(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (भूविज्ञान) Paper-2- 2017
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा
(Download) UPSC IAS Mains Exam Paper - 2017 : भूविज्ञान
(Paper - 2)
भूविज्ञान
(प्रश्न पत्र - II)
निर्धारित समय : तीन घंटे
अधिकतम अंक : 250
प्रश्न-पत्र सम्बन्धी विशेष अनुदेश
कृपया प्रश्नों के उत्तर देने से पूर्व निम्नलिखित प्रत्येक अनुदेश को ध्यानपूर्वक पढ़े :
इसमें आठ (8) प्रश्न हैं जो दो खण्डों में विभाजित हैं तथा हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों में छपे हैं ।
परीक्षार्थी को कुल पाँच प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
प्रश्न संख्या 1 और 5 अनिवार्य हैं तथा बाकी में प्रत्येक खण्ड से कम-से-कम एक प्रश्न चुनकर किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए । प्रत्येक प्रश्न/भाग के अंक उसके सामने दिए गए हैं ।
प्रश्नों के उत्तर उसी प्राधिकृत माध्यम में लिखे जाने चाहिए जिसका उल्लेख आपके प्रवेश-पत्र में किया गया है, और इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख प्रश्न-सह-उत्तर (क्यू.सी.ए.) पुस्तिका के मुख-पृष्ठ पर निर्दिष्ट स्थान पर किया जाना चाहिए । प्राधिकृत माध्यम के अतिरिक्त अन्य किसी माध्यम में लिखे गए उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेंगे।
प्रश्नों में शब्द सीमा, जहाँ विनिर्दिष्ट है, का अनुसरण किया जाना चाहिए ।
जहाँ आवश्यक हो, आरेख / चित्र उत्तर के लिए दिए गए स्थान में ही दर्शाइए ।
प्रश्नों के उत्तरों की गणना क्रमानुसार की जाएगी । यदि काटा नहीं हो, तो प्रश्न के उत्तर की गणना की जाएगी चाहे वह उत्तर अंशतः दिया गया हो । प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में खाली छोड़ा हुआ पृष्ठ या उसके अंश को स्पष्ट रूप से काटा जाना चाहिए ।
खण्ड - A
Q1. (a) क्रिस्टल के द्वारा ऐक्स-किरणों के विवर्तन के बैग के नियम को
उपयुक्त आरेख की सहायता से स्पष्ट कीजिए।
(b) साफ रेखाचित्रों के द्वारा खनिजों में प्रसामान्य और उत्क्रम मंडलन के बीच
विभेदन कीजिए।
(c) दृश्यक्रिस्टली अत्यल्पसिलिक शैलों के आइ० यू० जी० एस० वर्गीकरण पर स्वच्छ आरेख
की सहायता से चर्चा कीजिए।
(d) पुनःक्रिस्टलन का प्रक्रम क्या होता है? संस्पर्श कायांतरण से संबंधित बुनावटों
पर चर्चा कीजिए।
(e) अवसादी शैलों की प्रायिक संरचनाओं का साफ रेखाचित्रों सहित वर्णन कीजिए तथा उनके
महत्त्व पर भी टिप्पणी कीजिए।
Q2. (a) साफ रेखाचित्रों और खनिजीय उदाहरणों के साथ सिलिकेटों के
संरचनात्मक वर्गीकरण का वर्णन कीजिए।
(b) फेल्डस्पार समूह के खनिजों की क्रिस्टल संरचना, रासायनिक संघटन और प्रकाशिक
गुणधर्मों का एक विवरण प्रस्तुत कीजिए।
(c) उपयुक्त आरेख के साथ स्पष्ट कीजिए कि एक-अक्षीय खनिज का प्रकाशिक चिह्न किस
प्रकार निर्धारित किया जाता है।
Q3. (a) विभिन्न प्रकार के ग्रेनिटॉइडों के नाम बताइए और विवर्तनिक
व्यवस्थापनों के आधार पर उनके वर्गीकरण पर चर्चा कीजिए। ग्रेनिटॉइडों की उत्पत्ति
में मैंटल की भूमिका पर भी एक टिप्पणी लिखिए।
(b) कायांतरी संलक्षणी और माला पर चर्चा कीजिए। निम्न कोटियों के मैफ़िक समुच्चयों
का उल्लेख करते हुए कायांतरण के हरित शिस्ट संलक्षणी का कायांतरण के
प्रेनाइट-पंपेलाइट संलक्षणी से विभेदन कीजिए।
(c) कार्बोनेटाइटों की खनिजिकी, रासायनिक लक्षणों और उद्गम पर चर्चा कीजिए। उपयुक्त
भारतीय उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
Q4. (a) प्रसंघनन और शिलीभवन के प्रक्रमों पर चर्चा कीजिए।
(b) भारत की प्राग्जीव अवसादी द्रोणियों का एक विवरण प्रस्तुत कीजिए।
(c) मोलासे और फ्लिश फेसिज के बीच विभेदन कीजिए।
खण्ड-B
Q5. (a) स्ट्रैटीफॉर्म एवं स्ट्रैटा-बाउन्ड निक्षेप क्या हैं? उपयुक्त
उदाहरण देते हुए स्पष्ट कीजिए।
(b) भारतीय परिरक्षक (शील्ड) में मैंगनीज़ निक्षेपों के महत्त्वपूर्ण प्रकारों के
भूवैज्ञानिक अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए।
(c) खनिजीभवन के क्षेत्रीय साक्ष्य क्या-क्या होते हैं, जो खनिज पूर्वेक्षण में
उपयोगी हो सकते हैं?
(d) ऐरोलाइटों की बुनावट, संघटन और प्रकारों पर चर्चा कीजिए। कॉन्ड्राइटों के
महत्त्व पर टिप्पणी कीजिए।
(e) कोयला खदान जल प्रदूषण और भौमजल प्रवृत्ति पर उसके प्रभाव की चर्चा कीजिए।
भौमजल प्रदूषण पर नियंत्रण रखने के लिए किए जाने वाले निरोधक उपायों पर टिप्पणी
कीजिए।
Q6. (a) पॉर्फिरी ताम्र निक्षेपों के भूविज्ञान और उनकी उत्पत्ति का
विस्तृत विवरण लिखिए।
(b) भारत में यूरेनियम निक्षेपों के किन्हीं तीन महत्त्वपूर्ण प्रकारों के
भूवैज्ञानिक अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए। इन निक्षेपों के भूवैज्ञानिक व्यवस्थापन को
सुचारु रूप से दर्शाने वाले स्वच्छ रेखाचित्र बनाइए।
(c) तेल और गैस खिड़कियाँ क्या हैं? उपयुक्त आरेख द्वारा स्पष्ट कीजिए।
Q7. (a) खनिज निक्षेपों के भूरासायनिक अन्वेषण के लिए वे कौन-सी कसौटियाँ
हैं जिनके आधार पर सूचक तत्त्वों का चयन किया जाता है? भूरासायनिक असंगति की पहचान
करने के लिए भूरासायनिक डाटा के अर्थ-निर्णय की किन्हीं दो विधियों का वर्णन कीजिए।
(b) खनिज अन्वेषण कार्यक्रम की विस्तृत अन्वेषण अवस्था के लक्ष्यों का वर्णन कीजिए।
अन्वेषक खनन और उसके अनुप्रयोग पर एक टिप्पणी भी लिखिए।
(c) खनिज सज्जीकरण प्रक्रम का प्रारूपिक प्रवाह-चार्ट बनाइए और संक्षेप में उसके
घटकों को स्पष्ट कीजिए।
Q8. (a) विभिन्न प्रकार की अंतरापरमाणुक सहलग्नताओं पर चर्चा कीजिए।
क्रिस्टल संरचनाओं के क्या-क्या सिद्धांत हैं? सिलिकेटों में सूक्ष्म मात्रिक
तत्त्वों के परमाण्वीय प्रतिस्थापन का नियंत्रण करने के नियमों पर टिप्पणी लिखिए।
(b) उच्चस्तरीय नाभिकीय कचरा क्या होता है? इसका प्रबंधन किस प्रकार किया जाता है
और किस प्रकार भूवैज्ञानिक निक्षेपस्थान में इसका सुरक्षित रूप से निपटान किया जाता
है? इसके भारतीय परिदृश्य पर एक टिप्पणी भी लिखिए।
(c) तत्त्वों की असंगतता से आप क्या समझते हैं? उच्च क्षेत्र प्रबलता (एच० एफ० एस०)
और बृहत् आयन सिलिकेटरागी (एल० आइ० एल०) तत्त्वों पर टिप्पणी कीजिए।
Click Here to Download PDF
NEW! UPSC, IAS परीक्षा संपूर्ण अध्ययन सामग्री (प्रारंभिक, मुख्य, साक्षात्कार COMBO) - Hindi Medium