(Download) UPSC IAS Mains Optional चिकित्सा विज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016
(Download) UPSC IAS Mains Optional चिकित्सा विज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016
Exam Name: UPSC IAS Mains
Year: 2016
Subject: Law (Hindi)
चिकित्सा विज्ञान प्रश्न-पत्र-1
खण्ड-A
1. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दीजिए। 10x5=50 marks
(a) अधः पाद के चचाजनों का वर्णन कीजिए।
(b) उत्तराअलिद पट के विकास का नर्णन कीजिए।
(c) बायीं इद्मनी के विरुद्ध दार्गी धमनी में रक्त प्रवाह को चित्रित करने के लिए एक आरेख वचिए।
(d) निद्रा के तंत्निकाशरीरक्रियात्मक आधार की विवेचना कीजिए।
(e) कोलेस्टेरॉल चयापचयन में विटामिन C की भूमिका का विवरण प्रस्तुत कीजिए।
2.(a) व (धाइरॉइड) प्रार्स परीक्षणों को गिनाइए। अक्टु अतिक्रियता एवं अबु अल्पक्रियता के जैव रासायनिक खोजों के निष्कर्षों का विवरण प्रस्तुत कीजिए। 20 marks
(b) घनालायिता के प्रक्रम का वर्णन कीजिए। स्कन्दनरोधियों के विषय में संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए। 10+5=20 marks
(c) अन्तःप्रकोटिका तंत्रिका का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए। 15 marks
3.(a) संस्थिति (पास्चर) तथा गति के नियमन में अनुमस्तिष्क की भूमिका का वर्णन कीजिए। अनुमस्तिष्कीय गतिविभ्रम के बारे में उल्लेख कीजिए। 15+5=20 marks
(b) पाद के पृष्ठ को त्वक् तंत्रिका द्वारा संभरण का वर्णन कीजिए। 15 marks
(c) गंधक युक्त विटामिनों के जैव रासायनिक प्रकायों और अपर्याप्तता लक्षणों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 15 marks
4.(a) निम्नलिखित शीर्षर्को के तहत कुल्हा-संधि का वर्णन कीजिए : 20 marks
(i) बर्गीकरण
(ii) गति
(iii) रक्त संभरण
(iv) स्नायु
(b) पीयूमिका ग्रन्थि द्वारा स्रावित हॉर्मोनों के नाम बताइए। शरीर में वृद्धि हॉर्मोन की भूमिका का वर्णन कीजिए। 5+10=20 marks
(c) आर० एफ एल0 पी0 तकनीक किस सिद्धान्त पर आधारित है? आर० एफ० एल० पी० के चिकित्सकीय अनुप्रयोगों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 5+10=20 marks
खण्ड -B
5. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दीजिए। 10x5=50 marks
(a) पेशी रोधगलन में अनुक्रमिक हुद्देशीय परिवर्तन क्या-क्या होते हैं?
(b) आंत्र-बाह्य अमीबता की रोगजननता तथा प्रयोगशाला निदान का वर्णन कीजिए।
(c) कॉक्स-2 संदमक द्वारा प्रेरित हुवाहिका विषाक्तता की क्रियाविधि की विवेचना कीजिए।
(d) हुपेशी रोधगलन के मामले में प्रयोगशाला अन्वेषणों की विवेचना कीजिए।
(e) ऐलुप्राज़ोलैम विषाक्तन के कारण हुई मृत्यु के मामले में शरीरक्रियात्मक सक्रियता, रोग लक्षण तथा मरणोत्तर अन्वेषणों की विवेचना कीजिए।
6.(a) दुर्निकसन से आप क्या समझते हैं? आप इनरविकसन से इसका किस प्रकार विभेदन करेंगे। 20 marks
(b) मैथिसिलिन-प्रतिरोधित स्टैफाइलोकोकस ऑरियस संक्रमण की भेषजचिकित्सा-विज्ञान की विवेचना कीजिए। 15 marks
(c) मेनिनगोकोकल मेनिनजाइटिस की रोगजननता तथा प्रयोगशाला निदान की विवेचना कीजिए। 15 marks
7.(a) सफलतापूर्वक फाँसी के मामले में विभिन्न संभावित क्षतियों तथा मृत्यु के कारण का वर्णन कीजिए। 20 marks
(b) बलात्कार को परिभाषित कीजिए तथा वीर्य का पता लगाने के लिए विभिन्न परीक्षणों के चारे में लिखिए। 15 marks
(c) व्याख्या कीजिए कि क्यों 5+5+5+=15 marks
(i) आमीथर का इस्तेमाल ल्यूमीफैन्ट्राइन के साथ मिलाकर किया जाता है;
(ii) ६हिक कवकता के उपचार के लिए औषधि के पारम्परिक सूत्रण के स्थान पर अब लिपोसोमल म्फोटरेसिन-B को तरजीह दी जाती हैं
(iii) पुन:रोधगलन की रोकथाम के लिए निम्न-खुराक ऐस्पिरिन का इस्तेमाल किया जाता है।
8.(a) (i) एड्स के प्रयोगशाला निदान का वर्णन कीजिए। 10+10=20 marks
(ii) क्रिप्टोकॉकसता के प्रयोगशाला निदान का वर्णन कीजिए।
(b) एफ० ए० बी० वर्गीकरण द्वारा तीव्र माइलॉइड ल्यूकीमिया को वर्गीकृत कीजिए। तीव्र प्रोमाइलोसाइटिक ल्यूकीमिया के मामले में रक्त-चित्र कैसा होता है? 15 marks
(c) निम्नलिखित के बारे में क्रियाविधि, उपयोग तथा पार्श्व प्रभार्यों का संक्षेप में विवरण प्रस्तुत कीजिए : 5+5+5=15 marks
(i) लेट्रोजोल
(ii) लोसारटेन
(iii) मैट्रोनिडाजोल
चिकित्सा विज्ञान प्रश्न-पत्र-2
खण्ड-A
1.(a) चुम्बकीय अनुनादी चित्रण (एम.आर.आई.) के सिद्धान्तों की विवेचना कीजिए । किन परिस्थितियों में कम्प्यूटरीकृत टौमोग्राफ़ी (सी.टी.) स्कैन की तुलना में यह बेहतर नैदानिक मान प्रस्तुत करता है ? 5+5=10 marks
(b) एक 18-वर्षीय लड़की बेचैनी, अनिद्रा, ठंडा पसीना तथा डर के दौरों से पीड़ित है । इसके विभेदकीय निदान की विवेचना कीजिए । “सामान्य दुश्चिंता विकार” के प्रबन्धन के सिद्धान्तों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 10 marks
(c) (i) प्रारम्भिक नवजात काल में बिलिरूबिन इनसेफ़ैलोपैथी के चिकित्सकीय अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए।
(ii) नवजात शिशुओं में बिलिरूबिन इनसेफैलोपैथी के प्रति सहयोग प्रदान करने वाले प्रवर्तनपूर्व कारकों को गिनाइए ।
(iii) बिलिरूबिन इनसेफैलोपैथी के दीर्घकालीन रोगजनकीय तथा चिकित्सकीय उत्तरप्रभावों के नाम लिखिए । 2+4+4=10 marks
(d) (i) पाँच वर्ष की आयु से कम के बच्चों में “तीव्र वृद्धिरोध (स्टंटिंग)” तथा “तीव्र वेस्टिंग को परिभाषित कीजिए।
(ii) (1) 6 महीनों से लेकर 5 वर्षों के बीच की आयु के बच्चों में; तथा (2) 6 महीनों से कम आयु के शिशुओं में “चिरकालिक तीव्र कुपोषण के लिए नैदानिक मापदंडों की रूपरेखा तैयार कीजिए । 4+6=10 marks
(e) एक गृह-स्वामिनी द्वारा साग-सब्ज़ियाँ जैसे कटहल छीलते समय तथा भिडी काटते समय उसके हाथ के तन्तुपटलों में कण्डू (खुजली) तथा क्षोभकता विकसित हो गई हैं। ठंडे पानी से हाथ धोने पर उसको थोड़ा आराम मिलता है।
(i) इसका सम्भव निदान क्या है ?
(ii) इस दशा के हेतुकिरोगजनकता (इटिओपैथोजिनेसिस), प्रबन्धन तथा बचाव पर चर्चा कीजिए। 2+8=10 marks
2.(a) एक 80-वर्षीय पुरुष, जो तीन हफ्तों से बिस्तर पर है, की अचानक साँस फूलने लगती है, वह बेहोश हो जाता है तथा उसे कैजुएल्टी में लाया जाता है।
(i) इस घटना की सम्भव हेतुकी की विवेचना कीजिए ।
(ii) निदान तथा प्रबन्धन के लिए आवश्यक अन्वेषणों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(iii) तीव्र अग्र भित्ती हृदपेशी रोधगलन के प्रबन्धन का वर्णन कीजिए। 10+5+10=25 marks
(b) (i) पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों में “दीर्घस्थायी अतिसार” को परिभाषित कीजिए । यह “चिरकालिक अतिसार” से किस प्रकार भिन्न है ?
(ii) दीर्घस्थायी अतिसार के आहार प्रबन्धन की विवेचना कीजिए ।
(iii) चिरकालिक अतिसार के कुछ सामान्य कारणों को गिनाइए । 3+9+3=15 marks
(c) एक युवा वयस्क के समस्त शरीर पर विशेषकर उसकी अग्र वितानक आकृति पर त्वक्तिमा, उभरे हुए, साथ-साथ विभिन्न साइज़ के शल्कीय चकत्ते आ गए हैं।
(i) आप कौन-से अन्य क्षेत्रों का परीक्षण करेंगे तथा निदान की पुष्टि करने के लिए कौन-से चिकित्सकीय परीक्षण करेंगे ?
(ii) इस रोग में शामिल अन्य तंत्रों तथा उनके सामने आने वाले लक्षणों को गिनाइए ।
(iii) मानक प्रबन्धन से आराम नहीं मिलने पर आप परिवर्तन के रूप में जिन औषधियों का प्रयोग करेंगे उनकी सूची बनाइए । 4+3+3=10 marks
3.(a) एक 17-वर्षीय लड़की, जिसका बीच-बीच में होने वाली मौसमी साँस की घरघराहट का इतिहास है, अचानक साँस फूलने के आक्रमण पर कैजुएल्टी में आती है।
(i) इस दशा की हेतुकिरोगजनकता का वर्णन कीजिए ।
(ii) इस विकार के अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन प्रबन्धन की विवेचना कीजिए । 7+18=25 marks
(b) एक छोटा शिशु (जिसकी आयु 6 हफ़्ते हैं) आहारिक समस्या तथा कुपोषण से ग्रस्त हैं। आई.एम.एन.सी.आई. मामलों से सम्बन्धित प्रबन्धन मार्गदर्शिका के अनुसार शिशु के उपचार के वर्गीकरण तथा पहचान की विवेचना कीजिए। 5+10=15 marks
(c)(i) एक असंक्रमी तथा एक परजीवी, संक्रमी त्वविकार के चिकित्सकीय लक्षणों का बर्णन कीजिए ।
(ii) एक स्वस्थ वयस्क तथा प्रतिरक्षा से समझौता किए हुए व्यक्तियों में उपर्युक्त दशाओं के हिस्टोपैथोलॉजिकल लक्षणों का वर्णन कीजिए। 4+6=10 marks
4.(a)एक 70-वर्षीय रोगी, जो अनियंत्रित प्रकार-2 के मधुमेह से (20 वर्षों से पीड़ित है, अपनी टाँगों में दर्द तथा झुनझुनाहट, नज़र में धुंधलापन, कमज़ोरी, शीघ्रता से थकान आने तथा अस्थियों में भी दर्द की शिकायत के साथ आता है। अन्वेषणों के पश्चात् पता चलता है कि उसका रक्त यूरिया 130 mg/dL तथा सीरम क्रिऐटिनिन 4-5 mg/dL है।
(i) इसका सम्भव निदान क्या है ?
(ii) चिरकालिक वृक्क रोग को आप किस प्रकार वर्गीकृत करेंगे ?
(iii) उन्नत वृक्कीय विफलता के प्रबन्धन पर चर्चा कीजिए। 5+10+10=25 marks
(b) कोई एक-वर्षीय पहले स्वस्थ बच्चा आपके पास आता है जो पिछले तीन दिनों से बुखार, जुकाम तथा खाँसी से पीड़ित है । माँ साँस लेने के दौरान सीटी बजने की आवाज़ निकलने की शिकायत करती है। इससे पहले इस तरह की घटना कभी भी नहीं हुई । अन्वेषण से पता चला कि वह टैकीपनिया, ऑडिबिल व्हीज़ तथा अति-इनफ्लैटिड़ छाती के लक्षण प्रदर्शित कर रहा है । इसकी ऑक्सीजन संतृप्ति 94% है।
(i) इसका सर्वाधिक सम्भव निदान क्या है तथा इस दशा को पैदा करने वाले सम्भव सूक्ष्मजीव कौन-से हैं ?
(ii) इस रोगी में रोग की तीव्रता का वर्गीकरण कीजिए ।
(iii) इस बच्चे के प्रबन्धन के सिद्धान्तों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 4+4+7=15 marks
(c) एक युवा वयस्क पुरुष चिकित्सकीय गन देखभाल यूनिट में आता है, रोगी की त्वचा तथा म्यूकोसल सतहों पर फफोलेदार विक्षतियाँ हैं । इससे पूर्व रोग पिछले सात दिनों से उच्च-कोटि के बुख़ार तथा व्याकुलता से ग्रस्त रहा है।
(i) आपकी ओर से इसका क्या निदान है तथा किस हेतुकिरोगजनकता पर आपको संदेह
(ii) प्रबन्धन के पदों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए तथा पूर्वानुमान का संक्षेप में उल्लेख कीजिए । 4+6=10 marks
खण्ड-B
5.(a) वृक्क पथरी की हेतुकी, प्रकारों, चिकित्सकीय लक्षणों, अन्वेषण तथा उपचार सम्बन्धी रीतियों की विवेचना कीजिए । 2+1+2+2+3=17 marks
(b) एक 30-वर्षीय महिला अवटु-शोथ से पीड़ित है । उसकी एस. T3, T4 तथा टी.एस.एच. सामान्य सीमाओं के भीतर हैं ।
(i) अवटु-शोथ के विभेदकीय निदान की विवेचना कीजिए ।
(ii) उपर्युक्त उल्लिखित दशा के अन्वेषण पर प्रकाश डालिए ।
(iii) अवटु के अंकुरक कार्सिनोमा के प्रबन्धन की विवेचना कीजिए। 3+3+4=10 marks
(c) प्रथम त्रिमासी गर्भपात के लिए कुछ सामान्य रूप से प्रयोग में लाई जाने वाली विधियों को गिनाइए । गर्भपात की शल्यचिकित्सा विधि की तुरन्त तथा दूरवर्ती जटिलताओं का संक्षेप में उल्लेख कीजिए । 5+5=10 marks
(d) मुख द्वारा ग्रहण की जाने वाली गर्भनिरोधक गोलियों के विभिन्न प्रकार क्या हैं ? मुखीय गोलियों की क्या क्रियाविधि हैं ? गोली लेने के संकेतों और प्रति संकेतों पर संक्षेप में लिखिए । गोली लेने के पार्श्व प्रभावों को गिनाइए । 2+3+3+2=10 marks
(e) भारत में शिशु स्वास्थ्य के लिए निर्धारित विभिन्न उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को गिनाइए । 10 marks
6.(a) 38 हफ्तों की गर्भावस्था (प्रथमगर्भा) में अनइन्नौज्ड सिर के कारणों को गिनाइए । प्रसव की विभिन्न अवस्थाओं का वर्णन कीजिए । प्रसव की प्रत्येक अवस्था का निदान आप किस प्रकार करेंगे ? प्रसव की दीर्घाकृत प्रथम अवस्था में प्रथमगर्भा रोगी का प्रबन्धन आप किस प्रकार करेंगे ? 5+5+10=20 marks
(b) एक 50-वर्षीय पुरुष रक्तमेह का पुराना रोगी है, उसे कमर की बायीं ओर काफ़ी परेशानी है । उदरीय अन्वेषण से पता चला कि उसके बायीं ओर के वृक्क में अपवृद्धि के साथ-साथ अपस्फीति विकसित हो गई है।
(i) उपर्युक्त दशा की विभेदकीय निदान तथा जाँच की विवेचना कीजिए ।
(ii) बायीं ओर के वृक्क कोशिका कार्सिनोमा के उपचार का उल्लेख कीजिए । 8+7=15 marks
(c) यक्ष्मा रोको रणनीति' पर संक्षेप में लिखिए । 15 marks
7.(a) एक 50-वर्षीय पुरुष, जो चिरकालिक धूम्रपान करता है, की दाहिनी पादांगुलि में शुष्क गैंग्रीन है तथा दाहिने निम्न अंग (अधः पाद) में विश्राम दर्द रहता है । परीक्षण पर पता चला कि उसकी दाहिनी डॉरसैलिस पीडिस धमनी पल्स है ही नहीं ।
(i) चिरकालिक लिम्ब इस्चैमिया की परिभाषा दीजिए तथा निम्न अंग गैंग्रीन के कारणों पर चर्चा कीजिए।
(ii) उपर्युक्त उल्लिखित दशा के प्रबन्धन की विवेचना कीजिए । 10+10=20 marks
(b) नेटवर्क विश्लेषण से आप क्या समझते हैं ? प्रोग्राम इवैल्यूऐशन एण्ड रिव्यू टेक्नीक (पर्ट) के बारे मंय संक्षेप में विवरण प्रस्तुत कीजिए । 'पर्ट के क्या-क्या उपयोग हैं ? 15 marks
(c) डी.यू.बी. (डिस्फंक्शनल गर्भाशयी रक्तस्राव) को परिभाषित कीजिए । 35-वर्षीय डी.यू.बी. से पीड़ित रोगी, जिसने अपना परिवार पूरा कर लिया है, का प्रबंधन आप कैसे करेंगे ? 15 marks
8.(a) स्वास्थ्य सूचना तंत्र के घटक तथा उपयोग क्या-क्या हैं ? स्वास्थ्य सूचना के विभिन्न स्रोतों का संक्षेप में विवरण प्रस्तुत कीजिए। 10+10=20 marks
(b) एक प्रथमगर्भा रोगी 34 हफ्तों की गर्भावस्था के साथ कैजुएल्टी में लाई गई । रोगी इस समय पीड़ारहित रक्तस्राव पी/वैजनम दौरे से गुज़र रही है। आपका सम्भाव्य निदान क्या होगा ? आप रोगी का प्रबन्धन किस प्रकार करेंगे ? इस दशा से सम्बद्ध गर्भगुणसात्तता (श्रूणीय) तथा मातृत्व से जुड़ी जटिलताएँ क्या-क्या हैं ? 3+8+4=15 marks
(c) दाहिने निचले अंग (अध: पाद) की अपस्फीत शिरा के चिकित्सकीय लक्षणों, अन्वेषण तथा प्रबन्धन की विवेचना कीजिए। 3+5+7=15 marks
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Courtesy: UPSC