(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा भूविज्ञान Paper-1 - 2020
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2020 भूविज्ञान (Paper-1)
खण्ड ‘A’
1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) विभिन्न प्रकार के उल्कापिंडों की विवेचना कीजिए।
(b) उन विभिन्न क्षेत्रों की विवेचना कीजिए, जिनमें आइ० आर० एस० आँकड़ों का विकास कार्य एवं संसाधन प्रबंधन में उपयोग किया जा सकता है।
(c) उष्ण-शुष्क एवं शीत-शुष्क जलवायु की दो-दो नैदानिक भू-आकृतियों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
(d) हम प्राथमिक लक्षणों से तलों के शीर्ष का निर्धारण कैसे करते हैं?
(e) वलन स्थिति (नमन एवं अवनमन) के आधार पर वलन के वर्गीकरण का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
2. (a) पृथ्वी की आंतरिक संरचना की व्याख्या कीजिए। परिष्कृत रेखाचित्रों सहित असान्तत्यों पर एक टिप्पणी जोडिए।
(b) भारत के पूर्वी एवं पश्चिमी तटों की भू-संरचना में भिन्नता की विवेचना कीजिए। इस भिन्नता का मुख्य कारण क्या है?
(c) असंगति क्या है और इसके संरचनात्मक तथा स्तरिक महत्त्व क्या हैं? स्वच्छ रेखाचित्रों सहित चार विभिन्न प्रकार की असंगतियों की विवेचना कीजिए।
3. (a) भारतीय उपग्रह कार्टोसैट-3 एवं रीसैट-2B की मुख्य विशेषताओं की विवेचना कीजिए। ये उपग्रह अपने पूर्ववर्तियों से किस प्रकार श्रेष्ठ हैं?
(b) भूकंप के आकार की एक अभिव्यक्ति के रूप में परिमाण और तीव्रता की व्याख्या कीजिए। भूकंपजनित क्षति पर एक टिप्पणी जोड़िए।
(c) अपरूपण अंचल क्या होता है तथा इसकी विरचना की क्या दशाएँ होती हैं? विरूपण प्रकार के आधार पर इसकी सामान्य विशेषताओं और प्रकारों की विवेचना कीजिए।
4. (a) मोर के तनाव आरेख और उसके महत्त्व की विवेचना कीजिए। चट्टानों में विभिन्न तनाव-स्थितियों के निरूपण में इसकी प्रासंगिकता क्या है?
(b) समुद्र-तल के प्रसरण की प्रक्रिया की विवेचना कीजिए और समुद्री पटल के विस्तार का प्रमाण देने वाले चार साक्ष्य दीजिए।
(c) मृदा-निर्माण के तीन मुख्य नियंत्रक कारकों का वर्णन कीजिए। आधुनिक मृदा, पुरामृदा से भिन्न कैसे होती है?
'खण्ड-B'
5. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) उन तीन प्रक्रियाओं का वर्णन कीजिए, जिनके द्वारा पौधों के अवशेष तथा अकशेरुकी कवचों को जीवाश्म के रूप में संरक्षित किया जा सकता है।
(b) कड्डपा महासमूह की चट्टानों से जुड़ी खनिज संपदा का एक विवरण दीजिए।
(c) भारत में तृतीयकल्पी चट्टानों से जुड़े आर्थिक खनिज भंडारों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
(d) भूजल चलन और भंडारण को प्रभावित करने वाले कारकों की व्याख्या कीजिए।
(e) चट्टानों के पाँच अभियांत्रिकी गुणों की विवेचना कीजिए।
6. (a) प्रोटो-होमिनिस से होमो सेपिएन्स के उद्भव में रूपाकारिकीय अभिनतियों की विवेचना कीजिए।
(b) भारत के विवर्तनिक उपभागों का मानचित्र बनाइए और प्रत्येक उपभाग के प्रमुख लक्षणों की विवेचना कीजिए।
(c) खारे जल के अन्तर्वेधन की प्रक्रिया की परिष्कृत रेखाचित्रों द्वारा व्याख्या कीजिए। भारत से इसके उदाहरण दीजिए।
7. (a) पृथ्वी के प्राचीनतम से नवीनतम काल तक के मानक स्तरिक कालमापक का वर्णन कीजिए। काल इकाइयों के दौरान हुई प्रमुख घटनाओं की विवेचना कीजिए।
(b) भारत के प्रायद्वीपीय और अप्रायद्वीपीय भागों की निम्न गोंडवाना वनस्पतियों का एक विवरण दीजिए। ये किस प्रकार की पर्यावरणीय स्थितियों का संकेत करती हैं?
(c) भूस्खलन क्या है? उसके विभिन्न प्रकारों और उनके कारणों की व्याख्या कीजिए। भारत से दो उदाहरण दीजिए।
8. (a) कठोर एवं नरम चट्टान क्षेत्रों में भूजल विभव बढ़ाने के लिए प्राकृतिक एवं कृत्रिम पुनर्भरण प्रक्रियाओं की व्याख्या कीजिए।
(b) दो सूक्ष्म-जीवाश्मों के नाम बताइए और विवेचना कीजिए कि इनका उपयोग पुराजलवायु परिस्थितियों के पुनर्निर्माण में कैसे किया जाता है।
(c) भारत से उदाहरण देते हुए क्रिटेशस-टर्शरि सीमा (K-T सीमा) की विवेचना कीजिए।
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