(Syllabus) RAS Syllabus (Main): हिन्दी (Code No. 34)
Rajasthan Public Service Commission
RAS Syllabus (Main): हिन्दी (Code No. 34)
हिन्दी प्रथम प्रश्न पत्र
अ- हिन्दी भाषा का इतिहास-प्राचीन एवं मध्यकालीन आर्य भाषाएं, हिन्दी का
उद्भव एव विकास, हिन्दी एवं उसकी बोलियों का सामान्य परिचय, हिन्दी का
शब्द भंडार
आ- हिन्दी साहित्य का इतिहास- काल विभाजन, नामकरण एवं प्रत्येक काल की
परिस्थितियां, प्रमुख प्रवृत्तियां, प्रमुख रचनाकार एवं रचनाआं का परिचय
इ- साहित्य शास्त्र-काव्यलक्षण, काव्यहेतु, काव्यप्रयोजन, साहित्य की प्रमुख
विधाएं-प्रबन्ध काव्य, गीतिकाव्य, उपन्यास, निबन्ध संस्मरण, रेखाचित्र जीवनी
एवं आलोचना
ई- शब्द शक्तियां -
रस का स्वरूप रसावयव, रसनिष्पत्ति
काव्यगुण, काव्यदोष (श्रुतिक्टुत्व, च्युतसंस्कृति ग्राम्यत्व, अश्लीलत्व,
अप्रतीत्व, क्लिष्टत्व, न्यूनपदत्व अधिक पदत्व, अक्रमत्व, दुष्क्रमत्व)
अलंकार - श्लेष, यमक, उपमा, रूपक, उत्पे्रक्षा, विभावना, असंगति, सन्देह,
भ्रान्तिमान, विरोधाभास, मानवीकरण, परिसंख्या
छन्द - द्रुतविलम्बित्, वसन्ततिलका, हरिगीतिका, छप्पय, कवित्त, सवैया, दोहा,
सोरठा, चैपाई ।
हिन्दी द्वितीय प्रश्न पत्र
हिन्दी की विशिष्ट कृतियों का अध्ययन
(क) कबीर ग्रन्थावली- साखी - प्रथम 10 अंग
(संपादक-श्यामसुन्दर दास)
(ख) तुलसीदास - कवितावली
(ग) सूरदास-भ्रमर गीतसार-रामचन्द्र शुक्ल, प्रथम 50 पद
(घ) मीरांबाई - मीरां पदावली - परशुराम चतुर्वेदी, प्रथम 50 पद
(ङ) बिहारी रत्नाकर - प्रथम 100 दोहे
(च) सूर्यमल्ल मिश्रण - वीर सतसई, प्रथम 100 दोहे
(छ) मैथिलीशरण गुप्त - पंचवटी
(ज) दिनकर - कुरूक्षेत्र (प्रथम तीन सर्ग)
(झ) जयशंकर प्रसाद - श्रद्धासर्ग (‘कामायनी‘से)
(ञ) सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला‘ - राम की शक्ति पूजा
(ट) अज्ञेय-असाध्य वीणा (‘आंगन के पार द्वार‘ से)
(ठ) मुक्ति बोध - ब्रह्मराक्षस (‘चांद का मुंह टेढ़ा‘ से)
(ड) प्रेमचन्द - गबन (उपन्यास)
(ढ़) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल-चिन्तामणि भाग - ।
(लज्जा और ग्लानि, श्रृद्धा और भक्ति, उत्साह, भय क्रोध)
(ण) मोहन राकेश - आधे-अधूरे (नाटक)
(त) निम्नलिखित कहानियों का अध्ययन -
उसने कहा था - चन्द्रधर शर्मा गुलेरी
बड़े भाई साहब - प्रेमचन्द
पुरस्कार - जयशंकर प्रसाद
गदल - रांगेय राघव
जिन्दगी और जोक-अमरकान्त