(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा (मनोविज्ञान) Paper-2- 2017
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा
(Download) UPSC IAS Mains Exam Paper - 2017 : मनोविज्ञान (Paper - 2)
मनोविज्ञान
(प्रश्न पत्र - II)
निर्धारित समय : तीन घंटे
अधिकतम अंक : 250
प्रश्न-पत्र सम्बन्धी विशेष अनुदेश
कृपया प्रश्नों के उत्तर देने से पूर्व निम्नलिखित प्रत्येक अनुदेश को ध्यानपूर्वक पढ़े :
इसमें आठ (8) प्रश्न हैं जो दो खण्डों में विभाजित हैं तथा हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों में छपे हैं ।
परीक्षार्थी को कुल पाँच प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
प्रश्न संख्या 1 और 5 अनिवार्य हैं तथा बाकी में प्रत्येक खण्ड से कम-से-कम एक प्रश्न चुनकर किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए । प्रत्येक प्रश्न/भाग के अंक उसके सामने दिए गए हैं ।
प्रश्नों के उत्तर उसी प्राधिकृत माध्यम में लिखे जाने चाहिए जिसका उल्लेख आपके प्रवेश-पत्र में किया गया है, और इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख प्रश्न-सह-उत्तर (क्यू.सी.ए.) पुस्तिका के मुख-पृष्ठ पर निर्दिष्ट स्थान पर किया जाना चाहिए । प्राधिकृत माध्यम के अतिरिक्त अन्य किसी माध्यम में लिखे गए उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेंगे।
प्रश्नों में शब्द सीमा, जहाँ विनिर्दिष्ट है, का अनुसरण किया जाना चाहिए ।
जहाँ आवश्यक हो, आरेख / चित्र उत्तर के लिए दिए गए स्थान में ही दर्शाइए ।
प्रश्नों के उत्तरों की गणना क्रमानुसार की जाएगी । यदि काटा नहीं हो, तो प्रश्न के उत्तर की गणना की जाएगी चाहे वह उत्तर अंशतः दिया गया हो । प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में खाली छोड़ा हुआ पृष्ठ या उसके अंश को स्पष्ट रूप से काटा जाना चाहिए ।
खण्ड - A
Q1. निम्नलिखित प्रश्नों में से प्रत्येक का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) कार्मिक चयन में स्व-प्रतिवेदन व्यक्तित्व प्रश्नावलियों की भूमिका का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।
(b) वैयक्तिक भिन्नताओं के संप्रत्यय का किस प्रकार उद्भव हुआ, व्याख्या कीजिए एवं व्यवसाय निर्देशन के लिए इसके महत्त्व को समझाइए।
(c) व्यक्ति-केन्द्रित चिकित्सा में विसंगति के संप्रत्यय की व्याख्या कीजिए।
(d) वैयक्तिक निर्णयों की अपेक्षा सामूहिक निर्णयों के लाभ और हानि की विवेचना कीजिए।
(e) मनोविकृत व्यक्तित्व को समझाइए एवं यह विसामान्य व्यवहार से कैसे सम्बन्धित है, स्पष्ट कीजिए।
Q2. (a) कार्य अभिप्रेरण के अन्तर्वस्तु एवं प्रक्रिया सिद्धान्तों में अन्तर स्पष्ट कीजिए। भारतीय संदर्भ में मास्लो के कार्य अभिप्रेरण सिद्धान्त की उपादेयता पर टिप्पणी कीजिए।
(b) पूर्व-अपचारी किशोरों के संदर्भ में दोष-शोधन स्कूलों के महत्त्व और इनकी आवश्यकताओं की विवेचना कीजिए।
(c) व्यवहार चिकित्सा में पारस्परिक संदमन की व्याख्या कीजिए और उसके सैद्धान्तिक आधार को व्यक्त कीजिए।
Q3. (a) भारतीय संदर्भ में प्रतिभासंपन्न बच्चों को अभिलक्षित और परिपोषित करने की प्रक्रिया की विस्तृत विवेचना कीजिए।
(b) एलिस की व्यवहारपरक संज्ञानात्मक चिकित्सा का वर्णन इसमें निहित चरणों के साथ कीजिए।
(c) मनोमितीय अनुमाप में एकांश प्रमाणीकरण की क्या भूमिका है? इसमें निहित चरणों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
Q4. (a) नेतृत्व-सम्बन्धी विभिन्न सिद्धान्तों के प्रकाश में किस प्रकार के नेता सामाजिक परिवर्तन लाने में प्रभावी होंगे?
(b) व्यामोहाभ और अव्यामोहाभ मनोविदलता में विभ्रम और मतिभ्रम अन्तर्वस्तुएँ कैसे भिन्न होते हैं, व्याख्या कीजिए।
(c) सामाजिक समस्याओं के समाधान में समुदाय की क्या भूमिका है? महिलाओं के विरुद्ध अपराध को सम्भालने के लिए समुदाय को संलिप्त करने के लिए एक योजना तैयार कीजिए।
खण्ड-B
Q5. निम्नलिखित प्रश्नों में से प्रत्येक का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) आजकल के संगठनों में बहुसंस्कृतिवाद और विविधता के कारण उत्पन्न चुनौतियों और अवसरों की विवेचना कीजिए।
(b) संज्ञानात्मक कार्यों के निष्पादन पर ध्वनि के अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उद्भासन के प्रभावों की व्याख्या कीजिए।
(c) किशोरों पर सूचना प्रौद्योगिकी के तीव्र विकास के क्या मनोवैज्ञानिक परिणाम सामने आए हैं?
(d) मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों के प्रयोग द्वारा खेल की टीमों में संसक्तिशीलता कैसे बढ़ाई जा सकती है, व्याख्या कीजिए।
(e) हिंसा के कारण विश्वभर में बहुत-से लोगों को अपनी मातृभूमि छोड़नी पड़ती है। ऐसे हिंसाग्रस्त लोगों को किन मनोवैज्ञानिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है? इनके पुनर्वास-सम्बन्धी योजना की व्याख्या कीजिए।
Q6. (a) सापेक्षिक वंचन क्या है? वर्तमान भारतीय परिदृश्य में किशोर व्यवहार पर इसके परिणामों की विवेचना कीजिए।
(b) 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम की सफलता को कौन-से मनोवैज्ञानिक और सांस्कृतिक कारक सुसाध्य बनाएँगे? सूचना प्रौद्योगिकी और जन-संचार माध्यमों द्वारा इस कार्यक्रम को किस प्रकार प्रोत्साहित किया जा सकता है?
(c) अन्तरासामूहिक अभिवृत्तियों से आप क्या समझते हैं? ऐसी अभिवृत्तियों को सामाजिक परिघटना क्यों समझा जाता है?
Q7. (a) अन्तरासामूहिक सम्पर्क परिकल्पना और पार-संवर्गीकरण शोध के परिप्रेक्ष्य में भारत में सामाजिक एकीकरण को कैसे प्रोत्साहित किया जा सकता है, विवेचना कीजिए।
(b) मानव-मशीन तंत्र क्या है? इस संदर्भ में वायुयानों की प्रदर्शन (डिस्प्ले) प्रणालियों की अभिकल्पना में मानव अभियांत्रिकी के अनुप्रयोगों की व्याख्या कीजिए।
(c) उद्यमी व्यवहार के अभिलक्षणों की व्याख्या कीजिए। उद्यमी व्यवहार प्रशिक्षण द्वारा कैसे उपार्जित किया जा सकता है, इसकी आलोचनात्मक विवेचना कीजिए। भारतीय संदर्भ में साक्ष्य प्रस्तुत कीजिए।
Q8. (a) तीव्र वैज्ञानिक एवं तकनीकी अभिवृद्धि के पर्यावरणीय निम्नीकरण पर पड़ने वाले प्रभावों की व्याख्या कीजिए। पर्यावरणीय निम्नीकरण को कम करने में मनोवैज्ञानिकों की भूमिका की व्याख्या कीजिए।
(b) मूल्य विकास में जन-संचार माध्यमों की भूमिका की व्याख्या कीजिए। समाजोन्मुखी मूल्यों के प्रोत्साहन के लिए जन-संचार माध्यमों एवं सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे किया जा सकता है?
(c) सुविधा-वंचित समूह के अन्तर्गत आने के कारण होने वाले मनोवैज्ञानिक, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं आर्थिक परिणामों की विवेचना कीजिए। सुविधा-वंचित समूहों को विकासोन्मुख बनाने के लिए शिक्षित और अभिप्रेरित करने के पदक्रम सुझाइए।
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