(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (चिकित्सा-विज्ञान) Paper-2- 2017
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा
(Download) UPSC IAS Mains Exam Paper - 2017 : चिकित्सा-विज्ञान
(Paper - 2)
चिकित्सा-विज्ञान
(प्रश्न पत्र - II)
निर्धारित समय : तीन घंटे
अधिकतम अंक : 250
प्रश्न-पत्र सम्बन्धी विशेष अनुदेश
कृपया प्रश्नों के उत्तर देने से पूर्व निम्नलिखित प्रत्येक अनुदेश को ध्यानपूर्वक पढ़े :
इसमें आठ (8) प्रश्न हैं जो दो खण्डों में विभाजित हैं तथा हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों में छपे हैं ।
परीक्षार्थी को कुल पाँच प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
प्रश्न संख्या 1 और 5 अनिवार्य हैं तथा बाकी में प्रत्येक खण्ड से कम-से-कम एक प्रश्न चुनकर किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए । प्रत्येक प्रश्न/भाग के अंक उसके सामने दिए गए हैं ।
प्रश्नों के उत्तर उसी प्राधिकृत माध्यम में लिखे जाने चाहिए जिसका उल्लेख आपके प्रवेश-पत्र में किया गया है, और इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख प्रश्न-सह-उत्तर (क्यू.सी.ए.) पुस्तिका के मुख-पृष्ठ पर निर्दिष्ट स्थान पर किया जाना चाहिए । प्राधिकृत माध्यम के अतिरिक्त अन्य किसी माध्यम में लिखे गए उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेंगे।
प्रश्नों में शब्द सीमा, जहाँ विनिर्दिष्ट है, का अनुसरण किया जाना चाहिए ।
जहाँ आवश्यक हो, आरेख / चित्र उत्तर के लिए दिए गए स्थान में ही दर्शाइए ।
प्रश्नों के उत्तरों की गणना क्रमानुसार की जाएगी । यदि काटा नहीं हो, तो प्रश्न के उत्तर की गणना की जाएगी चाहे वह उत्तर अंशतः दिया गया हो । प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में खाली छोड़ा हुआ पृष्ठ या उसके अंश को स्पष्ट रूप से काटा जाना चाहिए ।
खण्ड - A
Q1. (a) पिछले एक वर्ष में एक 23 वर्ष की किशोर युवती ने तीन बार
आत्महत्या का प्रयास किया। उसकी इस दशा का क्या कारण है? आप इसका निदान और प्रमुख
अवसादी चिंकार का प्रबंधन कैसे करेंगे?
(b) एक 40 वर्ष का पुरुष पिछले दो वर्षों में क्रमिक भार-हानि और परिवर्तित आंत्र
आदतों से परेशानी बताता है। कौन-से विभेदक निदानों का आप विचार करेंगे? आप इओपैथिक
ट्रॉपिकल मैलऐब्सोर्पशन सिन्ड्रोम को कैसे बात करेंगे?
(c) प्रतिध्वनिलेखन (इकोकार्डियोग्राफी) के सिद्धान्त कौन-कौन से हैं? इसका नैदानिक
महत्त्व क्या है?
(d) एक शिशु का 34 सप्ताह की सगर्भता पर प्रसन्न हुआ है। जन्म के तुरंत बाद ही उसे
श्वसन संकट उत्पन्न हो जाता है।
(i) इस शिशु में श्वसन संकट के महत्वपूर्ण कारणों को सूचीबद्ध कीजिए।
(ii) श्वसन संकट सिन्ड्रोम के रोगजनन का उल्लेख कीजिए।
(iii) शिशु के प्रबंधन की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(e) (i) बच्छ्रों में 5 वर्ष की आयु से पहले ही मृत्यु के महत्वपूर्ण कारणों का
उलेख कोजिए।
(ii) बच्चों में तीव्र श्वसन संक्रमण आघटन को कम कर सकने वाली वैक्सीनों को
सूचीबद्ध कीजिए।
(iii) माता से बच्चे कि एच आई वीं (मानव प्रतिरक्षाहीनता विषाणु संक्रमण को कम करने
के उपायों का उल्लेख कीजिए।
Q2. (a) एक 70 वर्ष के वृद्ध पुरुष को राहगीर ने सड़क पर संन्यस्त (कोमाटोज)
पाया। कोई भी बाह्य अभिघात उपस्थित नहीं था। उसे कैजुअल्टी में लाया गया। उसके केस
में सामान्य भेषजीय दशाएँ क्या हैं? डायबेटिक कीटोएसिडोसिस का आप कैसे प्रबंधन
करेंगे?
(b) एक 2 माह के शिशु को केन्द्रीय श्यावता (सायनोसिस) हैं। उसको श्यावता के दो दौरे
हो चुके हैं।
(i) कम पल्मोनरी र प्रवाह के साथ जन्मजात श्यावनिक (सायनोटिक) हुदय रोगों के
विभेदक निदान को सूचीबद्ध कीजिए।
(ii) जन्मजात श्श्रावतिक (सायनोटिक) हृदय रोगों की जटिलताओं का उल्लेख कीजिए।
(iii) श्यातिक (सायनोटिक) दौर के प्रबंधन की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(c) एक 45 वर्ष के सजन पुरुष जो व्यवसाय से कृषि-वैज्ञानिक हैं, को पिछले एक वर्ष की अवधि में चेहरे और अंगों में पुनरावत धुल वाली पर्पटीय बितियाँ हैं। परीक्षा करने पर चेहरे, गर्दन, ऊपरी और निचले अंगों पर अतिवणीकंत रघुजली वाली विक्षतियों का पता चला। इसमें त्वचा चुनर, पलकें, पञ्चकर्णशीर्ष क्षेत्र, नासा-ओष्ठ बलि भी सम्मिलित थे। उसने प्रकाश-सुग्राहिंता का इतिहास बताया।
(i) आपका संभावित निदान क्या है?
(ii) उसकी दशा के कारण को स्थापित करने के लिए आप कौन-से परीक्षण करेंगे? संक्षेप
में वर्णन कीजिए।
(iii) आप इस सजन पुरुष का उपचार कैसे करेंगे?
Q3. (a) तीन दिनों से तीव्र चर से ग्रसित एक 30-धीय मजनूर को अस्पताल में आपातकाल विभाग में अर्ध-चेतन अवस्था में लाया गया।
(i) इसके संभावित कारण क्या हो सकते हैं?
(ii) आप जापानी मस्तिष्कशोथ का रोग-निदान और प्रबंधन कैसे करेंगे?
(iii) इसके लिए बुरे पूर्वानुमान सूचक कौन-से हैं।
(b) एक 4-वर्षीय बच्चा वृद्धिरोधता (अवरुद्ध वृद्धि) और मध्यम पीलापन से ग्रसित है। बच्चे को सविरामी अतिसार था।
(i) विभेदक निदान का उल्लेख कीजिए।
(ii) सीलिंक रोगों के निदान के लिए आवश्यक जाँचों का उल्लेख कीजिए।
(iii) बच्चों में सीनिमाक रोगों के प्रबंधन की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(c) एक 30 वर्ष की महिला के ऊपरी और निचले अंगों में एक महीने से खुजली वाली
विक्षतियाँ है। परीक्षा करने पर वन, नाई और अग्नबाँहों के आस-पास बह गभीर चपटे पट
वाली त्वचा के रंग को और बैंगनी पिटिकाओं की उपस्थित पायी गयी है।
(i) चिकित्साथ दिन तक पहुँचने के लिए किन अन्य भागों को आप परीक्षा करेंगे?
(ii) निदान को सुनिश्चित करने के लिए आप कौन-से परीक्षण करेंगे?
(iii) आप इस महिला का उपचार कैसे करेंगे?
Q4. (a) एक 20-वर्षीय नवयुवक से भयंकर सिरदर्द के साथ कैजुअल्टी में लाया
गया। उसका रक्तदान 220/130 mm Hg था। पिछले दो अवसरों पर भी उसका रक्तदाब बहुत अधिक
उल्लिखित किया गया था। विभेदक निदान क्या है? आप उसकी जांच और प्रबंधन कैसे करेंगे?
(b) एक 3-वर्षीय बच्ची सामान्य शोफ से ग्रसित है।
(i) विभेदका निदान को सूचीबद्ध कीजिए।
(ii) अज्ञातहेतुक अपवृीय (इडियोपैथिक नेफ्रोटिक) सिन्ड्रोम के निदान के लिए आवश्यक
जाँचों का उल्लेख कीजिए।
(iii) स्टेरॉइड-प्रतिरोधी अपवृझीय सिन्ड्रोम के उपचार की रूपरेखा दीजिए।
(c) एक 5-वर्षीय नर बच्चा पिछले दो सप्ताह से धड़, अंगों और जननांगों के ऊपर सामान्य खुजली वाली निस्चीकृत पुटिकाओं की उपस्थिति दिखाता है। उसकी हथेलियों और तलुओं में कुछ जलस्फोट पुटिकाएँ भी हैं। उसके अन्य सहोदर को भी इसी भाँति को त्वचा समस्या है।
(i) इसका संभावित निंदान क्या है?
(ii) इसको इस दशा को क्या कारण हैं।
(ii) इस दशा के उपचार के लिए उपलब्ध विभिन्न स्थल विरचनाओं (ऊपर से लगाने वाली दवाओं)
को गिनाइए। | किसी एक दवा के लगाने की विधि का वर्णन कीजिए।
खण्ड - B
Q5. (a) एक 40 वर्ष की गोरी महिला को तीब्र ऊपरी उदरीय पीड़ा और अधिक वसा वाला खाना खाने के बाद उल्टी के साथ कैजुअल्टी विभाग में लाया गया। परीक्षा करने पर दाएँ अधःपक प्रदेश (हाइपोकोन्ट्रिंयम) में दावचेदना पायी गयी।
(i) उपर्युक्त चिकित्सकीय दशा का क्या निदान है। साथ ही इसका इरिओं-रोगजनन और
विभेदक निदान भी बताए ।
(ii) कोलिलिथियासिस से चिरकारी पित्ताशयशोथ के प्रबंधन की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(b) एक 75-वर्षीय वृद्ध पुरुष में {मेह के साथ मून का तीव्र अबधारण (एक्यूट रिटेन्शन) देखा गया। मलाशय परीक्षण के बाद कर पर्विल पुरःस्थ (प्रोस्टेटिक) विवर्धन उपस्थित पाया गया।
(i) निदान और उसकी जाँच की विवेचना कीजिए।
(ii) उपर्युक्त दशा के प्रबंधन की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(c) महिला बंध्याकरण के लिए सामान्यतः उपयोग की जाने वाली विधियों को गिनाइए।
प्रत्येक विधि के लाभ और दोष क्या हैं?
(d) असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी को परिभाषित कीजिए। सामान्यतः उपयोग की जाने
वाली जनन प्रौद्योगिकियों का संक्षेप में उल्लेख कीजिए। प्रत्येक विधि के सूचक और
निषिद्धताएँ क्या हैं?
(e) (i) ट्रांस-वसीय अम्ल (ट्रास-कैटी एसिड) क्या है?
(ii) कौन-कौन से खाद्य-पदार्थ ट्रांस-वसीय अम्ल के मुख्य स्रोत हैं?
(iii) सामुदायिक स्वास्थ्य की दृष्टि से इस-बसीय अम्र्जा का क्या महत्व हैं।
Q6. (a) प्रसवोत्तर रक्तन्नाव (पी० पी० एच०) को परिभाषित कीजिए। पी० पी०
एच के कौन-से कारण हैं? प्रसव के तुरंत बाद पी पी एच के केस को आप कैसे प्रबंधन
करेंगे? पी० पी० एच० के नियंत्रण हेतु रोकथाम के उपायों की विवेचना कीजिए।
(b) सुदम स्तनरोग के कारणों, उनकी जाँच एवं स्तनावेदना के साथ द्विपाय
फाइब्रोएडिनोसिस के प्रबंधन की विवेचना कीजिए।
(c) (i) जननी सुरक्षा योजना के मूल ध्येय क्या हैं?
(ii) इस योजना की मुख्य विशिष्टताएँ क्या हैं?
(iii) 'वंदे मातरम् योजना' क्या है? यह जननी सुरक्षा योजना से कैसे जुझी है?
Q7. (a) एक 25-वर्षीय नर कभी भी हो जाने वाले मध्यवर्ती उदय अमान से पीड़ित है, जिसमें शाम को तापमान बढ़ता है और साथ ही भार कम हो रहा है। उदरीन परीक्षण में दायीं इलियक फौसा में वृद्ध, अस्पर्शसह्य तम पाया गया।
(i) उपर्युक्त केस में विभेदक निदान की विवेचना कीजिए।
(ii) जाँच और उसके निष्कर्ष का उल्लेख कोजिए।
(iii) इलियोसीकल यक्ष्मा के प्रबंधन की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(b) (i) राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एन० आर० एच० एम०) के अंतर्गत ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की संरचना को सुदृढ़ करने के लिए क्या परिवर्तन किए जा रहे हैं।
(ii) स्वार-ध्य एवं परिवार कल्याण से सम्बद्ध किन-किन मौजूदा कार्यक्रम को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का अंग बना दिया गया है?
(c) एक 40-वर्षीय महिला में अत्यातच के सामान्य वारर्गों को गिनाइए। फाइझॉइड गर्भाशय के विभिन्न प्रकार क्या हैं? फाइब्रॉइड गर्भाशय के कारण अत्यार्तब से ग्रसित एक 40-वर्षीय महिला के केस का प्रबंधन आप कैसे करेंगे?
Q8. (a) दि एड टी० बी० स्ट्रेटजी' पूर्व में चलती रही वैश्चिक टी० बी० युद्धनीतियों का तार्किक विकास एवं निदर्शनात्मक परिवर्तन है।
(i) इसके अंतर्दृष्टि, लक्ष्य, मील के पत्थर तथा लक्ष्यांक क्या हैं, जिन्हें
भविष्य में विशिष्ट वर्षों के अनुसार प्राप्त करना है?
(ii) इसके सफल होने में मुख्य बाधाएँ क्या-क्या हैं?
(iii) इन बाधाओं को दूर करने के लिए कौन-से कदम उठाए जाने आवश्यक हैं?
(b) गर्भाशय भ्रश (प्रोलॅप्स) की परिभाषा दीजिए। गर्भाशय अंश की विभिन्न डिग्रियों
को गिनाइए। उन कारकों को गिनाइए जो गर्भाशय अंश के कारण बनते हैं। एक 33-वर्षीय
महिला के केस में, जिसने अपना परिचार पूरा कर लिया है, आप तृतीय डिग्री वाले
गर्भाशय योनि अंश का प्रबंधन कैसे करेंगे?
(c) एक 35-वर्षीय पुरुष सड़क पर आकस्मिक दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सामान्य परीक्षा में
वह दिविन्यासित और पीला पाया गया। उसो नाड़ी 120/मिनट, दाज 90/60 mm Hg और श्वसन दर
32 मिनट थी। वक्ष पर नील उपस्थित था और दायीं व दीवार घटी गति रही थी। परिश्रवण पर
घटीं श्वसन ध्वनि (Rt) और परेशान (परसन) पर प्रबल अनुनाद (Rt.) अस्थित था।
(i) विभेदक निदान की विवेचना कीजिए।
(ii) उसकी जाँच कैसे करे?
(iii) उपर्युक्त चिकित्सकीय परिदृश्य का उपचार बताइए।
Click Here to Download PDF
NEW! UPSC, IAS परीक्षा संपूर्ण अध्ययन सामग्री (प्रारंभिक, मुख्य, साक्षात्कार COMBO) - Hindi Medium