनेशनल डे फॉर प्रीवेंटिंग एक्स्प्लॉयटेशन ऑफ़ एनवायरमेंट इन वार एंड आर्म्ड कनफ्लिक्ट” अर्थात युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण की रोकथाम के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया गया.
- संयुक्त राष्ट्र ने 5 नवम्बर 2001 को 6 नवम्बर को ‘इंटरनेशनल डे फॉर प्रीवेंटिंग एक्स्प्लॉयटेशन ऑफ़ एनवायरमेंट इन वार एंड आर्म्ड कनफ्लिक्ट’ के रूप में मनाने की घोषणा की. इस दिवस का उद्देश्य युद्ध में होने वाली पर्यावरण क्षति के संरक्षण प्रति सदस्य राष्ट्रों को जागरूक करना है.
- प्रायः युद्ध क्षति को मृत सैनिकों और नागरिकों की संख्या, नष्ट हुई जीविका और शहरों की संख्या तक सीमित समझा जाता है. परन्तु युद्ध के दौरान कई बार सामरिक लाभ के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कुँए के जल, फसलों, जंगलों, मृदा की उर्वरता को क्षति पहुंचाई जाती है.
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के अनुसार पिछले 60 वर्षों में 40 प्रतिशत आंतरिक विद्रोह के कारण प्राकतिक संसाधनों का भारी नुकसान हुआ है. इसके अतिरिक्त इन विद्रोहों में लकड़ी, हीरे, सोने और तेल जैसे उच्च मूल्य के संसाधन और उर्वरक एवं जल जैसे सीमित संसाधनों ने भी भारी क्षति का सामना किया है.
- विदित हो प्रायः 6 नवम्बर को ‘वर्ल्ड डे टू प्रोटेक्ट द एनवायरनमेंट इन वॉर’ के रूप में भी जाना जाता है.