UPSC परीक्षा ​: दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 15 December 2018

IAS EXAM


UPSC परीक्षा ​: दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 15 December 2018


:: राष्ट्रीय ::

अमिताव घोष को ज्ञानपीठ सम्मान :-

  •  अंग्रेजी के पतिष्ठित साहित्यकार अमिताव घोष को साल २०१८ के लिए ५४ वा ज्ञानपीठ पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई

  •  वह ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित होने वाले अंग्रेजी के पहले लेखक है

  •  भारतीय ज्ञानपीठ के अनुसार प्रतिभा राय की अध्यक्षता में आयोजित ज्ञानपीठ चयन समिति की बैठक में अंग्रेजी के लेखक अमिताव घोष को वर्ष २०१८ का ज्ञानपीठ पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया

  •  अंग्रेजी को ३ साल पहले ही देश के सर्वोच्च साहित्य पुरस्कार ज्ञानपीठ की भाषा के रूप में शामिल किया गया था |

  •  पुरस्कार के रूप में अमिताव घोष को ११ लाख रूपये की धनराशि , वाग्देवी की प्रतिमा , और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा |

राफेल पर सरकार को क्लीन चिट : सुप्रीम कोर्ट

  •  सुप्रीम कोर्ट ने राफेल सौदे पर सवाल उठाने वाली सभी याचिकाओ को सिरे से ख़ारिज कर दिया है और सरकार को क्लीन चिट दे दी है

  •  कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा की इस डील पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है

  •  खरीद रद किये जाने की याचिका को भी खारिज करते हुए कहा कि लड़ाकू विमान कि आवयशकता और उसकी गुणवत्ता पर कोई सवाल नहीं है

  •  भारत ऐसी स्थिति में कमतर तैयारी से नहीं रह सकता

126 विमान के लिए बाध्य नहीं :-

  •  अदालत ने कहा कि वह १२६ कि जगह ३६ विमान खरीदने के फैसले में दखल नहीं दे सकता

  •  और न ही सरकार को १२६ विमान खरीदने के लिए बाध्य कर सकता है

  •  सरकार का दावा है कि ३६ राफेल विमानों कि खरीद में उसे व्यावसायिक फायदा हुआ है |

नेपाल द्वारा भारतीय नोटों पर पाबंदी :-

  •  नेपाल सरकार ने 2000,500,200 रूपये के भारतीय नोट के इस्तेमाल पर पाबन्दी लगा दी है

  •  इस फैसले से नेपाल जाने वाले भारतीय पर्यटकों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ने कि आशंका है

  •  इस पडोसी देश में भारतीय करेंसी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है

  •  नेपाली लोग और व्यापारी बचत और लेन देन के लिए भारतीय नोट का इस्तेमाल करते है |

  •  नेपाल के सुचना और संचार मंत्री गोकुल प्रसाद बस्कोटा ने कहा कि सरकार ने लोगो से १०० रूपये से ज्यादा के भारतीय नोट रखने या उन्हें लेकर न चलने के लिए कहा क्योकि यह वैधानिक नहीं होगा |

  •  भारत नेपाल का सबसे बड़ा कारोबारी साझीदार है और उपभोकता सामग्री का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता भी है

भारत का पहला रेलवे विश्वविद्यालय देश को समर्पित :-

  •  केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी १५ दिसंबर को भारत के पहले रेलवे विश्वविद्यालय को देश के नाम समर्पित करेंगे

  •  रूस और चीन के बाद यह दुनिया में तीसरा विश्वविद्यालय होगा

  •  रेल मंत्रालय ने इस परियोजना के लिए अगले ५ वर्ष के लिए ४२१ करोड़ रूपये आवंटित किये है

आईबी और रा प्रमुखों को सरकार ने दिया ६ माह का सेवा विस्तार :-

  •  खुफिया ब्यूरो के निदेशक राजीव जैन और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के प्रमुख अनिल के धस्माना को सरकार ने ६ माह का सेवा विस्तार दिया है

  •  दोनों का दो साल का कार्यकाल ३० और २९ दिसंबर को ख़त्म हो रहा था

  •  दोनों महत्वपूर्ण ख़ुफ़िया एजेंसीयो के शीर्ष पदों पर नए व्यक्तियों कि नियुक्तियों से बचने के लिए किया है

आयुष्मान योजना से 7830 गरीबो को मिला इलाज :-

  •  इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अब तक 7830 गरीबो को मुफ्त इलाज दिया जा चुका है

  •  इसमें हृदय रोग और कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों के मरीज भी शामिल है

  •  प्रदेश में सूचीबद्ध अस्पतालों कि संख्या बढ़कर 1415 तक पहुंच गयी है

  •  हालाकि 418 सरकारी अस्पतालों कि अपेक्षा निजी अस्पतालों कि संख्या ९९७ तक पहुंच गयी है

अशोक गहलोत होंगे राजस्थान के नए मुख्य मंत्री

  •  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 14 दिसंबर 2018 को पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को राजस्थान का मुख्यमंत्री नियुक्त किया है

  •  जो तीसरी बार राज्य की कमान संभालेंगे.

  •  वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को राज्य का उप-मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है.

  •  11 दिसंबर को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 99 सीटों पर जीत मिली है, जबकि भारतीय जनता पार्टी 73 सीटों पर सिमट गई.

  •  राजस्थान की जनता ने परंपरा के अनुरूप एक बार फिर सत्ता परिवर्तन किया और कांग्रेस को शासन करने का मौका दिया.

  •  साथ ही सचिन पायलट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्य क्ष भी बने रहेंगे.

  •  मुख्यीमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 17 दिसंबर 2018 को आयोजित होगा.

 मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत:

  •  अशोक गहलोत दो बार राजस्थान के मुख्यमंत्री भी रह चुके है.
  • वे राजस्थान राज्य के 21वें तथा 23वें मुख्यमंत्री रह चुके है.
  •  अशोक गहलोत 01 दिसंबर 1998 को पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने
  •  उनका कार्यकाल 8 दिसंबर 2003 को समाप्त हुआ था.
  •  वे दूसरी बार 13 दिसंबर 2008 को मुख्यमंत्री बने और उनका कार्यकाल 12 दिसंबर 2013 तक रहा.
     

अशोक गहलोत के बारे में:

  •  अशोक गहलोत का जन्मह 03 मई 1951 को जोधपुर, राजस्थाान में हुआ था.

  •  अशोक गहलोत ने विज्ञान और कानून में स्ना तक डिग्री प्राप्तज की तथा अर्थशास्त्रक विषय लेकर स्नाहतकोत्त र डिग्री प्राप्तर की.

  •  अशोक गहलोत अपने विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय है.

  •  अशोक गहलोत पहली बार सरदारपुरा (जोधपुर) विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए उस समय वो राजस्थान की 11वीं विधानसभा के सदस्य बने.

  •  वे पहली बार 02 सितम्बर 1982 को इंदिरा गाँधी सरकार में पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री बने.

  •  उसके बाद 07 फरवरी 1984 को राजीव गाँधी सरकार में खेल उप केन्द्रीय मंत्री बने. वे 21 जून 1991 को पी वी नरसिम्हा राव सरकार में केन्द्रीय कपडा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने. अशोक गहलोत 3 बार राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके है.

  •  अशोक गहलोत वर्ष 1989 में राजस्थान सरकार में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मंत्री रहे.

सचिन पायलट के बारे में:

  •  सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर 1977 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ था. पिता राजेश पायलट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्र में मंत्री थे.

  •  पायलट की प्रारंभिक शिक्षा नयी दिल्ली के एयर फोर्स बाल भारती स्कूल में हुई. उन्होंने अपने स्नातक की डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस महाविद्यालय से हासिल की. इसके बाद पायलट ने अमरीका स्थित पेंसिलवानिया विश्वविद्यालय के व्हॉर्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री भी हासिल की.

  •  वे 26 साल की उम्र में भारतीय सांसद बनने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे. पायलट 13 मई 2004 को चौदहवीं लोकसभा के लिए दौसा सीट से चुने गये जिसमें उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 1.2 लाख मतों से हराया.

  •  वे वर्ष 2004 में गृह मंत्रालय की संसदीय समिति के सदस्य बने. वे वर्ष 2006 में उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य बने.

  •  सचिन पायलट को वर्ष 2009 में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया. वे वर्ष 2012 में कारपोरेट मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री बने.

जमाल खाशोगी बने ‘टाइम पर्सन ऑफ़ द इयर 2018’

  •  प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पत्रिका टाइम मैगज़ीन ने सऊदी पत्रकार जमाल खाशोगी को सम्मान देने के लिए उन्हें 2018 के 'टाइम पर्सन ऑफ द ईयर' के लिए चुना है.

  •  पत्रिका ने यह सम्मान खशोगी सहित चार पत्रकारों और एक अखबार को दिया है.

  •  सऊदी पत्रकार जमाल खाशोगी अमेरिकी नागरिक थे. उनकी अक्तूबर 2018 में इस्तांबुल दूतावास में हत्या कर दी गई थी.

  •  ऐसा पहली बार है जब किसी व्यक्ति को मरणोपरांत टाइम मैगज़ीन के कवर के लिए चुना गया हो.

टाइम पर्सन ऑफ़ द इयर 2018-प्रमुख तथ्य

  •  खाशोगी को सम्मान देते हुए मंगलवार को मैगजीन ने कहा कि उन्होंने सच की कीमत चुकाने वाले चार पत्रकारों और एक अखबार को सम्मान दिया है.

  •  खाशोगी के अलावा ये सम्मान फिलीपींस की पत्रकार मारिया रेसा, रयूटर्स के रिपोर्टर वा लोन, क्याव सोई ओ जो इस वक्त म्यांमार की जेल में बंद हैं और कैपिटल गैजेट को दिया गया है.

  •  मैरिलैंड के एनापोलिस स्थित कैपिटल गैजेट का स्टाफ भी सम्मान में शामिल है. इस स्टाफ में उन पांच लोगों को भी शामिल किया गया है, जो जून में हुई गोलीबारी में मारे गए थे.

  •  इस सप्ताह के संस्करण के लिए चार विभिन्न मैगजीन कवर को प्रकाशित किया गया है. हर एक कवर पर सम्मान दिए गए व्यक्ति की तस्वीर है.

  •  टाइम पत्रिका ने इस सबको अपनी कवर स्टोरी बनाकर ‘द गार्जियन्स एंड द वॉर ऑन ट्रुथ’ शीर्षक के साथ प्रकाशित किया है.

  •  वर्ष 2016 में टाइम पर्सन ऑफ द ईयर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बार भी मुख्य दावेदार थे लेकिन अंत में वह दूसरे स्थान पर रहे.

  •  वर्ष 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की जांच कर रहे विशेष काउंसर रॉबर्ट मुलर तीसरे स्थान पर रहे.

जमाल खाशोगी हत्या मामला

  •  वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार सऊदी अरब के जमाल खाशोगी 2 अक्तूबर को कुछ कागजात लेने के लिए इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास गए थे
  •  और उसके बाद लापता हो गए.
  •  घटना के कुछ दिन बाद तुर्क अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मारने के इरादे से तुर्की भेजे गए 15 सऊदी अरब के एजेंटों ने पूर्व नियोजित साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी.
  •  खाशोगी सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आलोचक माने जाते थे.
     

टाइम मैगज़ीन के बारे में जानकारी

वर्ष 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प टाइम पर्सन ऑफ़ द इयर घोषित किये गये थे.

  •  टाइम मैगजीन को येल विश्वविद्यालय के छात्रों हेनरी लूस और ब्रिटोन हैडन ने शुरू किया था. इसकी पहली बिक्री मार्च 1923 में शुरू हुई थी.

  •  टाइम मैगज़ीन के विश्व में विभिन्न संस्करण प्रकाशित होते हैं. अमेरिका में इसका प्रकाशन न्यूयॉर्क में होता है.

  •  एशियाई संस्करण ‘टाइम एशिया’ हॉन्ग कॉन्ग से संचालित होता है.

  •  वर्ष 2017 में टाइम इंक को मेरेडिथ ने 3 बिलियन डॉलर में ख़रीदा था.

  •  टाइम मैगज़ीन अपने वार्षिक संस्करणों – ‘पर्सन ऑफ़ द इयर’, ‘टाइम 100’, ‘सबसे प्रभावशाली व्यक्ति’, आदि के कारण विश्व प्रसिद्ध है.

विश्व में तीन करोड़ बच्चे मौत के कगार पर: यूनिसेफ रिपोर्ट

  •  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र बाल निधि (यूनिसेफ) सहित वैश्विक गठबंधन की एक नई रिपोर्ट के अनुसार समयपूर्व पैदा हुए लगभग तीन करोड़ बच्चे मौत की कगार पर हैं.

  •  इन बच्चों को जीवित रखने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता है.

  •  यह रिपोर्ट ‘जीवित रहें और बढ़ें: हर छोटे एवं बीमार नवजात शिशु देखभाल में सुधार’ नाम से प्रकाशित की गई है.

  •  समय से पूर्व पैदा होने वाले बच्चों में कई प्रकार की समस्याएं देखने को मिलती हैं.

  •  इनमें ज्यादातर समस्याएं प्रसव के दौरान बच्चों की देखभाल करने की होती है.

  •  यूनिसेफ के उप कार्यकारी निदेशक उमर अब्दी ने कहा, ‘जब बच्चों और उनकी मां की बात आती है तो सही जगह पर सही समय पर सही देखभाल ही फर्क ला सकता है.

  •  लाखों छोटे एवं बीमार बच्चे और महिलाएं प्रत्येक वर्ष मर रही हैं क्योंकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण देखभाल की सुविधा नहीं मिलती है जो उनका अधिकार है और यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है.’

यूनिसेफ रिपोर्ट का सुझाव

  •  यूनिसेफ द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि नवजात शिशुओं को सही गुणवत्ता की देखभाल मिले तो प्रत्येक वर्ष लगभग 1.7 मिलियन शिशुओं को बचाया जा सकता है.
  •  यूनिसेफ का मानना है कि यदि नवजात बच्चों को उचित देखभाल मिले तो 2030 तक 68% बच्चों को मृत्यु से बचाया जा सकता है.
  •  यदि मां और बच्चे को जन्म लेने वाले स्थल पर ही सही देखभाल दी जा सके तो 81 देशों में 2.9 मिलियन महिलाओं की जान बचाई जा सकती है.

UPSC सामान्य अध्ययन प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा (Combo) Study Kit

UPSC सामान्य अध्ययन (GS) प्रारंभिक परीक्षा (Pre) पेपर-1 स्टडी किट

रिपोर्ट के प्रमुख तथ्य

समय से पूर्व जन्म लेने वाले बच्चों में मस्तिष्क की समस्या रहती है, गंभीर जीवाणु संक्रमण या पीलिया जैसे गंभीर बीमारी के कारण मौत तथा अक्षमता का खतरा रहता है.

  •  इसके अलावा उनके परिवारों पर वित्तीय और मनोवैज्ञानिक दबाव उनके ज्ञान, भाषा और भावनात्मक विकास को प्रभावित कर सकता है.

  •  समय से पूर्व जन्म लेने वाले जो बच्चे जरुरत से ज्यादा पतले या वजन में कम होते हैं उनमें मृत्यु या विकलांगता का खतरा अधिक रहता है.

  •  वर्ष 2017 में लगभग 2.5 मिलियन नवजात शिशु जन्म लेने के 28 दिनों में ही मृत्यु को प्राप्त हो गये.

  •  इन 2.5 मिलियन बच्चों में से 80% बच्चे कम वजन के थे जबकि दो तिहाई बच्चे जन्म से पहले पैदा हुए.

  •  इसके अतिरिक्त प्रत्येक वर्ष एक मिलियन बच्चे आकार में सामान्य की तुलना में छोटे और बीमार पैदा होते हैं जिनमें लंबे समय तक विकलांगता, सेरेब्रल पाल्सी जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं.

यूनिसेफ (UNICEF) के बारे में जानकारी

  •  यूनिसेफ की स्थापना संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा 11 दिसम्बर 1946 को हुई थी, जिसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में स्थित है

  •  यूनिसेफ का पूरा नाम यूनाइटेड नेशन्स चिल्ड्रन फंड है

  •  वर्ष 1953 तक यूनिसेफ का पूरा नाम United Nations International Children’s Emergency Fund था. इसकी स्थापना पूरे विश्व में मौजूद बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और कल्याण के लिए की गई थी.

  •  यूनिसेफ विश्वभर में मौजूद स्वास्थ्य सेवा संस्थानों खासकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर बच्चों को पानी, स्वच्छता, इंफेक्शंस से बचाने के कैंपैन चलाती हैं.

भारत और सऊदी अरब के मध्य वार्षिक हज समझौते पर हस्ताक्षर

  •  अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री डॉ. मोहम्मद सलेह बिन ताहिर बेंटन ने 13 दिसंबर 2018 को जेद्दाह में भारत और सऊदी अरब के बीच 2019 के हज के लिए वार्षिक हज समझौते पर हस्ताक्षर किए.

  •  भारत सरकार सऊदी अरब सरकार, भारतीय वाणिज्य दूतावास और सऊदी अरब की विभिन्न सम्बद्ध एजेंसियों के साथ समन्वय और सहयोग कायम कर हज 2019 के दौरान हज यात्रियों की सुरक्षा और उन्हें चिकित्सा सहित बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रही है.

वर्ष 2019 हज संबंधित तथ्य

  • भारत की हज समिति को हज 2019 के लिए अब तक 2 लाख 47 हजार से अधिक आवेदन मिल चुके हैं. इनमें 47 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं. आजादी के बाद * * पहली बार भारत से 1,75,025 रिकॉर्ड संख्या में मुसलमानों ने 2018 में बिना सब्सिडी के हज यात्रा की जिनमें 48 प्रतिशत महिलाएं थी. भारत सरकार ने सऊदी अरब सरकार से अनुरोध किया है कि वह हज 2019 के लिए भारत का वार्षिक हज कोटा बढ़ाए. इस बार हज 2019 के लिए यह कार्य तीन महीना पहले शुरू किया जा चुका है ताकि हज यात्रा को अधिक आरामदायक बनाया जा सके.

मुख्य बिंदु:-

  •  वर्ष 2019 में मेहरम (पुरुष साथी) के बिना बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं के हज जाने की उम्मीद है.

  •  कुल 2100 से अधिक महिलाओं ने मेहरम के बिना हज 2019 के लिए आवेदन कर रखा है.

  •  पहली बार केन्द्र की मोदी सरकार ने पिछले वर्ष मेहरम के बिना महिलाओं के हज जाने पर लगा प्रतिबंध हटाया है जिसके परिणामस्वरूप 2018 में पुरूष साथी के बिना 1300 भारतीय मुस्लिम महिलाएं हज करने गईं. उन्हें लॉटरी प्रणाली से मुक्त रखा गया.

  •  पहली बार 100 से अधिक महिला हज समन्वयकों और हज सहायकों को भारतीय महिला हज यात्रियों की सहायता के लिए तैनात किया गया.

बिजेंद्र पाल सिंह एफटीटीआई के चेयरमैन नियुक्त किये गये

  •  केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 13 दिसंबर 2018 को भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) के अध्यक्ष पद के लिए ब्रिजेंद्र पाल सिंह को नियुक्त किया है.

  •  वे एफटीआईआई के उपाध्यक्ष थे.

  • उन्होंने दिग्गज कलाकार अनुपम खेर की जगह ली है.

  • अनुपम खेर ने अक्टूबर में व्यस्त होने के कारण पद से इस्तीफा देने का फैसला किया था.

  •  अनुपम खेर को अक्टूबर 2017 में केंद्र सरकार ने एफटीटीआई का चेयरमैन नियुक्त किया था. अनुपम खेर से पहले अभिनेता गजेंद्र चौहान एफटीटीआई के चेयरमैन थे. चौहान को वर्ष 2015 में इस पद पर नियुक्त किया गया था.

बिजेंद्र पाल सिंह का कार्यकाल:

  •  अनुपम खेर का स्थान लेने वाले बिजेंद्र पाल सिंह का कार्यकाल एफटीआईआई नियमों के प्रावधान के मुताबिक तीन साल की शेष अवधि का होगा जो तीन मार्च 2017 से शुरू माना जाएगा जब खेर ने यह पद संभाला था. बीपी सिंह का कार्यकाल अध्यक्ष के तौर पर वर्ष 2020 तक रहेगा.
     

बिजेंद्र पाल सिंह के बारे में:

  •  बिजेंद्र पाल सिंह एक भारतीय धारावाहिक के निर्माता व निर्देशक हैं. वे देहरादून से हैं.

  •  इसके अलावा वे सीआईडी नामक धारावाहिक के निर्माता निर्देशक के साथ-साथ कभी कभी चित्रोले नाम के किरदार की भूमिका में भी दिखाई देते हैं.

  •  वे फायरवर्क्स नामक निर्माता कंपनी के मालिक हैं. वे फिल्म सिनेमेटोग्राफी में स्पेशलाइज्ड हैं.

  •  उन्होंने वर्ष 1970 के एफटीटीआई बैच में सिनोमैटॉग्रफी कोर्स में डिग्री ली थी.

  •  उन्होंने अपना करियार वर्ष 1973 में दूरदर्शन से बतौर न्यूज कैमरामैन शुरू किया था.

  •  उन्होंने दूरदर्शन के लिए मर्डर मिस्ट्री फिल्म सिर्फ चार दिन बनाई थी. उन्होंने वर्ष 2010 में भारत की पहली साइलेंट कॉमेडी गुटर गू को प्रोड्यूस किया था.

  •  बिजेंद्र पाल सिंह को टीवी के क्राइम शोज के निर्माण के लिए जाने जाते हैं.

  •  वे सोनी टीवी के लिए लगातार 21 सालों तक सीआईडी सीरियल का डायरेक्शन और प्रॉडक्शन करने के कारण चर्चा में आये थे.

भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान (एफटीटीआई) के बारे में:

  •  भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान भारत के पुणे शहर में स्थित हैं.

  •  यह संस्थान भारत सरकार के सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वशासी संस्था हैं.

  •  वर्ष 1960 में पुणे के प्रभात स्टूडियो परिसर में इस संस्थान को स्थापित किया गया.

  •  विगत वर्षो में भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान के छात्रों ने भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा एवं टेलिविज़न के छेत्र में काफी नाम कमाया है.

  • अनुपम खेर ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसा उन्होंने अपने इंटरनेशनल टीवी शो के लिए किया है. उन्होंने अपने त्यागपत्र में कहा कि कि एफटीआईआई की जि‍म्मेदारी के चलते वे इस पर फोकस नहीं कर पा रहे थे. खेर को अक्टूबर 2017 में एफटीआईआई का चेयरमैन बनाया गया था.

  • अनुपम खेर एक इंटरनेशनल टीवी सीरीज़ से जुड़े हैं. उनका कहना है कि उनके पास एफटीआईआई को देने के लिए बहुत अधिक समय नहीं है. इसलिए उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला लिया है. गौरतलब है कि अनुपम खेर अमेरिकी मेडिकल ड्रामा सीरीज न्यू एम्स्टर्डम में डॉ. अनिल कपूर की भूमिका निभा रहे हैं.

::अर्थव्यवस्था::

केंद्र सरकार और एडीबी ने असम में बाढ़ और भू-क्षरण में कमी लाने हेतु 60 मिलियन डॉलर का ऋण समझौता किया

  •  केंद्र सरकार और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने 13 दिसंबर 2018 को असम में बाढ़ और भू-क्षरण में कमी लाने के लिए 60 मिलियन डॉलर का ऋण समझौता पर हस्ताक्षर किए.

  •  केंद्र सरकार और एडीबी ने असम में नदी तट संरक्षण कार्यों, बाढ़ तटबंधों की मरम्मत और ब्रह्मपुत्र नदी से सटे बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में समुदाय आधारित बाढ़ जोखिम प्रबंधन गतिविधियों के लिए धनराशि उपलब्ध कराना जारी रखने के लिए नई दिल्ली में ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए.

ऋण समझौते पर हस्ताक्षर:

  •  इस ऋण समझौते पर भारत सरकार की ओर से अपर सचिव (फंड बैंक और एडीबी) आर्थिक मामलों का विभाग, वित्त मंत्रालय, समीर कुमार खरे तथा एडीबी की ओर से एडीबी के इंडिया रेजिडेंट मिशन के कंट्री निदेशक केनिशी योकोयामा ने हस्ताक्षर किए.

निवेश कार्यक्रम:

  • ऋण की दूसरी किस्त असम एकीकृत बाढ़ एवं नदी तट भू-क्षरण जोखिम प्रबंधन निवेश कार्यक्रम के लिए एडीबी बोर्ड द्वारा अक्टूबर 2010 में स्वीकृत 120 मिलियन डॉलर कई किस्तों में प्रदान की जाने वाली वित्तीय सुविधा (एमएफएफ) का भाग है.

उद्देश्य:

  • इस कार्यक्रम का लक्ष्य असम के बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बाढ़ एवं नदी तट भू-क्षरण जोखिम प्रबंधन प्रणालियों की विश्वसनीयता और दक्षता बढ़ाना, आपदा से निपटने की समुदायों की तैयारियों को सशक्त बनाना तथा बाढ़ के पूर्वानुमान के लिए संस्थागत क्षमता का विकास करना और ज्ञान का आधार तैयार करना है.

     ऋण की अवधि:

    • इस ऋण की अवधि 20 वर्ष होगी, जिसमें 5 वर्ष की रियायत अवधि शामिल होगी.

 

कार्यक्रम के अंतर्गत:

  • कार्यक्रम के अंतर्गत परियोजना-2 के तहत ब्रह्मपुत्र नदी से सटे पलासबारी-गुमी, काजीरंगा और डिब्रुगढ़ के तीन उप-परियोजना क्षेत्रों में संरचनात्मक और गैर-संरचनात्मक उपायों के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी, जिनमें नदी तट के 20 किलोमीटर क्षेत्र में संरक्षण कार्य और बाढ़ तटबंधों के 13 किलोमीटर क्षेत्र में होने वाले कार्य शामिल हैं.

आपदा से निपटने की तैयारी:

  • गैर-संरचनात्मक उपायों के अंतर्गत स्थानीय स्तर पर आपदा से निपटने की तैयारियों और आपातस्थिति में उठाए जाने वाले कदमों को सुदृढ़ बनाने के लिए आपदा प्रबंधन समितियों की स्थापना के माध्यम से समुदाय को साथ जोड़ने और समुदाय आधारित बाढ़ जोखिम प्रबंधन गतिविधियों को कवर किया जाएगा.

UPSC सामान्य अध्ययन प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा (Combo) Study Kit

UPSC सामान्य अध्ययन (GS) प्रारंभिक परीक्षा (Pre) पेपर-1 स्टडी किट