UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 20 August 2020
UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 20 August 2020
::NATIONAL::
आर्टिकल 370 के खात्मे से बुरी तरह बौखलाया पाकिस्तान
- हुर्रियत कांफ्रेंस का नेतृत्व करने के लिए पाकिस्तान एक नई अलगाववादी आवाज ढूंढने की पूरी कोशिश में लगा है। जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस (एपीएचसी) से इस्तीफा के बाद से ही पाकिस्तान अब नया चेहरा ढूंढ रहा है। कई सरकारी और सुरक्षा अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी दी।
- साल 1993 में गठित इस अलगाववादी निकाय ने कश्मीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, मगर पिछले साल 5 अगस्त को राज्य का विशेष दर्जा खत्म करने और दो केंद्र शासित प्रदेश में बांटने के फैसले के बाद से यह संगठन काफी हद तक कमजोर और निष्क्रिय हो गया है।
- पिछले एक साल में हुर्रियत नेताओं से लेकर आम जनता तक को कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया है। जून में 91 वर्षीय एसएएस गिलानी जो अलगाववादी समूह के आजीवन अध्यक्ष थे, ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा देकर सबको हैरान कर दिया था।
- मीरवाइज उमर फारूक की अगुवाई वाले हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने लगभग एक साल बाद अपनी चुप्पी तोड़ी, जब जुलाई में इसने एक बैठक की और भारत, पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच बातचीत के जरिए कश्मीर समस्या को हल करने का आह्वान किया। गिलानी के इस्तीफा देने और उनके सहयोगियों पर निष्क्रियता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के कुछ दिनों के बाद यह बैठक आयोजित की गई। बैठक के तुरंत बाद एक बयान जारी किया गया जिसमें मीरवाइज गुट ने 'कश्मीर संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान' की दिशा में काम करने की कसम खाई।
- गिलानी ने अपने त्याग पत्र में अपने अलगाववादी साथियों पर कुनबा परस्ती और राजनीतिक भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और अन्य अलगाववादी नेताओं पर 5 अगस्त के फैसले के खिलाफ प्रतिक्रिया न देने को लेकर निशाना साधा। बता दें कि हुर्रियत में कई लोगों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा भी की जा रही है।
2020 में कैंसर के मामले 13.9 लाख रहने का अनुमान, 2025 तक हो जाएंगे 15.7 लाख
- भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय रोग सूचना विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र ने कहा है कि इस साल भारत में कैंसर के मामले 13.9 लाख रहने का अनुमान है जो 2025 तक 15.7 लाख तक पहुंच सकते हैं।
- आईसीएमआर ने कहा कि राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम रिपोर्ट, 2020 में दिया गया यह अनुमान 28 जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री से मिली सूचना पर आधारित है।
- 58 अस्पताल आधारित कैंसर रजिस्ट्री ने भी आंकड़ा दिया। बयान के अनुसार तंबाकू जनित कैंसर के मामले 3.7 लाख रहने का अनुमान है जो 2020 के कैंसर के कुल मामले का 27.1 फीसद हेागा।
- बयान में कहा गया है, ‘‘ महिलाओं में छाती के कैंसर के मामले दो लाख (यानी 14.8 फीसद) , गर्भाशय के कैंसर के 0.75 लाख (यानी 5.4 फीसद) , महिलाओं और पुरूषों में आंत के कैंसर के 2.7 लाख मामले (यानी 19.7 फीसद) रहने का अनुमान है।’’
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::INTERNATIONAL::
माली के राष्ट्रपति ने दिया पद से इस्तीफा
- पश्चिम अफ्रीकी देश माली के राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
- देश में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में विद्रोही सैनिकों ने उनके आवास का घेराव किया और हवा में गोलीबारी करते हुए उन्हें और प्रधानमंत्री बौबोऊ सिस्से को बंधक बना लिया था । कीता ने सरकारी टेलीविजन ‘ओआरटीएम’ पर कहा कि उनका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
- माली के राष्ट्रपति को लोकतांत्रिक रूप से चुना गया था और उन्हें पूर्व उपनिवेशवादी फ्रांस और अन्य पश्चिमी सहयोगियों से व्यापक समर्थन प्राप्त है। सैनिकों के शस्त्रागार से हथियारों को जब्त कर बमाको का रुख करने के बाद राष्ट्रपति के बाद कोई विकल्प नहीं रह गया था।
- सैनिक बमाको की सड़कों पर घूमते नजर आए, जिससे यह और स्पष्ट हो गया कि राजधानी पर अब उनका नियंत्रण है। हालांकि सैनिकों की ओर से तत्काल कोई बयान नहीं आया है।
- इससे पहले सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने सैनिकों की कार्रवाई का समर्थन किया। कुछ ने एक इमारत में आग लगा दी जो माली के न्याय मंत्री से संबंधित है। सशस्त्र लोगों ने देश के वित्त मंत्री अब्दुलाय दफे समेत कुछ अधिकारियों को भी कुछ दिन पहले हिरासत में ले लिया था। एपी निहारिका शोभनाशोभना
::ECONOMY::
भारत की जीडीपी दर और घटा सकता है विश्व बैंक
- विश्वबैंक ने संकेत दिया कि वह भारत के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को और घटा सकता है। उसने यह भी कहा कि कोविड-19 संकट से बाहर आने के लिए स्वास्थ्य, श्रम, भूमि, कौशल और वित्त जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधारों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। विश्व बैंक ने मई में अनुमान जताया था कि भारत की अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2020-21 में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आने की आशंका है और अगले वित्त वर्ष में धीरे-धीरे यह पटरी पर आ सकती है।
- बहुपक्षीय संस्थान नेभारत के बारे में अद्यतन रिपोर्ट में कहा, हाल के सप्ताह में चुनौतियां उभरी हैं। इसका निकट भविष्य में संभावनाओं पर असर पड़ सकता है। इन जोखिमों में वायरस का लगातार फैलना, वैश्विक परिदृश्य में और गिरावट तथा वित्तीय क्षेत्र पर अतिरिक्त दबाव का अनुमान शामिल हैं। उसने कहा, इन चीजों को ध्यान में रखते हुए, संशोधित परिदृश्य में तीव्र गिरावट का अनुमान रखा जा सकता है। संशोधित परिदृश्य अक्टूबर, 2020 में उपलब्ध होगा। विश्व बैंक का अनुमान है कि भारत का राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 6.6 प्रतिशत हो सकता है और बाद के वर्ष में 5.5 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बना रह सकता है। उसने कहा, महामारी का अर्थव्यवस्था पर वैसे समय प्रभाव पड़ा है जब अर्थव्यवस्था में पहले से ही गिरावट हो रही थी। देश के वास्तविक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में 2017-18 में सात प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, जो 2018-19 में घटकर 6.1 प्रतिशत और 2019-20 में 4.2 प्रतिशत पर आ गई।
- विश्व बैंक ने कहा कि हालांकि भारत ने नीतिगत मोर्चे पर कई सुधार किये हैं। इनमें कंपनी दर में कटौती, छोटे कारोबारियों के लिये नियामकीय ढील, व्यक्तिगत आयकर की दरो में कटौती, व्यापार नियामकीय सुधार शामिल हैं। लेकिन महामारी ने इनके अपेक्षित परिणामों को लेकर उम्मीदें घटा दी हैं। उसने कहा, परिृश्य अब उल्लेखनीय रूप से बदल गया है और अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष में गिरावट आएगी। विश्वबैंक के अनुसार महामारी का आर्थिक प्रभाव घरेलू मांग और आपूर्ति बाधा के रूप में दिखेगा। इससे व्यापार, परिवहन, पर्यटन और यात्रा जैसे कुछ सेवा क्षेत्र ध्वस्त होने की कगार पर पहुंच जाएंगे। उसने कहा कि कोविड-19 संकट से बाहर आने के लिये स्वास्थ्य, श्रम, भूमि, कौशल और वित्त जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधारों को लगातार आगे बढ़ाने की जरूरत है।
आरकॉम के कर्जदाताओं ने सुप्रीम कोर्ट से स्पेक्ट्रम बिक्री की अनुमति मांगी
- आरकॉम के लिए भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाली ऋणदाताओं की समिति ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय से कहा कि अगर कंपनी के स्पेक्ट्रम की बिक्री की अनुमति नहीं मिली तो यह दूरसंचार कंपनी परिसमापन में चली जाएगी और इससे किसी का भला नहीं होगा। ऋणदाताओं की समिति ने न्यायालय से कहा कि आरकाम दिवाला और ऋण अक्षमता संहिता के तहत कार्यवाही की आड़ में समायोजित सकल राजस्व से संबंधित बकाया देने से भाग नहीं रही है, लेकिन इस दूरसंचार कंपनी पर बैंकों का 42 हजार करोड़ रुपये बकाया है।
- न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा, न्यायमूर्ति एस.अब्दुल नजीर और न्यायमूर्ति एम.आर शाह की पीठ से आरकॉम के लिए ऋणदाताओं की समिति और रिलायंस जिओ की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने कहा कि बैंक और दूरसंचार विभाग दोनों ही जनता के पैसे की अदायगी की मांग कर रहे हैं। साल्वे ने कहा, अगर स्पेक्ट्रम की बिकी की अनुमति नहीं दी गई तो आरकॉम खुद को परिसमापन के लिए जाते देखेगी और इससे किसी का भी भला नहीं होगा।
- इस पर पीठ ने कहा कि कारोबार के दिशा निर्देशों के तहत स्पेक्ट्रम की बिक्री की अनुमति है, लेकिन आईबीसी के तहत इसे कैसे बेचा जा सकता है। पीठ ने कहा कि समाधान के सारे लेन देन आईबीसी के अनुसार होने चाहिए और कारोबार के दिशानिर्देशों के अनुसार स्पेक्ट्रम की बिक्री से पहले सारी बकाया राशियों का हिसाब किताब करना होगा। पीठ ने साल्वे से कहा कि आईबीसी ने सरकार की बकाया रकम को बैंकों के बकाये के पीछे कर दिया है और फिर इस तरह की स्थिति में स्पेक्ट्रम बेचने के दिशानिर्देशों के अनुसार पहले की बकाया राशियों का भुगतान कैसे होगा?
::SCIENCE AND TECH::
स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर चैलेंज
- आत्मनिर्भर भारत एप इनोवेशन चैलेंज के बाद भारत सरकार ने स्वदेशी Microprocessor Challenge लॉन्च किया है। स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर चैलेंज के तहत स्मार्ट डिवाइस के लिए हार्डवेयर का निर्माण करना होगा।
- यह चैलेंज एप इनोवेशन चैलेंज जैसा ही है जिसमें कंपनियां हिस्सा ले सकती हैं। इस चैलेंज के तहत 25 विजेता टीम को कुल एक करोड़ रुपये का इनाम मिलेगा।
- इस चैलेंज को भी मायजीओवी ने लॉन्च किया है और यह चैलेंज भी आत्मनिर्भर भारत अभियान का एक हिस्सा है। इसके तहत सर्विलांस, ट्रांसपोर्टेशन, इनवायरमेंटल कंडीशन मॉनिटरिंग, स्मार्ट फैन, स्मार्ट लॉक और वॉशिंग मशीन के लिए हार्डवेयर का निर्माण करना होगा।
- इसके तहत डिफेंस और स्पेस सेक्टर के लिए भी हार्डवेयर का निर्माण किया जा सकेगा।
- यह चैलेंज C-DAC, IIT मद्रास और IIT बॉम्बे में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के संचालन में संचालित होगा।
::SPORTS::
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंबा पत्र लिखकर की महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ
- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त की शाम अचानक सोशल मीडिया के जरिये इंटरनैशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया। धोनी ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'अब तक आपके प्यार और सहयोग के लिए धन्यवाद। शाम 07:29 मिनट से मुझे रिटायर्ड समझिए।' धोनी को उनके संन्यास के बाद देश-विदेश सभी जगह से बधाइयां मिली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धोनी को एक खत लिखकर बधाई दी। धोनी ने इस खत के जवाब में पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है।
- महेंद्र सिंह धोनी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की ही भूख होती है। वे चाहते हैं कि उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें और उसकी तारीफ करें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।''