बिहार पीएससी : 64वें सम्मिलित संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी
परीक्षा
मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम (Mains Examination Syllabus):
मुख्य परीक्षा के अनिवार्य विषय
विषय कोड |
विषय |
पूर्णांक |
परीक्षा की अवधि |
01 |
सामान्य हिन्दी |
100 अंक का |
03 घंटे की होगी। |
02 |
सामान्य अध्ययन- पत्र- 1 |
300 अंक का |
03 घंटे की होगी। |
03 |
सामान्य अध्ययन- पत्र- 2 |
300 अंक का |
03 घंटे की होगी। |
सामान्य हिन्दी में 30 प्रतिशत लब्धांक (अंक) प्राप्त करना अनिवार्य होगा, किन्तु
मेधा निर्धारण के प्रयोजनार्थ इसकी गणना नहीं की जायेगी।
टिप्पणीः- ऐच्छिक विषयों का मानक लगभग वही होगा, जो पटना विश्वविद्यालय
के तीन वर्षीय आनर्स परीक्षा का है।
(ऐच्छिक विषय- प्रत्येक विषय 300 अंक का)
प्रत्येक अभ्यर्थी को निम्नांकित वैकल्पिक विषयों के विषय कोड- 04 से विषय कोड-
37 तक में से मात्र एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होगा, जिसमें पूर्व के दोनों पत्रों
के पाठ्यक्रमों (Syllabus) को मिलाकर 300 अंकों का मात्र एक ही प्रश्न-पत्र होगा
एवम् परीक्षा की अवधि 03 घंटे की होगी।
विषय कोड |
विषय |
विषय कोड |
विषय |
04 |
कृषि विज्ञान |
05 |
पशुपालन तथा पशु चिकित्सा विज्ञान |
06 |
मानव विज्ञान |
07 |
वनस्पति विज्ञान |
08 |
रसायन विज्ञान |
09 |
सिविल इंजीनियरिंग |
10 |
वाणिज्यिक शास्त्र तथा लेखा विधि |
11 |
अर्थशास्त्र |
12 |
विद्युत इंजीनियरिंग |
13 |
भूगोल |
14 |
भू-विज्ञान |
15 |
इतिहास |
16 |
श्रम एवं समाज कल्याण |
17 |
विधि |
18 |
प्रबन्ध |
19 |
गणित |
20 |
यांत्रिक इंजीनियरिंग |
21 |
दर्शन शास्त्र |
22 |
भौतिकी |
23 |
राजनीति विज्ञान तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध |
24 |
मनोविज्ञान |
25 |
लोक प्रशासन |
26 |
समाज शास्त्र |
27 |
सांख्यिकी |
28 |
प्राणी विज्ञान |
29 |
हिन्दी भाषा और साहित्य |
30 |
अंग्रेजी भाषा और साहित्य |
31 |
उर्दू भाषा और साहित्य |
32 |
बंगला भाषा और साहित्य |
33 |
संस्कृत भाषा और साहित्य |
34 |
फारसी भाषा और साहित्य |
35 |
अरबी भाषा और साहित्य |
36 |
पाली भाषा और साहित्य |
37 |
मैथिली भाषा और साहित्य |
टिप्पणीः-
(1) प्रश्न-पत्र हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में होंगे।
(2) सभी भाषेत्तर विषयों के उत्तर हिन्दी या अंग्रेजी या उर्दू में से किसी एक ही
भाषा में दिये जा सकते हैं। उम्मीदवारों को अन्य भाषा में उत्तर देने की छूट नहीं
होगी।
(3) प्रश्न पत्रों के उत्तर देने का विकल्प लेने वाले उम्मीदवार यदि चाहें तो केवल
तकनीकी शब्दों/वाक्यांशों/उद्धृत अंशों का यदि कोई है, विवरण का उनके द्वारा चुनी
गई भाषा के साथ अंग्रेजी
रूपान्तर दे सकते हैं।
(4) उम्मीदवार को अपने प्रश्न-पत्र के उत्तर स्वयं अपने हाथ से लिखने होंगे। किसी
भी परिस्थिति में इसके लिये दूसरे से सहायता लेने की अनुमति नहीं दी जायेगी।
(5) परीक्षा के सभी विषयों में कम-से-कम शब्दों में की गई संगठित, सूक्ष्म और सशक्त
अभिव्यक्ति को श्रेय मिलेगा।
(6) प्रश्न-पत्रों में जहाँ कहीं भी आवश्यक हो, माप तौल से सम्बद्ध प्रश्न मीटरी
प्रणाली में होंगे।
(7) उम्मीदवार प्रश्न पत्रों के उत्तर देते समय केवल भारतीय अंकों के
अन्तर्राष्ट्रीय रूप (जैसे- 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9) का ही प्रयोग करें।
(8) उम्मीदवार यदि चाहें तो मुख्य परीक्षा में कैलकुलेटर का प्रयोग कर सकते हैं।
परीक्षा में किसी से कैलकुलेटर माँगने या आपस में बदलने की अनुमति नहीं है।
(व्यक्तित्व परीक्षण)
(1) मुख्य परीक्षा में सफलीभूत उम्मीदवारों का व्यक्तित्व परीक्षण 120 अंकों का
होगा।
(2) तदुपरांत मुख्य परीक्षा के 900 अंक एवम् साक्षात्कार के लिए 120 अंक; कुल 1020
अंकों के आधार पर मेधा सूची तैयार की जायेगी।
(3) आयोग सफल उम्मीदवार को उनमें से किसी भी सेवा या पद के लिये अनुशंसित करने का
अधिकार रखता है, जिसके लिए उम्मीदवार ने इच्छा प्रकट की है तथा जिसके लिये आयोग उसे
योग्य समझता है।
परीक्षा के लिये मानक एवं पाठ्यक्रम की विवरणी अनिवार्य विषय
01. सामान्य हिन्दी:
इस पत्र में प्रश्न बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के माध्यमिक (सेकेण्डरी) स्तर
के होंगे। इस परीक्षा में सरल हिन्दी में अपने भावों को स्पष्टतः एवं शुद्ध-शुद्ध
रूप में व्यक्त करने की क्षमता और सहज बोध शक्ति की जाँच समझी जायेगी।
अंकों का विवरण निम्न प्रकार होगाः-
निबन्ध - 30 अंक
व्याकरण - 30 अंक
वाक्य विन्यास - 25 अंक
संक्षेपण - 15 अंक
सामान्य अध्ययन
सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्र ‘‘1’’ और प्रश्न पत्र ‘‘2’’ के भाग के निम्नलिखित
क्षेत्र होंगेः-
02. सामान्य अध्ययन- पत्र -1 :
1. भारत का आधुनिक इतिहास और भारतीय संस्कृति।
2. राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय महत्व का वर्तमान घटना चक्र।
3. सांख्यिकी विश्लेषण आरेखन और चित्रण।
03. सामान्य अध्ययन- पत्र -2 :
1. भारतीय राज्य व्यवस्था।
2. भारतीय अर्थ व्यवस्था और भारत का भूगोल।
3. भारत के विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका और प्रभाव।
पत्र- 1 में आधुनिक भारत (तथा बिहार के विशेष सन्दर्भ में) के इतिहास और
भारतीय संस्कृति के अन्तर्गत लगभग उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य भाग से लेकर देश के
इतिहास की रूप रेखा के साथ-साथ गाँधी, रवीन्द्र और नेहरू से संबंधित प्रश्न भी
सम्मिलित होंगे। बिहार के आधुनिक इतिहास के संदर्भ में प्रश्न इस क्षेत्र में
पाश्चात्य शिक्षा (प्रौद्योगिकी शिक्षा समेत) के आरम्भ और विकास से पूछे जाएंगे।
इसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बिहार की भूमिका से संबंधित प्रश्न रहेंगे। ये
प्रश्न मुख्यतः संथाल विद्रोह, बिहार में 1857 विरसा का आन्दोलन, चम्पारण सत्याग्रह
तथा 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन से पूछे जाएँगे। परीक्षार्थियों से आशा की जाती है कि
वे मौर्य काल तथा पाल काल की कला और पटना कलम चित्रकला की मुख्य विशेषताओं से
परिचित होंगे। सांख्यिकीय विश्लेषण आरेखन और सचित्र निरूपण से संबंधित विषयों में
सांख्यिकीय आरेखन या चित्रात्मक रूप से प्रस्तुत सामग्री की जानकारी के आधार पर सहज
बुद्धि का प्रयोग करते हुए कुछ निष्कर्ष निकालना और उसमें पाई गई कमियों, सीमाओं और
असंगतियों का निरूपण करने की क्षमता की परीक्षा होगी।
पत्र- 2 में भारतीय राज्य व्यवस्था से संबंधित खंड में भारत की (तथा
बिहार की) राजनीतिक व्यवस्था से संबंधित प्रश्न होंगे। भारतीय अर्थ व्यवस्था और
भारत तथा बिहार के भूगोल से संबंधित खंड में भारत की योजना और भारत के भौतिक,
आर्थिक और सामाजिक भूगोल से संबंधित प्रश्न पूछे जाएँगे। भारत के विकास में विज्ञान
और प्रौद्योगिकी के महत्व और प्रभाव से संबंधित तीसरे खंड में ऐसे प्रश्न पूछे
जाएँगे, जो भारत तथा बिहार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व के बारे में
उम्मीदवार की जानकारी की परीक्षा करे। इनमें प्रायोगिक पक्ष पर बल दिया जाएगा।