UPSC परीक्षा ​: दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 27 December 2018

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UPSC परीक्षा ​: दैनिक करंट अफेयर्स, Hindi Current Affairs - 27 December 2018


:: राष्ट्रीय ::

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में बोगीबील पुल का उद्घाटन किया

• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर 2018 को असम के डिब्रूगढ़ जिले में ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे लंबे रेल/रोड ब्रिज बोगीबील का उद्घाटन किया.

• यह ब्रिज 4.94 किलोमीटर लंबा है.

• यह ब्रिज भारत-चीन बॉर्डर एरिया में काफी महत्तवपूर्ण भूमिका निभाएगा.

• हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन ने इस पुल को मैग्नेटिक पार्टिकल टेस्टिंग, ड्राई पेनिट्रेशन टेस्टिंग तथा अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग जैसी आधुनिकतम तकनीकों का इस्तेमाल करके इसे यूरोपीय मानकों के अनुरूप बनाया है.

• यह पुल अरुणाचल में बॉर्डर के समीप भारत यातायात सुगम बनाने के प्रोजेक्ट का हिस्सा है.

ब्रिज का सबसे बड़ा फायदा:

• बोगीबील ब्रिज का सबसे बड़ा फायदा यह है कि सेना को दक्षिण से उत्तर की ओर आसानी से भेजा जा सकेगा.

• दक्षिण से उत्तर की ओर भारत-चीन बॉर्डर तक सेना को भेजने में सैकड़ों किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी.

• इस परियोजना का शिलान्यास 22 जनवरी 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा द्वारा किया गया था.

• इस पर काम की शुरुआत तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में 21 अप्रैल 2002 को हुई.

• परियोजना में हुई देरी के कारण इसकी लागत 85 फीसदी तक बढ़ गई.

• इस ब्रिज के रणनीतिक महत्व को देखते हुए 2007 में इसे राष्ट्रीय महत्व का प्रोजेक्ट घोषित कर दिया गया.

• यह ब्रिज पूर्वी क्षेत्र में तेजी से सेना और हथियारों की आवाजाही को बढ़ाकर राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाएगा.

• यह इस तरह से बनाया गया था कि इमरजेंसी में इस पर लड़ाकू जेट भी उतारा जा सकता है.

• तकनीक के प्रयोग के कारण एयरफोर्स को तीन लैडिंग पट्टियां उपलब्ध हो पाएंगी.

सबसे लंबा रेल/रोड ब्रिज:

• बोगीबील में ब्रह्मपुत्र नदी की चौड़ाई 10.3 किलोमीटर है

• रेलवे पुल बनाने के लिए यहां तकनीक लगाकर पहले नदी की चौड़ाई कम की गई

• इस पर करीब 5 किलोमीटर लंबा रेल/रोड ब्रिज बनाया गया है.

• यह भारत का सबसे लंबा रेल/रोड ब्रिज है.

सेना को बड़ी ताकत:

• यहां से 450 किलीमीटर दूर गुवाहाटी में ही ब्रह्मपुत्र को पार करने के लिए नदी पर पुल मौजूद है.

• सड़क पुल भी यहां से करीब 250 किलोमीटर दूर है.

• ऐसे भी आम लोगों की सुविधा के अलावा फौजी ज़रूरतों के लिहाज से यह पुल सेना को बड़ी ताकत देगा.

ब्रिज को बनाने में चुनौतियों का सामना:

• इस ब्रिज को बनाने में इंजीनियरों को कई तरह की चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा है.

• सबसे पहले तो उन्हें यहां मार्च से लेकर अक्टूबर तक होने वाली बारिश के बाद ही काम करने का समय मिलता था.

• इसके अलावा नदी के पानी के भारी दबाव में होने के नाते किसी भी तरफ से मिट्टी का कटाव शुरू हो जाता है और कहीं भी टापू बन जाता है

• ऐसे में काम करना या फिर लोकेशन बदलना बहुत मुश्किल हो जाता है.

• लेकिन इन सबसे निपटकर पहली बार रेलवे ने स्टील गर्डर का इस्तेमाल कर इतना बड़ा पुल बनाया है.

• इस पुल में कहीं भी रिवेट्स नहीं लगाए गए हैं बल्कि हर जगह लोहे को वेल्ड किया गया है

• जिससे इसका वजन 20 प्रतिशत तक कम हो गया और इससे लागत में भी कमी आई है.

बोगीबील ब्रिज का खासियत:

• बोगीबील पुल भूकंप प्रभावित क्षेत्र में है, इस पुल को भूकंपरोधी बनाया गया है जो 7 तीव्रता से ज्यादा के भूकंप में भी धराशायी नहीं होगा.

• ब्रह्मपुत्र नदी पर डबल डेकर रेल और रोड ब्रिज (बोगीबील पुल) की सहायता से असम और अरुणाचल राज्यों के बीच लोग आसानी से आ-जा सकेंगे.

• बोगीबील पुल चीन के लिहाज से भी काफी अहम माना जा रहा है और सेना को इस पुल से जरूरत पड़ने पर खासी मदद मिलेगी.

• अभी डिब्रूगढ़ से अरुणाचल प्रदेश जाने के लिए व्यक्ति को गुवाहाटी होकर जाना होता है और उसे 500 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करनी होती है. इस पुल के निर्माण से से यह यात्रा अब 100 किलोमीटर कम हो जाएगी.

• यह पुल असम के धेमाजी जिला और डिब्रूगढ़ जिला को जोड़ता है. बोगीबील ब्रिज का जीवनकाल 120 साल बताया गया है.

आरबीआई ने 20 रुपये के नए नोट जल्द ही जारी

• भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जल्द ही 20 रुपये का नया नोट जारी करने की घोषणा की.

• आरबीआई पहले ही 10, 50, 100 और 500 रुपये मूल्य के नये नोट जारी कर चुका है.

• इसके अलावा 200 और 2,000 रुपये के नोट भी जारी किये गये हैं. 20 रुपए का यह नया नोट नोटबंदी के बाद जारी होने वाला 7वां नोट होगा.

केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के मुताबिक:

• केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 31 मार्च 2016 तक 20 रुपये मूल्य के 4.92 अरब नोट चलन में थे.

• मार्च 2018 में नोटों की संख्या बढ़कर करीब 10 अरब हो गयी है.

• मार्च 2018 के अंत में, चलन में रहे कुल नोटों की संख्या में 20 रुपये के नोटों की हिस्सेदारी 9.8 प्रतिशत है.
100 रुपया का सिक्का भी हुआ लॉन्च

• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में उनके जन्मदिन पर 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया.

• इस सिक्के पर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर है.

• सिक्का जारी करने के बाद पीएम मोदी ने कहा की अगर हम उनके आदर्शों पर चलते हैं तो हम भी अटल बन सकते हैं.

ऐसा होगा बीस रुपये का नया नोट:

• बीस रुपये का यह नया नोट महात्मा गांधी (नयी) सीरीज में जारी होगा. यह पहले जारी किये गये नोटों से आकार और डिजाइन में अलग होगा.

• इन नए नोट के नंबर पैनल में अंग्रेजी का अक्षर ‘एस’ होगा. नोट पर रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होंगे.

• मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 20 रुपये के नए नोट पर भी ऐतिहासिक इमारत का फोटो लगा होगा. 20 रुपए के नए नोट पर यूनेस्को की ओर से विश्व घरोहर के रूप में प्रचलित महाराष्ट्र की अजंता की गुफाओं का फोटो होगा.

• नया नोट पुराने नोट के मुकाबले करीब 20 फीसदी छोटा होगा. 20 रुपए का नया नोट आधुनिक सुरक्षा फीचर्स के साथ तैयार किया गया है. 20 रुपए के नए नोट में पुराने के मुकाबले मुख्य बदलाव रंग और स्मारक का ही है.

पृष्ठभूमि:

• सरकार ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर दिए थे.

• तब से लेकर अब तक आरबीआई महात्मा गांधी सीरीज के कई नए नोट जारी कर चुकी है.

• ये सभी नोट आकार और रंग में पुराने नोटों से बिल्कुल अलग हैं.

• इसके अलावा सरकार ने कई पुराने सिक्कों को भी बदल दिया है और नए सिक्कों को बाजार में लॉन्च किया है.

• यूपी कैबिनेट ने पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के गठन को मंजूरी दी

• उत्तर प्रदेश सरकार ने 24 दिसंबर 2018 को कैबिनेट की बैठक में पूर्वांचल और बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन का फैसला किया है.

• मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की हुई बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी.

• बैठक में इसमें अलावा राज्य में जीएसटी की समस्याओं को कम करने के लिए व्यापारियों के लिए एक अलग से बोर्ड गठित करने करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है.

• उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल और बुंदेलखंड के संतुलित विकास और व्यापारियों के कल्याण के लिये बोर्ड के गठन का निर्णय लिया है.

बोर्ड के गठन का कार्यकाल:

• पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे.

• बोर्ड में दो उपाध्यक्ष तथा 11 नामित सदस्य होंगे.

• इस बोर्ड में सरकार अधिकारियों में दो विशेषज्ञों को शामिल करने के अलावा नामित सदस्य होंगे.

• इसी तरह बुंदेलखंड के सात जिलों के विकास के लिये बुंदेलखंड विकास बोर्ड कर गठन को मंजूरी दे दी है.

• दोनों बोर्डो का कार्यकाल तीन साल का होगा. सरकार ने उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड की स्थापना किये जाने का निर्णय लिया है.

• यह बोर्ड जीएसटी आदि मामले सुलझाने के लिये सरकार और व्यापारियों के बीच एक सेतु का काम करेगा.

• सरकार इसके जरिए इन क्षेत्रों के पिछड़ेपन को दूर करने और विकास की गति बढ़ाने की योजना बनाएगी.

• इसके गठन से व्यापारियों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण और उनकी सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा के लिए योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन संभव होगा.

अन्य जानकारी:

• उत्तर प्रदेश में कर्तव्यपालन के दौरान गंभीर दुर्घटना के कारण किसी पुलिसकर्मी के लंबे समय तक कोमा में रहने पर उसके आश्रित को असाधारण पेंशन का लाभ दिया जाएगा.

• मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला किया गया.

• उत्तर प्रदेश पुलिस (असाधारण पेंशन) (द्वितीय संशोधन) नियमावली, 2015 में संशोधन को मंजूरी दी गयी है.

• अब कर्तव्यपालन के दौरान गंभीर दुर्घटना के कारण किसी पुलिसकर्मी के लंबे समय तक कोमा में रहने पर उसके आश्रित को असाधारण पेंशन का लाभ दिया जाएगा.

• यूपी कैबिनेट ने नोएडा में सॉफ्टवेयर विकास केंद्र की स्थापना के लिए मेसर्स टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड को 'उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप नीति-2017' के तहत आवंटित 74.7642 एकड़ भूमि की लागत पर 25 प्रतिशत की छूट दिए जाने का प्रस्ताव मंजूर किया.

• सॉफ्टवेयर विकास केंद्र की स्थापना पर 2300 करोड़ रुपये खर्च करेगी.

• इसके निर्माण से 30,000 लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रदेश से सॉफ्टवेयर निर्यात में वृद्धि के फलस्वरूप जीडीपी में भी बढ़ोतरी होगी.

• यूपी कैबिनेट में नई आबकारी नीति 2018-19 को मंजूरी दे दी हैं.

• इस वर्ष यूपी में 48 प्रतिशत शराब की खपत बढ़ने के साथ ही करीब 5000 करोड़ की अधिक राजस्व वसूली किये जाने का दावा किया गया है.

• पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 94वें जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया

• सुशासन दिवस 25 दिसंबर 2018 को संपूर्ण भारत में मनाया गया.

• यह दिवस भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है.

• इस दिवस को पहली बार वर्ष 2014 में मनाया गया था. उन्हें भारतीय राजनीती के सर्वाधिक प्रभावशाली नेताओं में से एक माना जाता है.

अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में:

• अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था.

• उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मी बाई कॉलेज) से स्नातक की पढाई की.

• अटल बिहारी वाजपेयी ने युवावस्था में ही स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लेने शुरू किया था.

• उन्होंने विदेश मंत्री के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में भाषण दिया था,

• वे संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में भाषण देने वाले पहले व्यक्ति थे.

• अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने.

• वे पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने,

• उनका कार्यकाल केवल 13 दिन का था.

• दूसरी बार वे 1998 से 1999 के बीच 11 महीने के लिए प्रधानमंत्री बने.

• 1999 से 2004 के बीच वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया.

• अटल बिहारी वाजपेयी लगभग 4 दशक तक भारतीय संसद के सदस्य थे, वे 10 बार लोकसभा के सदस्य तथा 2 बार राज्यसभा के सदस्य चुने गये.

• उन्होंने वर्ष 2009 में स्वास्थ्य कारणों से सक्रीय राजनीती से सन्यास लिया.

• विकास के लिये किये गये योगदान तथा असाधारण कार्यों के लिये वर्ष 2015 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया.

सुशासन दिवस के बारे में:

• भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को होता है और इस दिन को राष्ट्रीय सुशासन दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की गई है.

• इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की संसदीय बोर्ड की 02 दिसंबर 2014 को नई दिल्ली में हुई बैठक के दौरान की थी.

• सुशासन दिवस की घोषणा "ई-गवर्नेंस के माध्यम से सुशासन” के आधार पर की गयी है.

• ये एक कार्यक्रम है जो सभी सरकारी अधिकारियों को बैठक और संचार के लिये आमंत्रित करके बाद में मुख्य समारोह में शामिल होकर मनाया जाता है.

• यहाँ एक दिन की लंबी प्रदर्शनी का आयोजन करके और सरकारी अधिकारियों को भाग लेने के साथ ही ई-गवर्नेंस और प्रदर्शनी के बारे में कुछ सुझाव देने के लिये आमंत्रित करके मनाया जाता है.

• संयोग से भारत में सुशासन दिवस की घोषणा 25 दिसम्बर क्रिसमस उत्सव (एक राजपत्रित अवकाश) से मेल खाती है, सुशासन दिवस पर पूरे दिन काम करने की घोषणा की गयी है.

'सदैव अटल' समाधि स्थल हुआ देश को समर्पित:

• पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का समाधि स्थल 25 दिसंबर 2018 को राष्ट्र को समर्पित कर दिया गया.

• इस स्मारक का नाम “सदैव अटल” रखा गया है. 25 दिसंबर को उनके जन्मदिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों की मौजूदगी में पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दी गई

• आम जनता के लिए इसे खोल दिया गया. यह समाधि स्थल उसी जगह पर बनाया गया है

• जहां पर इसी साल 17 अगस्त को अटल बिहारी वाजपेई की मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया था.

• इस स्मारक का प्रबंधन लोक सभा स्पीकर की अध्यक्षता में एक ट्रस्ट द्वारा किया जायेगा.

• यह स्मारक लगभग 1.5 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है.

• इस स्मारक के लिए अटल समृति न्यास सोसाइटी द्वारा फण्ड प्रदान किये गये हैं,

• इसका निर्माण केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया है.

• इस स्मारक के निर्माण की लागत 10.51 करोड़ रुपये है.

100 रुपये का स्मारक सिक्का:

• पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया.

• इस सिक्के पर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर है.वाजपेयी की याद में जारी इस सिक्के के एक तरफ भारत अंकित है तो दूसरी तरह पूर्व प्रधानमंत्री की आकृति है.

• इस पर देवनागरी और रोमन, दोनों लिपियों में उनका नाम भी अंकित है.

लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर और गायिका उषा टिमोथी 'मोहम्मद रफी अवार्ड' से सम्मानित

• दिवंगत संगीतकार लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर और पार्श्व गायिका उषा टिमोथी को 24 दिसंबर 2018 को 'मोहम्मद रफी अवार्ड' से सम्मानित किया गया.

• लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर को ‘मोहम्मद रफी लाइफटाइम अचीवमेंट' से सम्मानित किया गया.

• इस समारोह का आयोजन उपनगर बांद्रा में किया गया था.

• मुंबई के भाजपा प्रमुख आशीष शेलर के एनजीओ ‘स्पंदन आर्ट्स' ने 'मोहम्मद रफी अवार्ड' की शुरुआत की थी.

पुरस्कार:

• संगीतकार लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर की ओर से उनकी बेटी ने यह पुरस्कार स्वीकार किया.

• उन्हें एक ट्राफी के साथ एक लाख रुपए दिए गए. वहीं उषा टिमोथी को ट्राफी के साथ 51,000 रुपए से सम्मानित किया गया.

लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर:

• लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर का जन्म 03 नवंबर 1937 को मुम्बई में हुआ था.

• अपने परिवार की खराब वित्तीय हालत के कारण वे अपने शैक्षणिक शिक्षा भी पूरी नहीं कर सके.

• लक्ष्मीकांत ने अपनी फिल्म कैरियर की शुरुआत एक बाल अभिनेता के रूप में हिंदी फिल्म भक्त पुंडलिक (1949) और आंखें (1950) फिल्म से की.

• उन्होंन कुछ गुजराती फिल्मों में भी काम किया था. लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर बॉलीवुड में प्यारेलाल के साथ मिलकर काम करते थे.

• इनकी जोड़ी ने फिल्म इंडस्ट्री को एक से बढ़कर एक फिल्मों का म्यूजिक दिया.

• लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने “बिंदिया चमकेगी”,”मैं शायर तो नहीं”,”हँसता हुआ नूरानी चेहरा” जैसे प्रसिद्ध गीत तैयार किये.

• लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल एक लोकप्रिय भारतीय संगीतकार की जोड़ी के रूप में प्रसिद्ध हैं.

• लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर वर्ष 1963 से वर्ष 1998 तक 635 हिंदी फिल्मों के लिए संगीत रचना की.

• उन्होंने इस समय के लगभग सभी उल्लेखनीय फिल्म निर्माताओं के लिए काम किया

• जिसमे राज कपूर, देव आनंद, बी.आर. चोपड़ा, शक्ति सामंत, मनमोहन देसाई, यश चोपड़ा, सुभाष घई और मनोज कुमार सम्मिलित थे.

• उनका निधन 25 मई 1998 को 60 वर्ष की आयु में हुआ था.

उषा टिमोथी:

• उषा टिमोथी का जन्म नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था.

• उषा टिमोथी बॉलीवुड की पाशर्वगायिका हैं.

• उन्होंने हिंदी, मलयालम, पंजाबी, भोजपुरी तथा मराठी में हज़ार से अधिक गानों को अपनी आवाज़ दी.

• उन्होंने फिल्म हिमालय की गोदमेइन में अपना करियर शुरू किया.

• उन्होंने तीन साल की उम्र में क्लासिकल संगीत सीखना शुरू किया.

• उनके बड़े भाई आल इंडिया रेडियो में स्टॉफर हुआ करते थे.

• उन्होंने 11 साल की उम्र में ऑल इंडिया रेडियो पर ‘कैद में है बुलबुल’ गीत गाया.

जापान ने आईडब्ल्यूसी से अलग होने का फैसला

• जापान ने 26 दिसंबर 2018 को कहा कि वह इंटरनेशनल व्हेलिंग कमीशन (आईडब्ल्यूसी) से हट रहा है

• अगले साल (वर्ष 2019) से व्हेल पकड़ने का व्यावसायिक काम फिर शुरू करेगा.

• इस घोषणा की संभावना पहले से ही व्यक्त की जा रही थी. जापान इस साल की शुरूआत में व्यावसायिक व्हेलिंग फिर शुरू करने की अनुमति देने के लिए आईडब्ल्यूसी को मना नहीं पाया था

• जिसके बाद उसने यह कदम उठाया. जापानी सरकार के एक शीर्ष प्रवक्ता ने कहा की हमने अगले साल जुलाई में व्यावसायिक व्हेलिंग फिर शुरू करने के लिए आईडब्ल्यूसी से हटने का फैसला किया है.

योजना पर विचार करने का आग्रह:

• ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने जापान से व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए व्हे्ल का शिकार शुरू करने की योजना पर एक बार फिर विचार करने का आग्रह किया था.

• आस्ट्रेलिया आईडब्ल्यूसी में बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है और व्हेहल के संरक्षण और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार अंतराष्ट्रीय संगठन की अहम भूमिका को स्वीकार करता है.

अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) के अनुसार:

• दुनियाभर में व्हे ल को संरक्षित रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की स्थापना वर्ष 1966 में की गई थी.

• वर्ष 2002 में आए एक अनुमान के अनुसार, दुनिया भर में 5,000 से 12,000 तक ही व्हेल बची थीं.

• अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) का अनुमान है कि इनकी संख्या शायद 10,000 से 25,000 के बीच है.

• शिकार से पहले इनकी सबसे बड़ी आबादी अंटार्कटिक में थी. जो लगभग 2,02,000 से 3,11,000 के आसपास थी. इसके अलावा पूर्वी उत्तरी प्रशांत, अंटार्कटिक, और हिंद महासागर में इनकी संख्याा लगभग 2000 के आसपास थी.

• वर्ष 2014 में कैलिफोर्निया के नीली व्हेल की आबादी में तेजी दर्ज की गई और यह लगभग अपने शिकार से पूर्व की आबादी तक पहुंच गई.

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद:

• द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद नागरिकों की प्रोटीन जरूरतें पूरी करने के लिए व्हेल के शिकार में तेजी आई थी.

• जापान में रात के खाने में व्हेल का मीट ज्यादा इस्तेमाल होता है.

• लेकिन हाल के वर्षों में व्हेल मीट खाने वालों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है.

• इसका एक कारण इसके शिकार पर लगा प्रतिबंध भी था.

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व्हेल से संबंधित कुछ खास तथ्यर:

• समुद्र में रहने वाले प्राणियों में व्हेल एक विशाल स्तनपायी प्राणी है.

• इनकी लंबाई 115 फुट और वजन 150 से 170 टन तक होता है.

• स्तनधारी प्राणियों की तरह व्हेल हवा में सांस लेती है. इनका खून गर्म होता है और यह बच्चों को दूध पिलाती हैं. व्हेल की चमड़ी मोटी होती है, जिसे ब्लबर कहा जाता है.

• यहां यह ऊर्जा को इकट्ठा करती है. इसकी गर्दन बहुत लचीली होती है, जो तैरते वक्त गोल घूम सकती है. जब ब्लोहोल्स से व्हेल सांस लेती है तो उसके साथ काफी मात्रा में पानी भी उसके फेफड़ों में जमा हो जाता है जिसे बाद में फव्वारे के रूप में वापस बाहर कर देती है.

• व्हेल की पूंछ के अंत में दो सिरे उसे तैरते समय मुड़ने में सहायक होते हैं.

• व्हेल अपनी दूसरे साथियों से संपर्क करते समय एक मधुर ध्वनि निकालते हैं, जिसे व्हेल सांग कहा जाता है.

• यह ध्वनि बहुत तेज होती है.

इंटरनेशनल व्हेलिंग कमीशन (आईडब्ल्यूसी):

• आईडब्ल्यूसी द्वारा वर्ष 1986 में व्हे ल की कुछ प्रजातियों को लगभग विलुप्त होने के बाद वाणिज्यिक व्हेलिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. जापान वर्ष 1951 से आईडब्यूेलि सी का एक सदस्य है.

• व्हेल का मांस खाना जापान की संस्कृति का हिस्सा है. व्हेलिंग नियमन के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन पर 02 दिसंबर 1946 को वॉशिंगटन डीसी में हस्ताक्षर किए गए थे.

• सम्मेलन का उद्देश्य नियमों की स्थापना करने के लिए आईडब्ल्यूसी की क्षमता को स्थापित करना था. इस पर 2 दिसंबर, 1946 को वाशिंगटन, डीसी में 15 देशों ने हस्ताक्षर किए और 10 नवंबर 1948 से यह प्रभावी हो गया था.

• समझौते के उद्देश्यों में अत्यधिक शिकार से सभी व्हेल प्रजातियों का संरक्षण करना, व्हेल मछली पालन के लिए अंतरराष्ट्रीय नियमन की एक प्रणाली की स्थापना करना है, जिससे व्हेल भंडारणों का उचित संरक्षण और विकास सुनिश्चित हो सके और व्हेल भंडारणों द्वारा भविष्य की पीढ़ियों, महान प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा का प्रतिनिधत्व करना शामिल है.

• इंटरनेशनल व्हेलिंग कमीशन इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्राथमिक साधन है जिसकी स्थापना सम्मेलन के अनुसार की गयी थी.

आईडब्ल्यूसी से बाहर:

• जापानी सरकार के मुख्य प्रवक्ता के अनुसार जापान करीब 30 वर्ष के बाद 30 जून 2019 को इंटरनेशनल व्हेलिंग कमीशन (आईडब्ल्यूसी) से बाहर निकल जाएगा और अगले महीने से व्यावसायिक व्हेलिंग शुरू कर देगा.

• इस कदम की ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड ने निंदा की है.

• आईडब्ल्यूसी ने सितंबर 2018 में व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए ह्वेल का शिकार करने की जापान की मांग को अस्वीकार कर दिया था.

• निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्रों पर सभी प्रकार के तंबाकू पर रोक लगायी

• भारतीय निर्वाचन आयोग ने पहली बार लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान सभी मतदान स्थलों पर सभी तरह के तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है.

• आयोग ने यह मुहिम देश में तंबाकू नियंत्रण कानून को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए शुरू की है.

• आयोग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दिशा-निर्देश जारी करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारियों या जिला मजिस्ट्रेटों को नासिर्फ धूमपान पर पाबंदी लगाने को कहा है,

• बल्कि सभी मतदान स्थलों पर चबाने वाले तंबाकू पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है.

चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देश:

• चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, देश के सभी मतदान केंद्रों को सिर्फ धूम्रपान मुक्त नहीं बल्कि तम्बाकू मुक्त घोषित किया जाए.

• मतदान केंद्रों को नासिर्फ धूम्रपान मुक्त रखना होगा, साथ ही साथ बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, सुगंधित तंबाकू पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.

• इस संबंध में सभी मतदान स्थलों पर बड़े बैनरों पर यह दिशा-निर्देश लिखे होंगे.

• सभी मतदान स्थलों पर एक नोडल अफसर को बूथ को पूरी तरह से तंबाकू मुक्त रखने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.

• सभी जिला तंबाकू नियंत्रण इकाइयां इस अभियान की निगरानी करेंगी. साथ ही मतदाताओं को तंबाकू के बुरे प्रभाव के बारे में बताएंगी.

भारतीय निर्वाचन आयोग:

• भारतीय निर्वाचन आयोग एक स्वायत्त एवं अर्ध-न्यायिक संस्थान है जिसका गठन भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से विभिन्न से भारत के प्रातिनिधिक संस्थानों में प्रतिनिधि चुनने के लिए गया था.

• भारतीय चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को की गयी थी.

• आयोग में वर्तमान में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं.

• मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति भारत का राष्ट्रपति करता है.

• मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष या आयु 65 साल, जो पहले हो, का होता है जबकि अन्य चुनाव आयुक्तों का कार्यकाल 6 वर्ष या आयु 62 साल, जो पहले हो, का होता हैं.चुनाव आयुक्त का सम्मान और वेतन भारत के सर्वोच्च न्यायलय के न्यायधीश के सामान होता है.

• मुख्य चुनाव आयुक्त को संसद द्वारा महाभियोग के जरिए ही हटाया जा सकता हैं.

पृष्ठभूमि:

• आयोग ने यह कदम तब उठाया जब दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी मतदान स्थलों को तंबाकू मुक्त बनाने की अपील की.

• उल्लेखनीय है कि आयोग ने पिछले चुनाव में सभी मतदान स्थलों को धूमपान से मुक्त घोषित किया था.

• अतिरिक्त निदेशक (स्वास्थ्य) डा. एस के अरोड़ा ने एक पत्र में कहा था कि तंबाकू का उपयोग बीमारी और समय से पहले मृत्यु आदि के साथ ही स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है.

• उन्होंने कहा कि चुनाव के दिन, देश की वयस्क आबादी का एक बड़ा हिस्सा अपना वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों पर जाता है.

• मतदान केंद्रों पर लोगों को तंबाकू के प्रभाव के बारे में अवगत कराने का यह बेहतरीन अवसर होगा.

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