UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 08 September 2020
UPSC परीक्षा : दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 08 September 2020
::National::
भारत में साक्षरता के मामले में केरल अव्वल, आंध्र प्रदेश सबसे निचले स्थान पर
- राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सर्वेक्षण के अनुसार भारत में साक्षरता के मामले में केरल एक बार फिर पहले पायदान पर रहा है जबकि आंध्र प्रदेश सबसे निचले स्थान मौजूद है।
- सर्वेक्षण के अनुसार केरल में साक्षरता दर 96.2 प्रतिशत जबकि आंध्र प्रदेश 66.4 प्रतिशत है।
- राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के 75वें दौर के तहत जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच 'परिवारिक सामाजिक उपभोग: भारत में शिक्षा ' पर आधारित इस रिपोर्ट में सात साल या उससे अधिक आयु के लोगों के बीच साक्षरता दर की राज्यवार जानकारी दी गई है।
- सर्वेक्षण के अनुसार केरल के बाद दिल्ली 88.7 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ दूसरे स्थान पर है। उत्तराखंड 87.6 प्रतिशत के साथ तीसरे, हिमाचल प्रदेश 86.6 फीसदी के साथ चौथे और असम 85.9 प्रतिशत के साथ पांचवे स्थान पर है।
- दूसरी ओर राजस्थान 69.7 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ सबसे पिछड़े राज्यों में दूसरे स्थान पर है। इसके ऊपर बिहार 70.9, तेलंगाना 72.8 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 73 प्रतिशत और मध्य प्रदेश 73.7 प्रतिशत हैं।
- सर्वेक्षण के अनुसार देश की साक्षरता दर 77.7 प्रतिशत है। देश के ग्रामीण इलाकों की साक्षरता दर जहां 73.5 प्रतिशत है, वहीं शहरी इलाकों में यह दर 87.7 प्रतिशत है।
- राष्ट्रीय स्तर पर पुरुषों की साक्षरता दर 84.7 प्रतिशत जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 70.3 प्रतिशत है।
- सर्वेक्षण में कहा गया है कि सभी राज्यों में पुरुषों की साक्षरता दर महिलाओं से अधिक है। केरल में पुरुषों की साक्षरता दर 97.4 प्रतिशत जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 95.2 प्रतिशत है।
- इसी प्रकार, दिल्ली में पुरुषों की साक्षरता दर 93.7 प्रतिशत जबकि महिलाओं की यह दर 82.4 प्रतिशत है।
- साक्षरता दर के मामले में पिछड़े राज्यों में भी पुरुषों और महिलाओं की साक्षरता दर में अच्छा-खासा अंतर है।
- आंध्र प्रदेश में पुरुषों की साक्षरता दर 73.4 प्रतिशत है जबकि महिलाओं (सात साल या उससे अधिक आयु)की साक्षरता दर 59.5 प्रतिशत है।
- राजस्थान में पुरुषों की साक्षरता दर जहां 80. 8 प्रतिशत है, वहीं महिलाओं की साक्षरता दर 57.6 प्रतिशत है।
- बिहार में भी पुरुषों की साक्षरता दर महिलाओं से अधिक है। बिहार में जहां 79.7 प्रतिशत पुरुष साक्षर हैं, वहीं 60 प्रतिशत महिलाएं पढ़ी-लिखी हैं।
- सर्वे के दौरान देशभर से 8,097 गांवों से 64,519 ग्रामीण परिवारों और 6,188 ब्लॉक से 49,238 शहरी परिवारों के सैंपल लिये गए थे।
- सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चार प्रतिशत ग्रामीण परिवारों और 23 प्रतिशत शहरी परिवारों के पास कंप्यूटर है।
- रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण इलाकों में 15 से 29 साल तक की उम्र के लगभग 24 प्रतिशत जबकि शहरी इलाकों में 56 प्रतिशत लोग कंप्यूटर चला सकते हैं।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे से 30 दिन पहले 15 से 29 साल के बीच के लगभग 35 प्रतिशत लोग इंटरनेट चला रहे थे। ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की दर 25 प्रतिशत जबकि शहरी इलाकों में 58 प्रतिशत है।
सर्वे के अनुसार देश में hiring की स्थिति 15 साल में सबसे बदतर
- भारत में नियुक्तियों या भर्तियों (Hiring) का परिदृश्य 15 साल के सबसे कमजोर स्तर पर पहुंच गया है। 800 से अधिक नियोक्ताओं के सर्वे में सिर्फ तीन प्रतिशत कंपनियों ने ही अगले तीन माह के दौरान नई नियुक्तियां करने की मंशा जताई है।
- मैनपावरग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे में देशभर की 813 कंपनियों के विचार लिए गए हैं। सर्वे के अनुसार भारतीय नियोक्ता 2020 की पहली तिमाही में नियुक्तियों को लेकर सतर्कता का रुख अपना रहे हैं।
- सर्वे के अनुसार 7 प्रतिशत नियोक्ताओं ने कहा कि वे कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं 3 प्रतिशत का कहना था कि वे कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेंगे। 54 प्रतिशत ने कहा कि कर्मचारियों की संख्या में कोई बदलाव नहीं होगा। इन आंकड़ों को ‘सीजनल बदलाव’ के हिसाब से समायोजित करने के बाद परिदृश्य सिर्फ 3 प्रतिशत ही बैठता है। यानी सिर्फ 3 प्रतिशत कंपनियों का मानना है कि कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
केंद्र सरकार ने 13 भाषाओं में 24X7 टोल फ्री मानसिक पुनर्वास हेल्पलाइन 'किरण' की शुरुआत की
- केंद्र सरकार ने मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों को मनोवैज्ञानिक मदद मुहैया कराने के लिए 24X7 हेल्पलाइन की शुरुआत की। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिकता मंत्री थारवरचंद गहलोत ने हेल्पलाइन 'किरण' (1800-599-0019) की शुरुआत की।
- गहलोत ने कहा कि 'किरण' हेल्पलाइन जल्दी जांच, प्राथमिक चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक सहायता, संकट प्रबंधन, मानसिक भलाई, सकारात्मक व्यवहार को बढ़ावा देने, मनोवैज्ञानिक संकट प्रबंधन आदि के उद्देश्य से मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास सेवाएं उपलब्ध कराएगी।
- उन्होंने कहा कि 'यह पूरे देश में व्यक्तियों, परिवारों, गैर सरकारी संगठनों, व्यावसायिक संघों, पुनर्वास संस्थानों, अस्पतालों और किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को 13 भाषाओं में पहले चरण की सलाह, परामर्श और संदर्भ उपलब्ध कराने वाली जीवन रेखा के रूप में काम करेगी।'
- उन्होंने कहा कि 13 भाषाओं में हिंदी, असमिया, तमिल, मराठी, ओडिया, तेलुगू, मलयालम, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, बंगाली, उर्दू और अंग्रेजी शामिल हैं।
::Economy::
कामत समिति की सिफारिशों को आरबीआई की हरी झंडी
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को कोरोना वायरस महामारी (Covid-19 pandemic) से दबाव में आए वाहन, बिजली, उड्डयन और पर्यटन सहित 26 क्षेत्रों के कर्जदारों को कुछ स्पष्ट वित्तीय कसौटियों के आधार पर ऋण पुनर्गठन की छूट दिए जाने की अनुमति दी। केंद्रीय बैंक ने पांच वित्तीय अनुपात तय किए हैं और अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग-अलग दायरे भी तय किए हैं जिनमें ऋण पुनर्गठन किया जा सकता है।
- रिजर्व बैंक ने 7 अगस्त को बैंकिंग क्षेत्र की जानीमानी हस्ती केवी कामत की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था। समिति को कोविड- 19 से संबंधित दबाव वाली संपत्तियों के समाधान के नियम कायदे के बारे में सुझाव देने को कहा गया था। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के लिए क्षेत्रवार दायरा बताने को भी कहा गया था। रिजर्व बैंक के जारी सर्कुलर के मुताबिक समिति ने 4 सितंबर को रिजर्व बैंक को अपनी रिपोर्ट सौंप दी, उसी के आधार पर रिजर्व बैंक ने दबाव वाले कर्जों के समाधान के लिए निर्देश जारी किए हैं।
- केंद्रीय बैंक ने कहा है कि समिति की सिफारिशों को मोटे तौर पर स्वीकार कर लिया गया है। रिजर्व बैंक ने कहा है कि क्षेत्र विशेष में आने वाले उद्योगों के लिए ऋण पुनर्गठन योजना को अंतिम रूप देते हुए बैंक पांच विशिष्ट वित्तीय अनुपातों (वित्तीय कसौटियों) और 26 उद्योग क्षेत्रों के मामले में तय अलग अलग सीमाओं का ध्यान रखेंगे।
सर्वे के अनुसार देश में hiring की स्थिति 15 साल में सबसे बदतर
- भारत में नियुक्तियों या भर्तियों (Hiring) का परिदृश्य 15 साल के सबसे कमजोर स्तर पर पहुंच गया है। 800 से अधिक नियोक्ताओं के सर्वे में सिर्फ तीन प्रतिशत कंपनियों ने ही अगले तीन माह के दौरान नई नियुक्तियां करने की मंशा जताई है।
- मैनपावरग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे में देशभर की 813 कंपनियों के विचार लिए गए हैं। सर्वे के अनुसार भारतीय नियोक्ता 2020 की पहली तिमाही में नियुक्तियों को लेकर सतर्कता का रुख अपना रहे हैं।
- सर्वे के अनुसार 7 प्रतिशत नियोक्ताओं ने कहा कि वे कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं 3 प्रतिशत का कहना था कि वे कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेंगे। 54 प्रतिशत ने कहा कि कर्मचारियों की संख्या में कोई बदलाव नहीं होगा। इन आंकड़ों को ‘सीजनल बदलाव’ के हिसाब से समायोजित करने के बाद परिदृश्य सिर्फ 3 प्रतिशत ही बैठता है। यानी सिर्फ 3 प्रतिशत कंपनियों का मानना है कि कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
UPSC सामान्य अध्ययन प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा (Combo) Study Kit
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::International::
वैक्सीन की खरीद और आपूर्ति की अगुवाई करेगा यूनिसेफ
- कोविड-19 महामारी से जंग में वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) वैक्सीन की खरीद और आपूर्ति की अगुवाई करेगा। यूनिसेफ ने एलान किया है कि वह सुनिश्चित करेगा के जब वैक्सीन उपलब्ध हो तो वह सभी देशों तक सुरक्षित, त्वरित और समान रूप से पहुंच सके। यूनिसेफ दुनिया का सबसे बड़ा एकल वैक्सीन खरीदार है जो सालाना 100 देशों की ओर से नियमित टीकाकरण और संक्रमण रोकने के लिए दो अरब से ज्यादा वैक्सीनों की खरीद करता है।
- 'रिवॉल्विंग फंड ऑफ द पैन अमेरिका हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' (पीएएचओ) के सहयोग से यूनिसेफ कोविड-19 के वैक्सीनों की खरीदारी करेगा और ‘कोवैक्स ग्लोबल वैक्सिन फैसिलिटी’ की ओर से 92 निम्न और निम्न मध्यम आय वाले देशों के लिए वैक्सीन की आपूर्ति करेगा।
- ' वैक्सीन की खरीदारी और वितरण प्रयास में 170 से ज्यादा देश शामिल हैं। यह अपनी तरह का दुनिया का सबसे बड़ा और तेज अभियान हो सकता है।
- यूनिसेफ ने बताया कि यह संगठन 80 उच्च आय वाले देशों की खरीद को समर्थन देने के लिए खरीद समन्वयक के रूप में भी काम करेगा। इन देशों ने कोवैक्स फैसिलिटी में हिस्सा लेने का इरादा जाहिर किया है और ये सभी अपने बजट से टीके का प्रबंध करेंगे। यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरिटा फोर ने कहा कि यह सरकारों, विनिर्मार्ताओं और बहुपक्षीय सहयोगियों के बीच साझेदारी के जरिए कोविड-19 महामारी के खिलाफ बड़ी लड़ाई जारी रखने का एक अभियान है।
- यूनिसेफ यह प्रयास विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), 'गावी द वैक्सीन अलायंस', 'द कॉलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन' (सीईपीआई), पीएएचओ, विश्व बैंक और 'द बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन' समेत अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर करेगा। कोवैक्स फैसिलिटी दुनिया के हर देश के लिए खुली है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी देश भविष्य में वैक्सीन हासिल करने से वंचित न रह जाए। करीब 28 विनिर्मार्ताओं ने यूनिसेफ के साथ कोविड-19 वैक्सीनों के सालाना उत्पादन (2023 तक) की योजना साझा की है।
::Sports::
नोवाक जोकोविच यूएस ओपन से हुए डिस्क्वालिफाई
- अमेरिका में खेले जा रहे यूएस ओपन 2020 के दौरान एक दुखद घटनाक्रम हुआ। इसकी सबसे बड़ी कीमत दुनिया के नंबर वन टेनिस खिलाड़ी और यूएस ओपन 2020 के सबसे बड़े दावेदार Novak Djokovic (नोवाक जोकोविच) को चुकाना पड़ी।
- प्री क्वार्टर फाइनल में Novak Djokovic का मुकाबला स्पेन के टेनिस स्टार पाब्लो कार्रेनो बुस्टा से चल रहा था। Novak Djokovic पहले राउड में 6-5 से पीछे थे। इसकी झल्लाहट उनके चेहरे पर साफ देखी जा रही थी। इसी दौरान उन्होंने सर्विस करने से पहले गेंद को लाइन की ओर हिट किया, जो सीधे जाकर वहां खड़ी लाइन जज को जा लगी। गेंद लगने से महिला जज जमीन पर बैठ गईं।
- हालांकि Novak Djokovic तत्काल उनकी मदद के लिए पहुंचे और बाद में माफी भी मांगी, लेकिन आयोजकों को यह बात रास नहीं आई और Novak Djokovic को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया।