आई. ए. एस. मुख्य परीक्षा की तैयारी कैसे करें (रणनीति - 4)

रणनीति - 4 (आई. ए. एस. मुख्य परीक्षा की तैयारी कैसे करें)

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के पैटर्न में वर्ष 2013 से संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा बदलाव किया गया। अब मुख्य परीक्षा में दो वैकल्पिक विषय लेने के बजाय अभ्यर्थी को एक वैकल्पिक विषय ही लेना पड़ता है। वैकल्पिक विषय के दो प्रश्न पत्र होते है जिनका मुख्य परीक्षा में 500 अंक होते है । मुख्य परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए वैकल्पिक विषय में निपुणता हासिल करना होता है । वैकल्पिक विषय का चयन अभ्यर्थी को काफी सोच समझकर करनी चाहिए । इसमें रूचि और विषय से चयन आदि का ध्यान रखना चाहिए ।

जहाँ तक सामान्य अध्ययन का प्रश्न है पहले के अपेक्षा अब मुख्य परीक्षा में इसका योगदान ज्यादा हो गया है। अब सामान्य अध्ययन के 4 प्रश्न पत्र होते है । कुल 1000 अंक हो गया है । इस बात का अंदाजा असानी से लगाया जा सकता है कि चयन के लिए सामान्य अध्ययन का कितना महत्व है । इस परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सामान्य अध्ययन के चारों प्रश्न पत्र में संतुलित तैयारी करनी चाहिए ।
सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्न पत्र में भारतीय इतिहास एवं संस्कृति, विश्व भूगोल और समाज से प्रश्न किये जाते है। भारतीय इतिहास और संस्कृति के लिए अभ्यर्थी को 6th से 12th तक की एन सी आर टी की पुस्तक, विपिन चंद्रा की भारत का स्वतंत्रता संघर्ष, स्पेक्ट्रम पब्लिकेशन की भारतीय संस्कृति, भूगोल के लिए महेश कुमार वर्णवाल की भूगोलः एक समग्र अध्ययन आदि पुस्तकों का अध्ययन करनी चाहिए। साथ ही विगत वर्षो के प्रश्न पत्रों का इन टाॅपिक से प्रश्नों का उत्तर लिख कर अभ्यास करना लाभप्रद होगा ।

सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्न पत्र मे संविधान, शासन व्यवस्था, सामाजिक न्याय, अंतराष्ट्रीय संबंध आदि टाॅपिक से प्रश्न पुछे जाते है । उपरोक्त टापिक में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए डी डी वसू की भारत का संविधान, एम.लक्ष्मी कांत की भारतीय शासन तथा बी. एन. खन्ना की अंतर्राष्ट्रीय संबंध आदि पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए । सामान्य अध्ययन के तीसरे प्रश्न पत्र में जैव विविधता, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और तकनीक आदि से प्रश्न पुछे जाते है । इन टाॅपिक के अध्ययन के लिए इग्नू की पुस्तके लाभप्रद है । अर्थव्यवस्था के लिए 11वीं, 12वीं की एन सी आर टी की पुस्तकें, मिश्र एवं पूरी की भारतीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक समीक्षा, आदि का अध्ययन करनी चाहिए ।

सामान्य अध्यन के चौथे प्रश्न पत्र में नैतिकता, ईमानदारी और कौशल से प्रश्न पुछे जाते है । हालांकि पुस्तक केन्द्रो पर नैतिकता की किताबों की उपलब्धता कम है परंतु इस प्रश्न पत्र की तैयारी के लिए इग्नू की पुस्तक साथ ही सामाजिक विषयों पर केन्द्रित अच्छे लेखकों की पुस्तके इस प्रश्न में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद कर सकता है । साथ ही कालिंजर पब्लिकेशन की उपरोक्त टाॅपिक पर पुस्तक का अध्ययन लाभदायक हो सकता है।

मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थी को निबंध का भी एक प्रश्न पत्र देना होता है । निबंध के लिए 250 अंक निर्धारित है । बेहतर प्रदर्शन से अभ्यर्थी 250 में से 100 अंक तक प्राप्त कर सकता है । इसके लिए छात्र से मौलिक अभिव्यक्ति, प्रस्तुति कौशल तथा अच्छी लेखन कला आदि की अपेक्षा की जाती है । अभ्यर्थी को इसके लिए समसामयिक घटनाओं पर लगातार ध्यान रखना चाहिए । साथ ही अच्छी लेखन कला के लिए निरंतर अभ्यास करनी चाहिए ।

साथ ही मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थी को 600 अंक का दो प्रश्न पत्र भी देने होते हैं । इन प्रश्न पत्र में अहर्ता (Qualify) करना अनिवार्य होता है । हालांकि इन दोनो प्रश्न पत्रों का अंतिम परिणाम में अंक नहीं जोड़ा जाता है । इन प्रश्न पत्र में एक प्रश्न पत्र अंग्रेजी का है जो कि हाई स्कूल स्तर का होता है । और दूसरा प्रश्न पत्र संविधान के 8वीं अनुसूची में उल्लेखित 22 भाषाओं में से अपनी सुविधा अनुसार कोई एक भाषा का चयन करना होता है । उपरोक्त दोनो प्रश्न पत्र को लेकर अभ्यर्थी सामान्यतः गंभीर नहीं होते जो कि अंतिम चयन के लिए घातक हो सकता है । इसलिए छात्र को इन दो प्रश्न पत्रों में विशेषज्ञता तो नही कम से कम सामान्य प्रदर्शन के लिए जरूर तत्पर होना चाहिए ताकि इन अनिवार्य प्रश्न पत्र में भी उत्तीर्ण हो सके ।

उज्जवल भविष्य की शुभकामनाओं सहित
टीम यूपीएससीपोर्टल

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