(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा लोक प्रशासन Paper-2 - 2011
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2011 लोक प्रशासन (Paper-2)
Exam Name: UPSC IAS Mains PUBLIC ADMINISTRATION (लोक प्रशासन) (Paper-2)
Marks: 250
Time Allowed: 3 Hours.
खण्ड 'A'
1. निम्नलिखित के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 से अधिक शब्दों में न हो :
(क) “भारत में सामाजिक एवं आर्थिक विकास लाने हेतु , अधिकारी-वर्ग पर अत्यधिक निर्भरता दुष्प्रभावात्मक सिद्ध हुई है।" टिप्पणी कीजिए।
(ख) “विभिन्न राज्यों में लोक आयुक्तों की निष्पत्ति असमान रही है।" उदाहरणों सहित टिप्पणी कीजिए।
(ग) समकालीन भारत में राजनीतिक, संस्कृति और अधिकारीतंत्रीय संस्कृति के बीच के अन्तरापृष्ठ को उपयुक्त उदाहरण प्रस्तुत करते हुए समझाइए।
2. (क) स्वतंत्रता-प्राप्ति से; प्रधान मंत्री.कार्यालय (पी० एम० ओ०) की भूमिका के विकास पर चर्चा कीजिए।
(ख) “प्रशासनिक सुधार, साकल्यवादी रूपान्तरण के बजाय उपान्त पर निरन्तर कामचलाऊ मरम्मत करते रहने के कारण, तनु हो जाते हैं।" भारत में जिला प्रशासन को सुधारने के सन्दर्भ में इस कथन पर चर्चा कीजिए।
3. (क) निम्नलिखित कथन पर टिप्पणी कीजिए :
"भारत का नियंत्रक और 'महालेखा परीक्षक (सी० ए० जी०) एक ऐसी विधि के साथ एक अभियोजक है जो उसके प्रकार्यण को लड़खड़ाती है, दण्डादेश की शक्ति के बिना, एक न्यायाधीश है और अपील करने के अधिकार के बिना एक मुकदमेबाज़ है।"
(ख) “भारतीय संघवाद सम्भाव्य परिपक्वता की अवस्था से गुज़र रहा है।' केन्द्र-राज्य सम्बन्ध आयोग (न्यायमूर्ति एम० एम० पुंछी) के विचारों के सन्दर्भ में इस कथन की समीक्षा कीजिए।
4. (क) “पुलिस सुधारों के विषय का संसद् के समक्ष बार-बार आ खड़े होना जारी है।" इस कथन के प्रकाश में भारत में आपराधिक न्याय प्रणाली प्रशासन की स्थिति पर चर्चा कीजिए।
(ख) आशा की जाती है कि 'निष्पादन मूल्यांकन प्रणालियाँ', विशेष रूप से निष्पादन प्रबन्धन एवं मूल्यांकन प्रणाली (पी० एम० 'ई० एस०), भारत के प्रशासन में अधिकारीतंत्रीय संस्कृति का रूपान्तरण कर देगी। क्या आप इस बात से सहमत हैं? कारण बताइए।
(E-Book) UPSC लोक प्रशासन (Public Administration) हिन्दी Papers
Public Administration for UPSC Mains Exams Study Kit
खण्ड 'B'
5. निम्नलिखित के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक -200 से अधिक शब्दों में न हो :
(क) “भारत में 'राज्य तथा स्थानीय स्तरों पर होने वाले प्रशासनिक सुधारों की वास्तविक समस्या यह है कि वे ऊपर से आरोपित हैं।" विवेचना कीजिए।
(ख) वैश्विक स्थानिक वादविवाद के एक भाग के रूप में 'नव स्थानीयता' के आधारिक सिद्धान्तों पर चर्चा कीजिए।
(ग) “ज़िलों की एक बड़ी संख्या में, जिला योजनाकरण समितियों की अनुपस्थिति में जिला स्तर पर योजनाकरण के अभिसरण में रुकावट पैदा की है।" उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उपरोक्त कथन का परीक्षण कीजिए।
6. (क) (i)-"चाहे वह कितना भी सशक्त हो, एक लोकपाल भारत के राजनीतिक एवं प्रशासनिक तंत्र से भ्रष्टाचार नहीं मिटा सकता।" टिप्पणी कीजिए।
(ii) “अभियोग निराकरण प्रणाली भारत के लोक सेवा प्रबन्धन की सम्भवतया सबसे निर्बल कड़ी है।" टिप्पणी कीजिए।
(ख) “सामुदायिक पुलिसन सम्भ्रान्त बंदीकरण की शिकार बन चुकी है।" सामुदायिक पुलिसन की संकल्पना पर चर्चा कीजिए और उपरोक्त कथन के निहितार्थों को उजागर कीजिए।
7. (क) क्या नियंत्री कम्पनी की संरचना, दक्षता में वृद्धि करने के लिए, एक संस्थागत परिवर्तन के रूप में कार्य कर सकती है? उपयुक्त उदाहरणों के साथ अपना उत्तर दीजिए।
(ख) बहु-भागीदारियों की उदयमान छाया के बीच में नगरपालिका शासन की संस्थागत सुभेद्यता का परीक्षण कीजिए।
8. (क) (i) आपदाओं (डिज़ास्टर्स) की विभिन्न संकल्पनात्मक श्रेणियों की पहचान कीजिए।
(ii) आपदा प्रबन्धन की नई संस्कृति पर एक टिप्पणी लिखिए।
(ख) “आपदा बीमा वांच्छनीय है परन्तु क्रियान्वित करने में कोई आसान प्रस्थापना नहीं है।" उपयुक्त उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इसको सुस्पष्ट कीजिए।
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