(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा मनोविज्ञान Paper-1 - 2014
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2014 मनोविज्ञान (Paper-1)
खण्ड ‘A’
1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) 'सामाजिक अधिगम' (सोशल लर्निंग) और 'अनुकूलन' (कॉन्डिशनिंग) के बीच विभेदन कीजिए।
(b) 'सांवेदिक अनुकूलन' की संकल्पना की व्याख्या कीजिए और दैनिक जीवन में इसके उपयोगों पर चर्चा कीजिए।
(c) विकासात्मक परिणामों को सहज बनाने के लिए, एक नवाचारी उपागम (इनोवेटिव ऐप्रोच) के रूप में, पारिस्थितिकीय संदर्श की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(d) मनोवैज्ञानिक अनुसंधान में कारक विश्लेषण के उपयोगों का वर्णन कीजिए और इसमें प्रयुक्त विभिन्न प्रकार के घूर्णनों (रोटेशन) का वर्णन कीजिए।
(e) किन बातों में 'कारक डिज़ाइन के भीतर', 'कारक डिज़ाइन के बीच' से भिन्न है?
2. (a) · अल्पकालिक स्मृति (शॉर्ट-टर्म मेमोरी) की एकल-प्रक्रम थियोरी और द्वि-प्रक्रम थियोरी के बीच विभेदन कीजिए।
(b) सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता बढ़ाने के लिए कौन-सी मनोवैज्ञानिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है?
(c) मनोवैज्ञानिक अनुसंधान में कौन-सी बहुचरीय तकनीकें प्रयुक्त होती हैं? उनके उपयोगों को बताइए।
3. (a) प्रायोगिक अनुसंधान की वैधता (वैलिडिटी) के लिए कौन-से विभिन्न प्रकार के ख़तरे हैं? उदाहरणों की सहायता से अपना उत्तर स्पष्ट कीजिए।
(b) प्रायिकता अधिगम के क्या भेदक अभिलक्षण हैं? वास्तविक जीवन में यह कितना उपयोगी है?
(c) क्या प्रत्यक्षण (पर्सेप्शन) एक रचनात्मक प्रक्रिया है? भ्रमों और स्थैर्यों (इल्यूशन और कॉन्स्टेन्सी) पर किए गए अध्ययनों के आलोक में व्याख्या कीजिए।
4. (a) क्या आप ऐसा सोचते हैं कि प्राकृतिक विज्ञान, मनोवैज्ञानिक अध्ययनों के लिए एक अच्छा मॉडल प्रदान करते हैं? अपने उत्तर की पुष्टि में तर्क दीजिए।
(b) किशोरावस्था के दौरान संज्ञानात्मक तथा नैतिक विकास के प्रमुख पक्षों पर चर्चा कीजिए।
(c) मानव स्मृति में रचनात्मक तथा पुनर्रचनात्मक प्रक्रियाओं की क्या भूमिका है? व्याख्या कीजिए।
खण्ड "B"
5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) ध्यान (मेडिटेशन) के कौन-से प्रमुख प्रकार हैं? संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं पर उनके प्रभावों का वर्णन कीजिए।
(b) विशिष्ट आवश्यकताओं वाले बच्चों की बुद्धि के आकलन में आने वाली समस्याओं का वर्णन कीजिए।
(c) संवेगात्मक अनुभवों में विभिन्न तंत्रिकीय और शरीरक्रियात्मक प्रक्रियाओं की भूमिका का विवेचन कीजिए।
(d) विशेषज्ञों की रणनीतियों और ज्ञान-आधार के बारे में प्रयोगों द्वारा क्या जानकारी प्राप्त हुई है? विवेचन कीजिए।
(e) क्या गुणारोपण प्रक्रम (ऐट्रिब्यूशन प्रोसेस) में आत्म-सेवी अभिनति सर्वव्यापक है? टिप्पणी कीजिए।
6. (a) आत्म (सेल्फ) किस प्रकार संस्कृति से सम्बन्धित है? आत्म-अर्थारोप (सेल्फ-कंस्टूअल) और व्यक्तिवाद सामूहिकतावाद पर किए गए अध्ययनों के प्रकाश में विवेचन कीजिए।
(b) भारतीय सन्दर्भ में द्विभाषिकता और बहुभाषिकता पर टिप्पणी करते हुए स्कूलन (स्कूलिंग) से प्रासंगिक भाषा-नीति की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(c) कृत्रिम बुद्धि और मानव सूचना प्रक्रमण तंत्र की सीमाओं की तुलना कीजिए। मानव निष्पादन के लिए इनके परिणामों का विवेचन कीजिए।
7. (a) फ्रॉम, इरिक्सन तथा सुधीर कक्कड़ के कार्यों में प्रतिबिम्बित मनोविश्लेषण थियोरी के उद्विकास का संक्षिप्त विवेचन कीजिए।
(b) नियम अधिगम (रूल लर्निंग) से क्या तात्पर्य है? कुछ महत्त्वपूर्ण नियमों का वर्णन कीजिए और प्रत्येक नियम से जुड़ी संकल्पनाओं का उल्लेख कीजिए।
(c). सांवेगिक प्रकार्यण के निर्धारण में संज्ञानात्मक कारकों की क्या भूमिका है? विवेचन कीजिए।
8. (a) सांवेगिक बुद्धि के प्रमुख घटक कौन-से हैं? स्कूल जाने वाले बच्चों में इसके विकास को सहज बनाने में माता-पिता और शिक्षक किस प्रकार सहायक हो सकते हैं?
(b) भारतीय समाज में लिंग से जुड़े पूर्वाग्रह की जड़ों का विवेचन कीजिए। यह इतना अधिक प्रतिरोधी क्यों है?
(c) अपने द्वारा देखे गए कुछ सफल विज्ञापनों पर विचार करते हुए बताइए कि कौन-से प्रमुख कारक संचार की प्रभाविता में वृद्धि कर देते हैं।