Model Questions for UPSC PRE यूपीएससी आईएएस (प्री) सीसैट CSAT (Hindi) Set-17
Model Questions for UPSC PRE यूपीएससी आईएएस (प्री) सीसैट CSAT (Hindi) Set-17
लेखांशः प्रश्नों के लिए निर्देषः नीचे दिए गए लेखांश को पढ़े तथा उसके बाद प्रश्नों के उत्तर दे। आपके उत्तर लेंखांश पर ही आधारित होना चाहिए।
यह स्पष्ट कर देने की आवश्यक्ता है कि पर्यावरणीय प्रवाह में न केवल जल की मात्रा
होती है बल्कि यह प्रवाह की पुनरावृति दर्शाने के साथ वार्षिक हाइड्रोजन को भी
प्रस्तुत करते है। एक ऐसा परिवर्तित प्रवाह प्रतिमान जो झीलों अथवा नदियों के
प्रवाह की पुनरावृति को बनाए रखता है लेकिन पृथ्यकरण के दृारा प्रवाह की मात्रा को
परिवर्तित कर देता है इनमें प्राकृतिक प्रवाह के द्वारा प्रवाह की मात्रा को
परिवर्तित कर देता है। इसे प्राकृतिक प्रवाह के अनुकरण के रूप में जाना जाता है।
प्रबंधित जल विज्ञान के काल में, जब प्रवाह अशुद्ध एवं प्रदूषित रूप में होगा, तो
एक अनुकरणी विनियोजन यह सुनिश्चित करेगा कि जीव परितंत्र एवं उसके द्वारा किए जाने
वाले कार्यों के विलुप्त होने का कोई संकट नहीं है बल्कि वे एक मध्य तथा
पूर्वनिर्धारित सीमा तक क्षतिग्रस्त है।
सैद्धांतिक रूप से समझौते की एक ऐसी व्यवस्था, जल प्रणाली के कम समय के लिए आर्थिक
प्रयोग एवं दीर्घकालीन परिस्थितिक उपलब्धता से
संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए एक मंच प्रदान कराती है। यह जलीय प्रणालीयों पर
बड़े प्रबंधन के लिए सर्वाधिक उपयोगी होगी। पर्यावरणीय - प्रवाह पर आधारित, परस्पर
विरोधी प्रस्ताव के लिए ऐसी प्रणाली, हालांकि अपने प्रारंभिक काल मे है तथा इससे
पहले कि यह सरकार, न्यायपालिका, इत्यादि को निर्णय में सहायता करे, इसमें ठोस
सैद्धांतिक संशोधन करने की आवश्यकता है। संशोधित एवं स्पष्ट अवधारणा की अनुपस्थिति
में निर्णयों के अपरिपक्क तथा विवादग्रस्त हो जाने का खतरा है।
1. लेखांश में ‘वे जलीय प्रवाह के एक पैकेज को प्रस्तुत करते है का वर्णन है । यह ‘वे’ हैः
(a) वार्षिक हाइड्रोजन से
(b) प्रवाहित जल की पुनरावृति से
(c) पर्यावरणीय प्रवाह से
(d) नदियों में जल की मात्रा से
2. निम्नलिखित कथनां पर विचार करे।
1. परितंत्र का दीर्घावधि तक बने रहना संभव नहीं
2. प्रवाह की पुनरावृति बनाए रखना आसान है
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनो
(d) न तो 1 नही 2
3. लेखांश के लेखक ‘प्रबंधन’ को एक ‘समझौते’ के रूप में क्यों संबंधित कर रहा है।
(a) जलीय प्रणालियों से संबंधित विवादां को सुलझाने के लिए मंच प्रदान करने हेतु
(b) यह नीति - निर्माण एवं प्रबंधन के लिए बहुत उपयोगी है।
(c) विवादों के निपटारे के लिए यह सबसे सही विकल्प है।
(d) क्योंकि प्रबंधन एक मान्य एवं पूर्व निर्धारित सीमा तक जलीय परितंत्र को क्षति
पहूँचाएगा
4. लेखांश में ‘अशुद्ध एवं प्रदूषित रूप’ का अर्थ हैः
(a) प्राकृतिक जलीय प्रणालियाँ
(b) दुषित जलीय प्रणालियाँ
(c) मानव के द्वारा नियंत्रित जलीय प्रणालियाँ
(d) केवल आंशिक रूप से स्वच्छ जलीय प्रणालियाँ
5. लेखांश के अनुसार, जल स्त्रोतो पर विभिन्न विवादो को सुलझाने की दिशा मे निम्न में से कौन साथ पहला उपाय है।
1. संबंधित लघु-अवधि तथा दीर्घावधि मामलों पर बातचित करना
2. जल प्रणालियाँ को धारणीय बनाना
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनो
(d) न तो 1 नही 2