UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 08 January 2019
UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 08 January 2019
:: राष्ट्रीय ::
ईवीएम से नहीं हो सकती छेड़छाड़ : मुख्य चुनाव आयुक्त
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देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आज कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़खानी नहीं की जा सकती और विशेषज्ञों की एक समिति ईवीएम के काम पर नजर रख रही है।
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अरोड़ा ने पीजीआई के नए शैक्षणिक सत्र के उद्घाटन के मौके पर कहा कि प्रणाली की प्रामाणिकता पर संदेह का कोई कारण नहीं है।
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उन्होंने कहा, ‘चूंकि यहां बहुत सारे तकनीकीविद बैठे हैं, ऐसे में मैं आपको अवश्य बताना चाहूंगा कि ईवीएम की पूरी प्रक्रिया पर अति कुशल तकनीकी समिति नजर रख रही है।’
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उन्होंने कहा कि समिति के सदस्य ऐसे लोग नहीं हैं जिनसे संपर्क साधा जा सकता है या जिन पर दबाव बनाया जा सकता है, या फिर उन्हें बहलाया-फुसलाया जा सकता है।
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ईवीएम में छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘…भारत के हर नागरिक को यह जान लेना चाहिए कि यह कोई ऐसी मशीन नहीं है जिससे छेड़छाड़ की जा सकती है।
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छेड़छाड़ और गड़बड़ी में फर्क होता है। कोई भी मशीन गड़बड़ हो सकती है।
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आप नयी कार खरीदते हैं और यह एक ही हफ्ते में गड़बड़ हो सकती है..।’
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उन्होंने कहा, इन दिनों ईवीएम के बारे में बहुत चर्चा होती है।
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मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो सामान्यत: साक्षात्कार देता हूं लेकिन हाल ही में मुझे एक या दो साक्षात्कार देने पड़े और मैंने कहा कि भारत में 2014 में चुनाव हुए थे और आपके सामने ‘एक्स’ परिणाम आया था और फिर दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुए और आपके सामने ‘वाई’ नतीजा आया।’
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मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए और हमारे सामने अलग परिणाम आए।
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इन सब के बीच उपचुनाव भी हुए और उनके भी नतीजे अलग-अलग थे।
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क्या ऐसा हो सकता है यदि परिणाम एक्स ही होता, ईवीएम त्रुटिपूर्ण होतीं और जब वाई परिणाम सामने आया तब (क्या) ईवीएम में किसी तरह की गड़बड़ी थी?’ उन्होंने कहा, ‘‘वयस्क सार्वभौमिक मताधिकार को चुनाव का आधार बनाने वाले अपने संविधान निर्माताओं को इसका सारा श्रेय जाता है।
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उन्हें स्वायत्त चुनाव आयोग के महत्व का भी अहसास हुआ।’ वह यहां ‘आगे का रास्ता-अवसर और चुनौतियां’ विषय पर बात कर रहे थे।
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आगामी लोकसभा चुनावों पर सीईसी ने कहा, ‘हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे और मुझे विश्वास है कि हम एक विश्वसनीय, निष्पक्ष, तटस्थ और नैतिक चुनाव कराने में सफल होंगे।” पीजीआई के निदेशक जगत राम, चिकित्सा संस्थान के वरिष्ठ संकाय और छात्र इस मौके पर मौजूद थे।
एनआईए ने 10 गिरफ्तार लोगों को किया कोर्ट में पेश
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने वैश्विक आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रेरित एक समूह के सदस्य होने के संदेह में गिरफ्तार 10 लोगों को सोमवार को एक अदालत के सामने पेश किया।
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आरोप है कि ये लोग दिल्ली तथा उत्तर भारत के अन्य भागों में नेताओं तथा सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमलों तथा शृंखलाबद्ध विस्फोटों की साजिश रच रहे थे।
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एनआईए ने उसकी हिरासत में मौजूद आरोपियों को विशेष न्यायाधीश राकेश स्याल के सामने पेश किया।
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अदालत ने 27 दिसंबर को उन्हें 10 दिन के लिए एनआईए हिरासत में भेजा था।
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हिरासत की अवधि कल समाप्त होने वाली है।
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एनआईए ने दिल्ली पुलिस के विशेष सेल तथा उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते के साथ मिलकर दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर में 6 जगहों तथा उत्तर प्रदेश के अमरोहा, लखनऊ, हापुड़ और मेरठ में 11 जगहों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद इन लोगों को 26 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था।
एआई से नौकरियां खत्म नहीं, उलटा बढ़ेंगी : नारायण मूर्ति
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इंफोसिस के सह संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां भविष्य में लोगों से रोजगार छीनेंगी नहीं बल्कि उनके लिए नौकरियों के अधिक अवसर पैदा करेंगी।
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प्रसिद्ध आईटी उद्योगपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी लोगों को उन कार्यों से रूबरू होने का अवसर प्रदान करती है जिनमें अधिक मानवीय स्पर्श की आवश्यकता होती है।
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मूर्ति ने कहा कि एआई निश्चित रूप से कंप्यूटर विज्ञान का एक महत्वपूर्ण सामयिक क्षेत्र है।
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एआई, मशीन लर्निंग, बिग डेटा एनालिटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ये सभी ऐसे क्षेत्र हैं जो मानव के जीवन को और अधिक आरामदायक बनाने की क्षमता रखते हैं।
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प्रौद्योगिकी को जल्दी शुरू करने वाले अमेरिका, ब्रिटेन और जापान का उदाहरण देते हुए नारायणमूर्ति ने कहा कि ये देश बेरोजगारी दर को कम कर एक अंक तक लाने में सक्षम हुए हैं।
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वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यस्थल में मशीनों और एल्गोरिदम का तेजी से विकास 75 मिलियन के बदले 133 मिलियन नए अवसर पैदा कर सकता है
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जबकि पुराने 75 मिलियन अवसर 2022 तक खत्म हो जाएंगे।
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उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी लोगों को कठिन परिश्रम के कार्यों से हटाकर ऐसे कार्यों के लिए अवसर प्रदान करती है जिसके लिए अधिक से अधिक मानवीय स्पर्श की आवश्यकता होती है।
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मूर्ति ने बताया कि ऑटोमेटिड टैलर मशीन (एटीएम) मानव जीवन को आसान बनाने वाली तकनीक का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
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उन्होंने शनिवार को यहां इंफोसिस पुरस्कार समारोह में कहा कि वह इस बात पर भरोसा नहीं कर सकते हैं कि प्रौद्योगिकी समाज को भीषण बेरोजगारी के दलदल में फंसा देगी।
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सट्टेबाज संजीव चावला के प्रत्यर्पण को मंजूरी
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ब्रिटेन की एक अदालत ने वर्ष 2000 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए की संलिप्तता वाले मैच फिक्सिंग मामले में मुख्य आरोपी कथित सट्टेबाज संजीव चावला के प्रत्यर्पण को सोमवार को मंजूरी दे दी।
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वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने 50 वर्षीय चावला के प्रत्यर्पण की अनुमति प्रदान कर दी।
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औपचारिक प्रत्यर्पण आदेश के लिए मामला अब गृह मंत्री साजिद जाविद के पास जाएगा।
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अदालती दस्तावेजों के मुताबिक, दिल्ली में जन्मा कारोबारी चावला 1996 में कारोबारी वीजा पर ब्रिटेन जाकर बस गया और भारत आता-जाता रहता था।
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वर्ष 2000 में अपना भारतीय पासपोर्ट रद्द होने के बाद चावला ने 2005 में ब्रिटिश पासपोर्ट हासिल कर लिया और अब वह ब्रिटिश नागरिक है।
अब से पेट्रोल पंपों पर मिलेगा फास्टैग
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देशभर में सड़क पर टोल का इलेक्ट्रॉनिक तौर पर संग्रह तेज करने के लिए जल्द ही पेट्रोल पंपों पर फास्टैग उपलब्ध कराए जाएंगे।
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बाद में इनका उपयोग पेट्रोल खरीदने और पार्किंग शुल्क अदा करने में भी किया जा सकेगा।
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केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि अब से फास्टैग पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध होंगे और हमारी योजना इसे देशभर में उपलब्ध कराने की है।
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इसके अलावा यह योजना भी है कि ग्राहक इस कार्ड का उपयोग पेट्रोल खरीदने और पार्किंग सुविधाओं का शुल्क चुकाने में कर सकें। फास्टैग एक उपकरण होता है जो वाहन के सामने वाले कांच पर लगाया जाता है।
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यह रेडियो आवृत्ति पहचानने की तकनीक पर काम करता है।
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इससे ग्राहकों को टोल प्लाजा पर नकद लेन-देन के लिए रुकना नहीं पड़ता और टैग की मदद से टोल का भुगतान हो जाता है।
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इस टैग को ग्राहक सीधे अपने बैंक खाते से जोड़ सकते हैं या उसे पहले से प्रीपेड रीचार्ज भी करवा सकते हैं।