(आँनलाइन निःशुल्क कोचिंग) सामान्य अध्ययन पेपर - 1: भूगोल "अध्याय - पृथ्वी की संरचना"
आँनलाइन निःशुल्क कोचिंग - पेपर 1 (सामान्य अध्ययन)
विषय - भूगोल
अध्याय - पृथ्वी की संरचना
पृथ्वी की आन्तरिक संरचना में निम्नलिखित परतें हैं-
पटल
- 8.40 किसी मोटी पटल, भूपष्ष्ट भी कहलाता है।
- पटल दो परतों से निर्मित है। पटल की बाह्य अवसादी पदार्थों से बनी है। यह परत सिलिका व ऐल्युमीनियम से निर्मित है और सियाल कहलाती है।
- निचली परत बेसाल्टी चट्टानों से बनी है। यह सिलिका व मैग्नीषियम से निर्मित है और सीमा कहलाती है।
प्रिय प्रतियोगियों, यह सामाग्री आई. ए. एस. (सामान्य
अध्ययन) प्रांरभिक परीक्षा 2013 पेपर -1 ज्यादा जानकारी के लिये
मैंटल
- इसकी गहराई 2900 किमी तक होती है। इसकी ऊपरी परत ‘एस्थिनोस्फीयर’ कहलाती है। यह द्रव के रूप में होती है। यहाँ पर भूकम्प तरंगों का वेग (तरंगों का) रुक जाता है। अतः यह कम वेग का क्षेत्रा कहलाती है। पटल व मैटल के बीच की सतह मोहो असततता कहलाती है। मैंटल वे कोर के बीच की सतह विचर्ट-गुटनबर्व असततता कहलाती है।
कोर
- बाह्य कोररू 2100 किमी मोटी। यह द्रव के रूप में होती है
- आन्तरिक कोररू 1370 किमी मोटी। यह निकिल और आयरन से बनी है और निफे कहलाती है। यह अत्यधिक गर्मी और दबाव के कारण जेल अवस्था में होती है।