(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा लोक प्रशासन Paper-1 - 2014

UPSC CIVIL SEVA AYOG

संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2014 लोक प्रशासन (Paper-1)

खण्ड ‘A’

1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए : 

(a) लोक प्रशासन की ज्ञानमीमांसीय (एपिस्टेमोलॉजिकल) स्थिति से आने वाले उसके विविक्त पक्षों पर उत्तर-संरचनावादी परिप्रेक्ष्य के क्या निहितार्थ हैं? 

(b) "अनुकूली (एडैप्टिव), समस्या-समाधानी, विविध विशेषज्ञों की अस्थायी प्रणालियाँ, जो एक जैविक निरंतर परिवर्तन में समन्वयी कार्यपालकों द्वारा एक-दूसरे से जुड़े हुए हों—यही वह मौलिक रूप है जो धीरे-धीरे अधिकारीतंत्र का स्थान ले लेगा।" इस कथन के प्रकाश में 'अधिकारीतंत्र का अंत' अभिधारणा तथा उसकी शक्तियों और परिसीमाओं पर चर्चा कीजिए। 

(c) "कार्ल मार्क्स की अधिकारीतंत्र की व्याख्या की जड़ें राज्य की प्रकृति के इतिहास में थीं।" मूल्यांकन कीजिए। 

(d) “प्रशासनिक और सांविधानिक विधि के बीच संकल्पनात्मक विभाजन काफी छिद्रिल है, और यह कि अनेक आयामों की दिशा में प्रशासनिक विधि को स्वभाव में संविधानों से ज्यादा सांविधानिक माना जा सकता है।" आप इस कथन को किस प्रकार उचित सिद्ध करेंगे? (e) क्या पीटर ड्रकर यह कहने में न्यायसंगत हैं कि “प्रबंधन सिद्धान्तों को हमको यह नहीं बताना चाहिए कि क्या करो, बल्कि केवल यही बताना चाहिए कि क्या न करो"? टिप्पणी कीजिए। 

2. (a) “शासन थियोरी और शासकीयता (गवर्नमेन्टलिटी) के अभिप्राय (नोशन) के अभिसरण (कन्वर्जेन्स) के अनेक बिंदु हैं, परंतु वे समान्तर रेखाओं में चलते हैं।" टिप्पणी कीजिए। 

(b) “समकालीन युग में उत्तर-औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं के सन्दर्भ में टेलर के विचारों में आशोधन की आवश्यकता है।" तर्कों के द्वारा इसको सही सिद्ध कीजिए। 

(c) संगठनात्मक डिज़ाइन की 'रणनीतिक आकस्मिकता थियोरी' उप-इकाई केन्द्रीयता और अ-प्रतिस्थापनीयता (नॉन्-सब्स्टिट्यूटेबिलिटी) से पैदा होने वाली समस्याओं से किस प्रकार निपटती है? 

3. (a) मैकग्रेगर के अनुसार, "वास्तविक संव्यावसायिक सहायता सेवार्थी के साथ ईश्वर का अभिनय करने में नहीं है, बल्कि सेवार्थी के अधिकार में संव्यावसायिक ज्ञान और कौशल सामने रख देने से है"। उपरोक्त के प्रकाश में सही साबित कीजिए कि थियोरी Y किस प्रकार सांकेतिक है और आदेशात्मक नहीं है।

(b) "अनौपचारिक संगठन की धारणा विविध और अव्यवस्थित रूप से फैली हुई अंतर्वस्तुओं की अवशिष्ट या कैफिटेरिया संकल्पना है।" गोल्डनर किस प्रकार से 'औपचारिक' और 'अनौपचारिक' संगठन के बीच अन्तरांगुलीयकरणों (इंटरडिजिटेशन्स) को समझने की आवश्यकता स्थापित करता है? 

(c) "सूचना का अधिकार सभी कुछ नागरिक सशक्तीकरण के लिए नहीं है, आवश्यक रूप से यह जवाबदेही की संकल्पना को पुनर्परिभाषित करता है।" चर्चा कीजिए। 

4. (a) “नव लोक प्रबंधन और उत्तर-नव लोक प्रबंधन सुधार पहलों ने प्रबंधकीय, राजनीतिक, प्रशासनिक, विधिक, संव्यावसायिक और सामाजिक जवाबदेही के बीच के संतुलन को प्रभावित किया है।" विश्लेषण कीजिए। 

(b) "स्वतंत्र अभिकरणों को प्रत्यायोजन (डेलिगेशन), प्रतिस्पर्धा (एम्यूलेशन) द्वारा चालित एक अन्योन्याश्रित प्रक्रम में घटित हुआ है।" आधुनिक विनियामक (रेगुलेटरी) राज्य में स्वतंत्र विनियामक अभिकरणों के सन्दर्भ में इस पर चर्चा कीजिए। 

(c) "स्वैच्छिक संगठन सरकारी अभिकरणों के संवेदीकरण के औज़ार बन गए हैं।" टिप्पणी कीजिए। 

खण्ड "B" 

5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए : 

(a) उत्तर-वैश्वीकरण युग के सन्दर्भ में रिग्स की विभेदीकरण की संकल्पना का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। 

(b) “'विकास प्रशासन' शब्द का इस्तेमाल केवल मोटे अर्थों में उपागमों और दृष्टिकोणों की विविधता चिह्नित करने के लिए किया जा सकता है।" चर्चा कीजिए। 

(c) “शासन-प्रणाली के लिए सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण बात सरकार के निर्गतों (आउटपुट्स) के बजाय परिणाम होती है।" ई-सरकार और ई-शासन के सन्दर्भ में विश्लेषण कीजिए।

(d) “जैसे-जैसे सरकारें स्वतंत्रता सीमित करती हैं, नीतियाँ राजनीति का निर्धारण करती हैं।" इस कथन की समीक्षा कीजिए।

(e) "बजटीय प्रक्रम में सुधार के बजाय, वाइल्डवस्की राजनीतिक संस्थाओं और नियमों की भूमिका को पुनर्परिभाषित करने को प्रस्तावित करता है, जिसके द्वारा राजनीति बजट पर सहमति पर आ टिकती है।" स्पष्ट कीजिए। 

6. (a) "हम किसी चीज़ को निष्पादन लेखापरीक्षा कहते हैं, तो उसका अर्थ यह होता है कि हम उसमें ऐसे प्रमुख अभिलक्षणों को समाविष्ट कर लेते हैं, जो उसको जाँच के अन्य रूपों से अलग पहचान प्रदान करते हैं।" निष्पादन मापन के प्रमुख मापों या संकेतों का उल्लेख करते हुए इस पर चर्चा कीजिए। 

(b) "लोक नीति विश्लेषण तक निर्गत अध्ययन उपागम (ऐप्रोच) तार्किक तकनीकों पर और लोक नीति के नियतनकारी आयाम पर अति बल देता है।" इस कथन का विश्लेषण कीजिए। 

(c) "एम० आइ० एस० (प्रबन्धन सूचना तंत्र) का क्षेत्र आवश्यक रूप से कम्प्यूटर विज्ञान का एक विस्तार नहीं है, बल्कि प्रबन्धन और संगठन थियोरी का विस्तार है।" सुस्पष्ट कीजिए। 

7. (a) “ई-सरकार की तकनीकी और बहु-शास्त्रीय प्रकृति ने सरकार के भीतर नीति-निर्माताओं, कार्यक्रम प्रशासकों और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच एक अन्योन्याश्रित सम्बन्ध पैदा कर दिया है। सामान्यज्ञ-विशेषज्ञ सम्बन्ध के सन्दर्भ में विश्लेषण कीजिए। 

(b) “आत्मनिर्भरता समूहों ने न केवल महिलाओं को शक्ति प्रदान की है, बल्कि महिला विकास के प्रति रुचि रखने वाले सभी व्यक्तियों (स्टेकहोल्डर्स) में एक अभिवृत्तिक परिवर्तन भी ला दिया है।" चर्चा कीजिए। 

(c) "अनेक एशियाई और अफ्रीकी देशों ने सिविल सेवा के एक विशेषाधिकार प्राप्त सम्भ्रान्त वर्ग के रूप में होने के औपनिवेशिक विचार को विरासत में पाया है। अतएव, सिविल सेवा की सामाजिक प्रस्थिति, परिवर्तन के लिए अधिकारीतंत्र की अनुपयुक्तता (अनुसुटेबिलिटी) का एक महत्त्वपूर्ण पक्ष है।" टिप्पणी कीजिए। 

8. (a) प्रोग्राम बजटन, आउटपुट बजटन और 'नव' निष्पादन बजटन के प्रमुख तत्त्वों की पहचान कीजिए। उनकी PPBS के साथ किस-किस बात में समानता है? 

(b) वाइ० ड्रॉअर के अनुसार, "किसी-न-किसी प्रकार काम निकालने का विज्ञान, नीति-निर्माण में जड़त्व-समर्थक और नवाचार-विरोधी विचारों का अनिवार्यतः प्रबलन है"। टिप्पणी कीजिए। 

(c) "प्रशासन का ब्रितानी दर्शन, प्रशासन विज्ञान के नैतिकता के साथ एकीकरण पर आधारित है।' विश्लेषण कीजिए।

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