(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा भूगोल Paper-1 - 2014
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2014 भूगोल (Paper-1)
खण्ड ‘A’
1. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(a) शब्द 'विसर्प' (मिऐन्डर) की परिभाषा दीजिए तथा गभीरीभूत विसर्प (इन्टेंच्छ मिऐन्डर) और अन्तःकर्तित विसर्प (इन्ग्रोन मिऐन्डर) के बुनियादी अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए।
(b). "सिरोको' और 'मिस्टूल' के प्रमुख लक्षणों की विवेचना कीजिए। ..
(c) पारिस्थितिक तंत्र के रूप में जीवमण्डल की प्रकृति का एक विवरण दीजिए।
(d) यूरेशियाई स्टेपी जीवोम (बायोम) की अद्वितीयता को स्पष्ट कीजिए।
(e) सारगैसो सागर और लैगून की उत्पत्ति तथा प्रकृति को सुस्पष्ट कीजिए।
2. (a) प्लेट विवर्तनिकी (प्लेट टेक्टॉनिक्स) की संकल्पना को स्पष्ट कीजिए। यह हिमालय और अपालेशियन पर्वतों के विरचन की व्याख्या करने में किस प्रकार सहायक हैं?
(b) तड़ित्-झंझा (थन्डरस्टॉर्म) की उत्पत्ति तथा विकास का सोदाहरण वर्णन कीजिए।
(c) पहाड़ियों में और पहाड़ी ढालों पर बढ़ते पर्यावरण निम्नीकरण के प्रमुख कारणों का उल्लेख कीजिए और निम्नवर्ती घाटी में इसके प्रभाव को स्पष्ट कीजिए।
3. (a) भारतीय मॉनसून की प्रकृति तथा उत्पत्ति और इसके पूर्वानुमान करने की अभिनव तकनीकों की विवेचना कीजिए।
(b) अपरदन पृष्ठों की संकल्पना को स्पष्ट कीजिए और उनके विकास के उत्तरदायी कारकों पर प्रकाश डालिए। ..
(c) समुद्री प्रदूषण के कारणों और परिणामों का एक समालोचनात्मक विवरण दीजिए।
4. (a) अपक्षय (वेदरिंग) और बृहत् क्षरण (मास वेस्टिंग) की व्याख्या कीजिए तथा उनके भू-आकृतिक महत्त्व का वर्णन कीजिए।
(b) प्राणि-भौगोलिक प्रदेश को परिभाषित कीजिए। नव-आर्कटिक प्राणि-भौगोलिक प्रदेश की मौलिक प्राणिसमूह रचना का भी वर्णन कीजिए।
(c) क्लाइव विल्किन्सन रिपोर्ट के सन्दर्भ में प्रवाल विरंजन (कोरल ब्लीचिंग) पर हाल के प्रेक्षणों का एक विवरण दीजिए।
खण्ड "B"
5. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(a) मानसिक मानचित्र (मेंटल मैप) की संकल्पना को विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए।
(b) विकासशील देशों में खाद्य सुरक्षा के मुद्दों का एक विवरण दीजिए।
(c) प्रति-नगरीकरण (काउंटर-अर्बनाइज़ेशन) के लिए उत्तरदायी कारकों की विवेचना कीजिए।
(d) कृषि-भूमि अर्थव्यवस्था के विकास में ऊोन्मुखी (बॉटम-अप) तथा. अधोमुखी (टॉप-डाउन) उपागमों की प्रासंगिकता की व्याख्या कीजिए।
(e) भूगोल में प्रतिमानों. (मॉडलों) के अनुप्रयोग का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।
6. (a) रोस्टोव द्वारा प्रतिपादित एक राष्ट्र के विकास की उत्प्रस्थान (टेकऑफ) और अनुवर्ती अवस्थाओं की आवश्यक शर्तों की व्याख्या कीजिए।
(b) कोयला उत्पादन से सम्बन्धित पर्यावरणीय तथा आर्थिक समस्याओं की विवेचना कीजिए।
(c) रैडिकल भूगोल के विकास में भूगोलवेत्ताओं के योगदान की विवेचना कीजिए।
7. (a) उपयुक्त उदाहरण देते हुए भौगोलिक अध्ययनों में तंत्र विश्लेषण (सिस्टम अनैलिसिस) के महत्त्व का वर्णन कीजिए।
(b) “नगरीय पोषणीयता (सस्टेनेबिलिटि) के लिए ग्रामीण पोषणीयता आवश्यक है।" समाकलित विकास उपागम की पृष्ठभूमि में इस कथन. की विवेचना कीजिए।
(c) “सिन्धु-गंगा हृदयप्रदेश (हर्थ) विश्व के सर्वाधिक समृद्ध सांस्कृतिक परिमण्डलों में से एक माना जाता है।" परीक्षण कीजिए।
8. (a) नगरीय प्रभाव के दायरे के सीमांकन की गुणात्मक तथा मात्रात्मक विधियों की व्याख्या कीजिए।
(b) “संसार वैश्विक संसाधन दुविधा के दौर से गुजर रहा है।" समीक्षा कीजिए।
(c) “खाद्य उत्पादकता के साथ पारिस्थितिक तंत्र की शुद्धता आज की आवश्यकता है।" विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए।