(Download) संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा लोक प्रशासन Paper-1- 2018

UPSC CIVIL SEVA AYOG


संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा - मुख्य परीक्षा

(Download) UPSC IAS Mains Exam 2018

(PUBLIC ADMINISTRATION ) लोक प्रशासन(Paper-1)


Exam Name: UPSC IAS Mains PUBLIC ADMINISTRATION (लोक प्रशासन) (Paper-1)

Marks: 250

Time Allowed: 3 Hours.

खण्ड "A"

Q1. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :

Q1. (a) “लोक प्रशासन की विद्या के विस्तार का निर्धारण, प्रशासनिक तंत्र क्या करता है, के द्वारा किया जाता है ।" क्या इसका अर्थ यह है कि इस विद्या का विस्तार सीमा-हीन है ? व्याख्या करें ।
(b) “मैक्स वेबर के अधिकारितंत्रीय विश्लेषण में, युक्तिसंगतता तथा दक्षता की संकल्पनाएं अंतर्ग्रथित हैं ।" टिप्पणी कीजिए ।
(c) अपने पूर्ववर्ती नवलोक प्रबन्धन की तुलना में नवलोक सेवा उपागम एक सुधार है।” चर्चा कीजिए।
(d) "एक नेता एक जन-विकासक होता है'(नेपोलियन) । अधीनस्थों के विकास के कौन से पक्ष किसी नेता द्वारा सकारात्मक ढंग से प्रभावित किए जा सकते हैं ? चर्चा कीजिए ।
(e) हरबर्ट साइमन की पुस्तक एडमिनिस्ट्रेटिव बिहेवियर लोक प्रशासन के अध्ययन के शास्त्रीय तया व्यवहारवादी उपागमों का संश्लेषण प्रस्तुत करती है ।" समझाएं।

Q2. (a) इवाइट वाल्डो अपनी पुस्तक, द एडमिनिस्ट्रेटिव स्टेट में ज़ोर दे कर उल्लेख करते हैं कि प्रशासनिक थियोरी की जड़ें राजनीतिक यियोरी में स्थित होती हैं । वाल्डो के मत का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
(b) नव लोक प्रशासन के द्वारा समर्थित दृश्यप्रपंचशास्त्र (फिनॉमोनोलोजिकल) उपागम ने लोक प्रशासन में यियोरी निर्माण के मार्ग को अवरोधित कर दिया है ।" टिप्पणी करें ।
(c) लोक-निजी सहभागिताओं (PPP) में सार्वजनिक क्षेत्रक केन्द्रित तथा बाज़ार-केन्द्रित परिप्रेक्ष्यों की अत्यावश्यक विशेषताओं पर चर्चा कीजिए तथा दोनों की पारस्परिक तुलना भी कीजिए ।

Q3. (a) "संप्रेषण 'सरकार की तंत्रिकाओं का निरूपण करता है" (कार्ल डायश) । सरकार के अन्दर कार्यरत सम्प्रेषण-तंत्र को किस प्रकार अधिक प्रभावी, संवेदनशील तथा अभिप्रेरक बनाया जा सकता है ?
(b) राजनीतिक तथा प्रशासनिक तंत्रों का सम्बन्ध पारस्परिकता लिए हुए होता है ।" चर्चा कीजिए ।
(c) “एक प्रभावी प्रबन्धन सूचना प्रणाली (एम.आइ. एस.) सफल मुख्यालय-क्षेत्र सम्बन्धों की कन्जी है।'' टिप्पणी करें ।

Q4. (a) “संगठन का प्रकार, सार्वजनिक उद्यम की सफलता को प्रभावित करता है, परंतु प्रकार का चयन हमेशा ही जटिल बना रहा है। विभागों, निगमों, कंपनियों और बोर्डों की तुलनात्मक अच्छाइयों और परिसीमाओं के संदर्भ में, इस कथन पर चर्चा कीजिए । उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
(b) चैस्टर बरनार्ड का योगदान-संतुष्टि संतुलन' का माडल अभी भी संगठनात्मक अभिप्रेरण का एक तर्कसंगत माडल माना जाता है। क्या आप इस क्यन से सहमत हैं ? तर्क दें ।
(c) लोक प्रशासन का राजनीतिक उपागम नागरिकों को निर्वाचित पदधारियों के माध्यम से प्रतिनिधिकता, राजनीतिक संवेदनशीलता तथा जवाबदेहिता के मूल्यों पर बल देता है ।" (डेविड एच. रोज़ेनब्लूम) । टिप्पणी कीजिए ।

 

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(E-Book) UPSC लोक प्रशासन (Public Administration) हिन्दी Papers

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खण्ड 'B'

Q5. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :

Q5. (a) प्रशासनिक विधि की यात्रा ए. वी. डायसी से काफी आगे निकल चुकी है।' टिप्पणी कीजिए।
(b) डिक्लाइन एण्ड फॉल ऑफ द रोमन एम्पायर के लेखक एडवर्ड गिबन ने कहा था : “प्रष्टाचार, संवैधानिक स्वतंत्रता का एक सर्वाधिक अमोघ लक्षण ।'' इस कथन का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
(c) ई-शासन ने प्रशासनिक तंत्र को किस सीमा तक नागरिक-केन्द्रिक बनाया है ? क्या ई-शासन प्रणाली को और अधिक सहभागी वनाया जा सकता है ?
(d) महिलाओं के विकास का मुद्दा विकास में महिलाओं के मुद्दे से निकटता से जुड़ा हुआ है । सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रक्रम में महिलाएँ बराबर की साझेदार किस प्रकार बन सकती हैं ?
(e) आम तौर पर प्रशासनिक विकास का प्रक्रम सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रक्रम से धीमा होता है। प्रशासनिक विकास की गति को किस प्रकार तीव्रतर बनाया जा सकता है ?

Q6. (a) अधिकारीतंत्रों को विकासोन्मुखी होने के लिए, उनको नवाचारी, लचीला, नागरिक-केन्द्रिक और परिणामअभिमुखी होना आवश्यक है, लेकिन लोकतांत्रिक प्रणाली में वे इन गुणों को आत्मसात् करने में सुस्त है । क्या हमारे लिए अधिकारीतंत्र के पारंपरिक माडलों से आगे निकल जाने की और वैकल्पिक संरचनाओं को बनाने की आवश्यकता है ? सविस्तार स्पष्ट कीजिए ।
(b) प्रशासनिक मूल्यों का तब तक कोई मूल्य नहीं होता जब तक कि शासकीय तंत्र के समस्त सहभागियों द्वारा उन्हें मूल्यवान नहीं माना जाता है ।" टिप्पणी कीजिए।
(c) पाश्विक प्रवेश (लेटरल एन्ट्री) सिविल सेवा में आत्मतोष को एक प्रतिकारक है ।" विवेचना करें ।

Q7. (a) संधारणीय (सस्टेनेबल) लक्ष्यों को प्राप्त करने में स्वजातिकेन्द्रिकता (ऐथनोसैट्रिज़्म) किस प्रकार विकास प्रशासन पर प्रभाव डालती है ? उदाहरणों के साथ तर्क दीजिए ।
(b) ‘देश की मौद्रिक नीति उसके विकास प्रक्रम में सहायक हो सकती है या बाधक बन सकती है ।” चर्चा कीजिए ।
(c) “सुचारु निष्पादन लेखापरीक्षण व्यवस्थाबद्ध निष्पादन अथवा परिणाम-बजटन के बिना असम्भव है। दोनों के बीच सम्बन्धों को समझाएँ ।

Q8. (a) सम्पूर्ण विश्व में प्रशासनिक तंत्रों को केवल उनके अपने-अपने ऐतिहासिक तथा सामाजिक परिवेशों के संदर्भ में ही समझा जा सकता है ।" उदाहरण देते हुए, इस कयन की व्याख्या कीजिए ।
(b) वर्तमान में प्रशासनिक प्रशिक्षण लोक सेवकों की अभिवृतियों तथा व्यवहार को परिवर्तन करने से अधिक उनकी दक्षता-अभिवृद्धि पर संकेन्द्रण कर रहा है । इस अंतराल को पाटने के लिये आप किस प्रकार के प्रशिक्षण का सुझाव देंगे ? विवेचना करें ।
(c) लोक नीति के निरूपण, निष्पादन तथा मूल्यांकन में जनता को सक्रिय रूप से सम्मिलित किए बिना, वह लोक नीति केवल दिखावा है ।" इस विसंगति को किस प्रकार दूर किया जा सकता है ?

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