(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा समाजशास्त्र Paper-1 - 2010
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (Download) UPSC IAS Mains Exam 2010 समाजशास्त्र (Paper-1)
Exam Name: UPSC IAS Mains SOCIOLOGY (समाजशास्त्र) (Paper-1)
Marks: 250
Time Allowed: 3 Hours.
खण्ड 'A'
1. निम्नलिखित में से किन्हीं चार पर समाजशास्त्रीय संदर्शों को ध्यान में रखते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए (प्रत्येक संक्षिप्त टिप्पणी लगभग 200 शब्दों में होनी चाहिए) :
(क) अन्तर्वस्तु विश्लेषण
(ख) नियमान्वेषी और व्यक्त्यंकन विधियाँ
(ग) आकस्मिक लाभवृत्ति
(घ) नियंत्रण का संतांत्रिक (साइबर्नेटिक) सोपान
(ङ) नृजातीयता और विकास
2. (क) “इतिहास के बिना समाजशास्त्र मूलहीन है और समाजशास्त्र के बिना इतिहास फलहीन।" इसको सविस्तार स्पष्ट कीजिए।
(ख) वैश्वीकरण के सन्दर्भ में धार्मिक पुनरुज्जीवनवाद और कट्टरवाद के सामाजिक आयामों का परीक्षण कीजिए।
3. (क) “पूँजीवाद में कार्य केवल ऐसे श्रम में परिणत कर दिया जाता है, जिसमें व्यक्ति अपनी शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा का मुक्त रूप से विकास नहीं करता है, वरन् अपने शरीर का दमन कर देता है और अपने मन का विनाश कर देता है।" इस दृढ़ कथन का समालोचनापूर्वक मूल्यांकन कीजिए।
(ख) 'श्रम विभाजन' के ढाँचे के प्रसंग में कार्ल मार्क्स की एमिल दुर्थीम के साथ तुलना कीजिए।
4. (क) 'प्रतीकात्मक अन्योन्यक्रियावाद' को जी० एच० मीड के योगदानों का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।
(ख) परीक्षण कीजिए कि समाजों में नव सोपानिक सामाजिक व्यवस्था के प्रादुर्भाव में, स्तरीकरण के मुक्त एवं संवृत तंत्रों में किस प्रकार से रूपान्तरण हो रहा है।
UPSC सामान्य अध्ययन सिविल सेवा मुख्य परीक्षा अध्ययन सामग्री
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खण्ड 'B'
5. निम्नलिखित में से किन्हीं चार पर समाजशास्त्रीय संदों को ध्यान में रखते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए (प्रत्येक संक्षिप्त टिप्पणी लगभग 200 शब्दों में होनी चाहिए) :
(क) अनौपचारिक क्षेत्रक में श्रम का स्त्रीकरण
(ख) पहचान की राजनीति
(ग) सकारात्मक धर्म
(घ) बन्धुता और सामाजिक पूँजी
(ङ) उद्योग में कार्य प्रक्रम के सामाजिक संगठन के रूप में एल्टन मेयो द्वारा मानवीय सम्बन्ध विचार-सम्प्रदाय
6. (क) “नव प्रौद्योगिकीय क्रांति के आगमन के साथ श्रमिक वर्ग में काफी घटती हुई है और गैर-शारीरिक श्रम जॉबों में श्रमिक बल में बढ़ती हुई है।" समालोचनापूर्वक परीक्षण कीजिए।
(ख) समाजों में सामाजिकतः अपवर्जित किए जा रहे लोगों और समाजों में अपने आपको सामाजिकतः अपवर्जित करने वाले लोगों के बीच विभेदन कीजिए।
(ग) “विज्ञान के पास तार्किक लक्ष्यों तक के लिए इंद्रियानुभविक साधन हैं और धर्म के पास तार्किक लक्ष्यों तक के लिए गैर-इंद्रियानुभविक साधन हैं।" टिप्पणी कीजिए।
7. (क) शक्ति के स्रोतों की सूची बनाइए और उन विभिन्न संकेतकों को स्पष्ट कीजिए जिनके आधार पर शक्ति का मापन किया जा सकता है।
(ख) पारम्परिक समाजों पर बाजार अर्थव्यवस्था के सामाजिक प्रभाव का विश्लेषण कीजिए।
(ग) विकास के द्वारा उत्प्रेरित विस्थापन के सामाजिक आयामों का परीक्षण कीजिए।
8. (क) मूल्यांकन कीजिए कि नागरिक समाज और लोकतंत्र एक दूसरे को किस प्रकार से परस्पर-प्रबलित करते हैं।
(ख) सर्वहारा के प्रसंग में 'स्वयं-में-वर्ग' और 'स्वयं-के लिए-वर्ग' पर कार्ल मार्क्स के विचारों का परीक्षण कीजिए।
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