(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा लोक प्रशासन Paper-1 - 2010
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2010 लोक प्रशासन (Paper-1)
Exam Name: UPSC IAS Mains PUBLIC ADMINISTRATION (लोक प्रशासन) (Paper-1)
Marks: 250
Time Allowed: 3 Hours.
खण्ड 'A'
1. निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक में न हो :
(क) “संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दि लक्ष्यों (2000) को प्राप्त करने में, केवल शासन नहीं, बल्कि उत्तम शासन ही, मूल कारक है ।' स्पष्ट कीजिए ।
(ख) “मैक्ग्रेगर के विचार में, प्रबंधकीय ब्रह्मांडिकी (कॉस्मोलॉजी) प्रबंधक की समझ और उसके भूमिका बोध के प्रति अर्थपूर्ण तरीके से ध्यान केंद्रित करती है ।" स्पष्ट कीजिए ।
(ग) “सफल प्रबंधन नेता लिकर्ट के संगठनात्मक नेतृत्व के प्रति 'तंत्र-4' उपागम में पाए जाते हैं ।" परीक्षण कीजिए ।
(घ) “प्रशासन के अध्ययन की शुरुआत विधि की नींव के बजाय प्रबंधन के आधार से होनी चाहिए ।' स्पष्ट कीजिए ।
2. (क) “साइमन द्वारा निर्णयन की लोक प्रशासन के आधारभूत क्षेत्र के तौर पर पहचान करना, तार्किक रूप से स्वीकार्य प्रतीत होता है परंतु उसका निर्णयन को प्रत्यक्षवादी मज़बूती के साथ प्रस्तुत करना समस्यापूर्ण है ।" इस कथन का समालोचनापूर्वक परीक्षण कीजिए ।
(ख) “नव लोक प्रबंधन निर्जीव हो गया है। शासन का अंकीय युग दीर्घायु हो ।" टिप्पणी कीजिए ।
3. लोक प्रशासन पर, निम्नलिखित के विशेष उल्लेख के साथ, निजीकरण के प्रभाव को स्पष्ट कीजिए :
(क) प्रयोक्ता फीस का मुद्दा
(ख) सार्वजनिक-निजी साझेदारी
(ग) बाह्य-स्रोतन तकनीक
4. नागरिक चार्टर के मूल में, निम्नलिखित के विशेष उल्लेख के साथ, आधारभूत सिद्धांतों को स्पष्ट कीजिए :
(क) उसका प्रशासनिक दर्शन
(ख) लोक जवाबदेही की प्रोन्नति करना
(ग) लोक सेवा के मानकों को सुनिश्चित करना
(E-Book) UPSC लोक प्रशासन (Public Administration) हिन्दी Papers
Public Administration for UPSC Mains Exams Study Kit
खण्ड 'B'
5. निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक में न हो :
(क) “विकास की संकल्पना बहुआयामी एवं निरंतर विस्तारशील है ।” स्पष्ट कीजिए।
(ख) “रिग्स का प्रिज्मीय मॉडल विकासशील और विकसित समाजों पर बराबर-बराबर लागू होता है ।" टिप्पणी कीजिए ।
(ग) “बाज़ार विकासवाद की नई मूर्ति (आइकन) बन गया है ।" टिप्पणी कीजिए।
(घ) “लोक प्रशासन को सम्बन्धों के एक ऐसे पहिए के रूप में चित्रित किया जा सकता है, जिसको लोक नीति के निरूपण और क्रियान्वयन पर फोकस किया गया हो ।" स्पष्ट कीजिए ।
6. (क) सोपानिक संगठन में, प्रोत्रति नीति के सम्बन्ध में, 'पीटर सिद्धांत' की व्याख्या कीजिए ।
(ख) इस सम्बन्ध में, वरिष्ठता पर आधारित प्रोत्रति के मामले में, पक्ष एवं विपक्ष की ओर से चर्चा कीजिए ।
7. (क) कार्मिक प्रबंधन में सिंडिकेट विधि, भूमिका निर्वहन विधि, और टी-समूह प्रशिक्षण विधि के बीच पूर्णरूपेण विभेदन कीजिए ।
(ख) क्या आपके विचार में, ई-शासन और सु-शासन के बीच एक प्रकार का विरोधाभास है ? इस बात को पूरी तरह से समझाइए ।
8. (क) पी.पी.बी.एस. और निष्पादन बजटन के बीच विभेदन कीजिए ।
(ख) लोक सेवा में नैतिक नियमों को सुनिश्चित करने के सिद्धांतों पर, जैसे कि नोलन समिति रिपोर्ट (1994) में उनके बारे में सिफारिश की गई है, संक्षेप में चर्चा कीजिए ।
(ग) “लागत-लाभ विश्लेषण लोक नीति का मूल्यांकन करने का एक बहुत ही असंतोषजनक दृष्टिकोण है ।" टिप्पणी कीजिए ।
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(E-Book) UPSC लोक प्रशासन (Public Administration) हिन्दी Papers
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