(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा मनोविज्ञान Paper-1 - 2016
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2016 मनोविज्ञान (Paper-2)
खण्ड ‘A’
1. निम्नलिखित प्रश्नों में प्रत्येक का उत्तर 150 शब्दों में दीजिए :
(a) मनोवैज्ञानिक परीक्षण किन रूपों में वैयक्तिक भिन्नताओं के मूल्याङ्कन में उपयोगी हैं ? उदाहरण सहित उत्तर दीजिए।
(b) सेवा-पेशेवरों के मनोवैज्ञानिक कल्याण को किस प्रकार प्रोत्साहित किया जा सकता है ? विवेचना कीजिए ?
(c) क्या भारतीय संगठनों में कार्य प्रयोजन के विवेक के संदर्भ में हर्ज़बर्ग का सिद्धान्त सुसंगत है ? व्याख्या करें।
(d) प्रभावशील अध्यापन-अधिगम प्रक्रम में निहित कतिपय महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों का विवरण प्रस्तुत कीजिए।
(e) सामाजिक विकास के लिए सामुदायिक अन्तःपों में छोटे समूहों की उपादेयता की विवेचना कीजिए।
2.(a) आपराधिक व्यवहार में स्थितिक घटकों की भूमिका का विवरण कीजिए।
(b) मनोवैज्ञानिक परीक्षणों की प्रभावकारिता को निर्धारित करने वाले घटकों का विश्लेषण कीजिए । मनोवैज्ञानिक परीक्षणों के प्रयोग की सीमाओं की विवेचना कीजिए।
(c) सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए किस प्रकार समूह निर्णय की प्रक्रिया का प्रभावकारी प्रयोग किया जा सकता है ? वर्णन कीजिए।
3.(a) मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तियों के पुनर्वासन में सामाजिक अभिकरणों (एजेन्सियों) की भूमिका का मूल्याङ्कन कीजिए ।
(b) आधुनिक संगठनों में मानव संसाधन विकास के लिए सामर्थ्य चित्रण किस प्रकार किया जाता है ? उदाहरणसहित स्पष्ट कीजिए ।
(c) मनोविश्लेषणात्मक उपचारों की प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए एवं मानसिक रोगों के निवारण में उनकी भूमिका का मूल्याङ्कन कीजिए ।
4.(a) औद्योगिक संगठनों की भांति क्या नौकरशाही संगठनों में सहभागी प्रबन्धन उतना ही प्रभावशील है जितना कि होना चाहिए ? इसका आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए ।
(b) जीवन-शैली की परिवर्तनशीलता किस प्रकार से किसी व्यष्टि की जीवनगुणता को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावित करती है।
(c) भारत में धार्मिक समूहों के सामाजिक एकीकरण के अभाव को कौन से मनोवैज्ञानिक घटक व्याख्येय करेंगे ? विवेचना प्रस्तुत कीजिए ।
खण्ड ‘B’
5. निम्नलिखित प्रश्नों में प्रत्येक का उत्तर 150 शब्दों में दीजिए :
5.(a) मानसिक रोगों के निवारण में व्यवहार-चिकित्सा की प्रभावकारिता की विवेचना कीजिए।
(b) मानसिक विकारों की व्याख्या किन जैविक कारकों द्वारा की जाती है ? विवेचना करें।
(c) विद्यालयों में मूल्यों की शिक्षा के महत्व को स्पष्ट करें और बच्चों के व्यक्तित्व विकास में इसकी प्रासंगिकता पर टिप्पणी कीजिए।
(d) तृतीयक स्तर की पुनर्वासन योजनाओं के आयोजन में मनोवैज्ञानिकों की भूमिका की विवेचना कीजिए ।
(e) भारतीय संस्कृति में छोटे परिवार मानक को प्रोत्साहित करने में मीडिया की क्या भूमिका हो सकती है ?
6.(a) क्या आदिवासियों के आर्थिक विकास में सम्बन्धन की आवश्यकता आड़े आती है ? विवेचना कीजिए ।
(b) अन्तर्वैयक्तिक सम्बन्धों में सामाजिक मीडिया के मनोवैज्ञानिक परिणामों का मूल्याङ्कन कीजिए ।
(c) सरकार की “कुशल-भारत" (स्किल-इंडिया) योजना को विकसित करने में और उसके कार्यान्वयन में मनोवैज्ञानिकों की क्या भूमिका हो सकती है ?
7.(a) किस प्रकार मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों का प्रयोग लोगों को उनकी आवेगशील ख़रीददारी के लिए उन्हें प्रभावित किया जा सकता है ?
(b) खिलाड़ियों के प्रदर्शन के निष्पादन में सुधार के लिए संज्ञानात्मक एवं व्यवहारात्मक चिकित्सा की भूमिका की विवेचना कीजिए ।
(c) मानसिक स्वास्थ्य पर जन-संकुलन के प्रभाव का विश्लेषण कीजिए । उन मनोवैज्ञानिक उपायों की विवेचना कीजिए जिनका प्रयोग जन-संकुलन से जनित प्रतिबल को कम करने में किया जा सकता है ।
8.(a) भारत में लैंगिक भिन्नताओं को कौन से घटक स्पष्ट करते हैं ? लैंगिक-भिन्नताओं को कम करने के लिए कुछ मनोवैज्ञानिक युक्तियाँ सुझाइए।
(b) सीमाक्षेत्रों में नियुक्त रक्षाकार्मिकों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले यंत्रों के निर्माण में मानव-अभियांत्रिकी का प्रयोग किस प्रकार किया जा सकता है ? विवेचना करें ।
(c) पूर्वाग्रह-निर्माण के प्रक्रम की विवेचना कीजिए । उन मनोवैज्ञानिक कार्यनीतियों को स्पष्ट करें जिनका प्रयोग द्वन्द्वों के अंगीकरण में किया जा सकता है ।
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