(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा राजनीति विज्ञान और अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध Paper-2 - 2014
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2014 राजनीति विज्ञान और अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध (Paper-2)
खण्ड ‘A’
Q1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए, जो प्रत्येक लगभग 150 शब्दों में हों :
(a) भारत में दलीय व्यवस्था न तो पाश्चात्य है और न ही देशी है । व्याख्या कीजिए ।
(b) नव सामाजिक आंदोलन किस लिहाज़ से प्रकृति में नवीन है ? चर्चा कीजिए ।
(c) क्या आप सहमत हैं कि संयुक्त राष्ट्र (यू.एन.) राष्ट्रपार आंतकवाद को काबू करने में असफल रहा है ? अपने उत्तर को सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
(b) (d) “अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में नारी-अधिकारवादी उपागम पक्षपाती है ।” टिप्पणी कीजिए ।
(e) “यूक्रेन का संकट शक्ति राजनीति और भू-राजनीति की उपज है।” टिप्पणी कीजिए ।
Q2. (a) “सहयोग के इतने अधिक स्वीकृत क्षेत्रों, असंख्य संस्थागत यंत्रावलियों और एक स्थायी सचिवालय के बावजूद, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) क्षेत्रीय समूहन की अर्थपूर्ण उड़ान नहीं ले पाया है ।” विवेचना कीजिए ।
(b) वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) की पर्यावरण चिंताओं के प्रति उपागमों का समालोचनात्मक . मूल्यांकन कीजिए।
(c) राष्ट्रीय सुरक्षा की संकल्पना की बदलती हुई प्रकृति का समालोचनात्मक आकलन कीजिए ।
Q3. (a) बदलते हुए वैश्विक परिवेश के संदर्भ में, संयुक्त राष्ट्र-संघ के सुधारों के लिए तर्क दीजिए।
(b) अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में मिस्टर 'एक्स' कौन था ? विदेश नीति के सम्बन्ध में, उसके उपागम को सविस्तार स्पष्ट कीजिए ।
(c) “मॉर्टन ए. कैपलन का व्यवस्था सिद्धान्त तंत्र उपागम (सिस्टम्स ऐप्रोच) के मौलिक नियमों (प्रीसैप्ट्स) के विपरीत है ।” टिप्पणी कीजिए।
Q4. (a) समसामयिक अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति में बहु-राष्ट्रीय निगमों (MNCs) तथा नागरिक समाज के बढ़ते महत्त्व की आप किस प्रकार व्याख्या करेंगे ?
(b) 'वैश्विक गाँव' का क्या अर्थ है ? इसके मुख्य अभिलक्षण बताते हुए, इसके विकास में सहायक कारकों को भी स्पष्ट कीजिए ।
(c) उन मुख्य कारकों पर चर्चा कीजिए जिन्होंने संसार को 'बिलियर्ड बॉल मॉडल' से 'कॉबवेब मॉडल' में परिवर्तन करने में योगदान दिया है।
खण्ड "B"
Q5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए, जो प्रत्येक लगभग 150 शब्दों में हों :
(a) क्या भारत की सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता की तलाश एक सम्भावना है, या कि यह केवल काल्पनिक मुरली बजाने जैसा है ? कारण बताते हुए व्याख्या कीजिए ।
(b) "अफगानिस्तान भारत के प्रादेशिक और वैश्विक शक्ति के रूप में उदीयमान होने की निर्णायक परीक्षा है ।” चर्चा कीजिए ।
(c) “यूरोपीय संघ – भारत सम्बन्धों को प्रयोजनपूर्वक 'रणनीतिक' कहे जाने से पूर्व, एक लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा ।” चर्चा कीजिए ।
(d) क्या आप इस विचार से सहमत हैं कि कुछ समय से सं.रा. अमरीका भारत के साथ केवल एक पिछलग्गू के तौर पर व्यवहार करने के बजाय, एक साझेदार के रूप में व्यवहार करने के लिए राज़ी है ? अपने उत्तर के लिए कारण प्रस्तुत कीजिए।
(e) भारत द्वारा एन.पी.टी. के विरोध के आधारों पर चर्चा कीजिए ।
Q6. (a) भारत जापान सम्बन्धों में हाल के परिवर्तनों का मूल्यांकन कीजिए ।
(b) “परिसंघीय एकक (फैडरल यूनिट) भारत की विदेश नीति बनाने में आलोचक हैं ।” पश्चिम बंगाल बनाम बांग्लादेश की भूमिका के संदर्भ के साथ इस कथन का परीक्षण कीजिए ।
(c) “भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति, भारतवासियों की प्रतिभा और उनके हितों के द्वारा निर्देशित रही है ।” स्पष्ट कीजिए।
Q7. (a) शीतयुद्धोत्तर युग में भारत – रूस सम्बन्धों के चालकों का विश्लेषण कीजिए ।
(b) भारत की सुरक्षा और विदेश नीति चिंताओं के लिए ईराक और पश्चिमी एशिया में विक्षोभ के . परिणामों का परीक्षण कीजिए ।
(c) विगत वर्षों में संयुक्त राष्ट्र-संघ के शांति-अनुरक्षण प्रचालनों में, भारत की भागीदारी का मूल्यांकन कीजिए।
Q8. (a) प्रधानमंत्री कार्यालय (पी.एम.ओ.) के समांतर उदय के साथ विदेश मंत्रालय भारत की विदेश नीति के निर्माण में अपने महत्त्व को खोता जा रहा है । स्पष्ट कीजिए ।
(b) “1962 में चीन – भारत युद्ध के पश्चात्, भारत की विदेश नीति में आए प्रमुख परिवर्तनों में से कुछ निरंतरता के अपेक्षाकृत बड़े ढाँचे के भीतर थे ।” चर्चा कीजिए ।
(c) विदेश नीति के इतिहास में, किन्हीं दो देशों के बीच के सम्बन्ध, शायद ही कभी इतनी तेज़ी के साथ पल्लवित हुए हैं, कि जितने भारत और इजरायल के मामले में हुए हैं । चर्चा कीजिए ।