(Download) CSAT 2011 Sample Paper (In Hindi)

https://iasexamportal.com/images/upsc.JPG

UPSC द्वारा घोषित प्रारम्भिकी २०१० व सी सैट का आधिकारिक नमूना प्रश्नपत्र

पेपर - १

1. साइमन कमीशन सुझावों का संदर्भ लेते हुए निम्न में से कौन-सा कथन सही है?
अ.
इसने प्रातों में द्वैध् शासन के स्थान पर जिम्मेदार सरकार को प्रतिस्थापित करने की सिफारिश की।
ब. इसने गृह विभाग के तहत अंतर प्रांतीय परिषद की स्थापना का प्रस्ताव दिया।
स. इसने केंद्र में द्विसदनीय व्यवस्थापिका के उन्मूलन का सुझाव दिया।
द. इसने भारतीय पुलिस सेवा के निर्माण का सुझाव दिया, जिसमें अंग्रेजों को भारतीयों की तुलना में अधिक वेतन व भत्ते देने का प्रावधन था।

2. 400 मीटर की ऊँचाई के साथ एक भौगोलिक क्षेत्र की विशेषताएं निम्न हैं:

https://static.upscportal.com/images/csat-paper-1-table.jpg

इसकी निम्न होने की संभावना है?
अ.
नम शीतोष्ण शंवुफधरी वन।
ब. पर्वतीय उप उष्ण कटिबंधीय वन।
स.
शीतोष्ण वन।
द. उप-उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन।

3. जटरोपफा के अलावा, भारत में जैव ईंधन के उत्पादन के लिए करंज अथवा पोंगम (पोंगामिया पिन्नाता) को अच्छा विकल्प क्यों समझा जाता है?
क.
पोंगामिया पिन्नाता भारत के अधिकांश शुष्क क्षेत्रों में प्राकृतिक रूप से उगता है।
ख. पोगामिया पिन्नाता के बीजों में वसा प्रचुर मात्रा मे होती हैं जिनमें से लगभग आधा अम्लीय तेल होता है।

उपरोक्त में से कौन-सा कथन सही है?
अ.
केवल 1
ब. केवल 2
स. 1 और 2 दोनों
द. न तो 1 और न ही 2

4. यदि एक आलू को सफेद और अमुद्रित पेपर प्लेट (शुद्ध पेपर) पर रखा जाता है और फिर इसे माइकोवेव चूल्हे में रखा जाता है। आलू गर्म होता है न कि पेपर प्लेट। क्योंकि:-
अ.
आलू स्टार्च से बना होता है जबकि पेपर मुख्य रूप से सेलुलोज का बना होता है।
ब. आलु में माइक्रोवेव ट्रांसमिट होता है जबकि पेपर माइकोवेव को परावर्तित करता है।
स. आलू में पानी होता है जबकि पेपर में नहीं होता है।
ड. आलू जैविक पदार्थ होता है जबकि पेपर अजैविक पदार्थ होता है।

5. भारत के संदर्भ में निम्न पर विचार करें-
क.
बैंकों का राष्ट्रीयकरण।
ख. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का निर्माण।
ग. बैंकों की शाखाओं द्वारा गाँवों को गोद लेना।

भारत में ‘वित्तीय अंतर्वेशन’ को प्राप्त करने के लिए उपरोक्त में से कौन से चरण पर विचार किया जा सकता है।
अ.
केवल 1 और 2
ब. केवल 2 और 3
स. केवल 3
द. 1, 2 और 3

6. सरकार द्वारा किए जाने वाले निम्न कार्यों पर विचार करें-
क.
कर की दरों को घटना।
ख. सरकारी व्ययों को बढ़ाना।
ग. सब्सिडी का उन्मूलन।

आर्थिक मंदी के संदर्भ में उपरोक्त किसे ‘‘राजकोषीय प्रेरक’’ पैकेज के भाग के रूप में विचार किया जा सकता है?
अ.
केवल 1 और
ब. केवल 2
स. केवल 1 और 3
द. 1, 2 और 3

पेपर - २

निम्न लेखांश को पढ़े और दिए गये प्रश्नों का उत्तर दें। आप के उत्तर केवल दिए गये लेखांश की विषय वस्तु से ही होने चाहिए।

समकालीन भारत की अर्थव्यवथा एक महान विरोधभास है। यह असाधरण उपलब्ध्यों के साथ ही गंभीर असफलताओं का अद्भुत संयोजन है। स्वतन्त्रता पश्चात, भारत ने अपने आर्थिक पिछडे़पन को दूर करने में विशिष्ट प्रगाति की है। 1950 के दशक में अति गरीब देश और 1960 के दशक में ‘बास्केट केस’ होने के बावजूद यह विश्व की चैथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरी (क्रय शक्ति समता के सन्दर्भ में) हमारी अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे तीव्र प्रगति करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। अब यह देश विस्तृत बौद्धिक पूँजी व उभरता हुआ साफ्टवेयर और सूचना तकनीकी की सेवाओं के साथ विश्व ज्ञान अर्थव्यवस्था में नेतृत्व खिलाड़ी बन चुका है। जबकि हमारा देश विश्व की पाँच सबसे तेज बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं के संघ में शामिल हो चुका है फिर भी हम मानव विकास सूचकांक के सन्दर्भ में निम्नतम स्तरीय 20 देशों में गिने जाते हैं। जबकि देश चमत्कृत कर देने वाली विकास दर व प्रौद्योगिकी पर खुशी मना रहा है तो यह स्वभाविक विरोधभासों, विडम्बनाओं व विकास वेफ विरोधभासों का भी साक्षी बन रहा है इस प्रकार समकालीन भारत में दो भारत दिखाई पड़ते है।

1 भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘महान विरोधभास’ क्यों समझा जाता है।?
अ.
साक्षरता के निम्न स्तर के साथ यह सूचना तकनीकी सेवाओं में नेतृत्व खिलाड़ी है।
ब. अत्यधिक कृषि उत्पादन के बावजूद गरीबी होना।
स. यह निम्न मानव विकास के साथ बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं।
द. सामाजिक पारस्परिक विरोध् के साथ इसमें वैज्ञानिक उपलब्धियां है।

2. भारत को विश्व ज्ञान अर्थव्यवस्था में नेतृत्व खिलाड़ी के रूप में क्यों संदर्भित किया जा रहा है?
अ.
भारत का विज्ञान और तकनीकी में ज्ञान का आधार विश्व में सबसे अच्छा है।
ब. भारत में मानवीय बौद्धिक पूँजी और सूचना तकनीकी सेवाओं का बड़ा भंडार है।
स. भारत विश्व की पांच सबसे तेज उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं और तकनीकी भंडारों में से एक है।
द. भारत के पास मानव पूंजी और निर्यात संभाव्य वैज्ञानिक ज्ञान का विशाल भंडाल है।

3. ‘दो भारत’ उक्ति द्वारा लेखक क्या परिणाम निकालता है?
अ.
यहां एक भारत वह है जिसवेफ पास विस्तृत बौद्धिक पुँजी है और अन्य विस्तृत रूप में निरक्षर है।
ब. एक तरफ विकसित भारत है तो दूसरी तरपफ विस्तृत दुर्दशा वाला व गरीब भारत है।
स. एक तरफ प्रगतिशील सोंच वाला भारत है वहीं दूसरी ओर सामाजिक रूप से रूढ़िवादी।
द. विशाल असफलताओं के साथ भारत की असाधरण उपलब्धियों का संयोजन।

4. निम्न कथनों या निर्णयों पर विचार करें। इसवेफ साथ दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।
कथन -
शिक्षा समवर्ती सूची में होती है। राज्य सरकार केंद्रीय सरकार की सहमति के बिना शिक्षा में कुछ भी सुधार नहीं कर सकती।
निर्णय १ - शिक्षा में तेजी से सुधर लाने के लिए इसे राज्य सूची में होना चाहिए।
निर्णय २ - राज्य सरकार शिक्षा में तेजी से सुधर लाने के बारे में उत्सुक नहीं है।

निम्न में से कौन- सा सही है?
अ.
निर्णय १ - केवल कथन का अनुसरण करता है।
ब. निर्णय २ - केवल कथन का अनुसरण करता है।
स. दोनों ही निर्णय कथन १ एवं २ का अनुसरण करते हैं।
द. न तो निर्णय १ एवं २ कथन का अनुसरण करते हैं।

5. पांच व्यक्ति P, Q, R, S ,T एक पंक्ति में बैठै हुए हैं। Q, P और T के बीच में हैं। उनके मध्य में कौन-सा व्यक्ति है, यह जानने के लिए निम्न कथन/कथनों में से कौन-सी दी गई सूचना पर्याप्त है/हैं?
१.
P, Q के बायीं तरफ और S के दायीं तरफ है।
२. R बिल्कुल दायीं तरफ है।

नीचे दिए कोड़ का उपयोग करते हुए सही उत्तर का चयन करें-
अ.
केवल 1
ब. केवल 2
स. या तो 1 या 2
द. 1 और 2 दोनों

6. Ö2, 3, 6, 12Ö12, इनमें से कौन-सा सबसे छोटा है?
अ.
Ö2,
ब. 3,
स. 6,
द. 12Ö12,

7. निम्न चार्ट प्रदर्शित करता है कि एक व्यक्ति 10 प्रतिशत कपड़ों पर, 20 प्रतिशत किराए पर, 30 प्रतिशत भोजन पर और शेष जनवरी महीने में विभिन्न सामग्रियों पर खर्च करता है और 15 प्रतिशत कपड़ों पर, 25 प्रतिशत किराए पर, 35 प्रतिशत भोजन पर और शेष फरवरी महीने में विभिन्न सामग्रियों पर खर्च करता है।

https://static.upscportal.com/images/csat-paper-1-graph.jpg

निम्न कथनों पर विचार करें-
1.
जनवरी महीनें में किराए पर भोजन पर व्यय हुई मुद्रा, पफरवरी महीने में भोजन पर व्यय हुई मुद्रा के समान है।
2. जनवरी महीने में कपड़ों पर किराए पर व्यय हुई मुद्रा, जनवरी महीने में किराए पर भोजन पर व्यय हुई मुद्रा के समान है।

Note: The following question would be in English Language only to test English Language

Comprehension.
8. Whenever I had occasion to indulge in these surreptitious feasts, dinner at home was out ofquestion. My mother would naturally ask me to come and take my food and want to know the reason why I did not wish to eat. I would say to her, ‘I have no appetite today; there is something wrong with my digestion.’ It was not without compunction that I devised these pretexts. I knew I was lying, and lying to my mother. l also knew that, if my mother and father came to know of my having become a meateater, they would be deeply shocked. This knowledge was gnawing at my heart.

Why did the author devise some pretexts not without compunction ?
(a) He wanted to keep away from home some times.
(b) Surreptitious feasts thrilled him.
(c) Dinners outside were better than at home.
(d) He wanted to eat meat.

Comments

Plz check these hindi?