(The Gist of Kurukshetra) स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 [June-2018]


(The Gist of Kurukshetra) स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 [June-2018]


स्वच्छता सर्वेक्षण 2018

स्वच्छ भारत मिशन के तत्वाधान में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 का आयोजन किया था । इसमें 4203 शहरी स्थानीय निकायों का मूल्यांकन किया गया । 2700 मूल्यांकन–कर्मियों ने पूरे देश के 40 करोड़ लोगों से संबंधित स्थानीय निकायों का सर्वेक्षण किया । यह कार्यक्रम 4 जनवरी, 2018 से 10 मार्च, 2018 तक जारी रहा । वर्ष 2017 में 434 नगरों में स्वच्छता सर्वेक्षण किया गया था ।

स्चच्छता सर्वेक्षण 2018 के दौरान 53–58 लाख स्वच्छता ऐप डाउनलोड किए गए तथा 37–66 लाख नागरिकों के फीडबैक का संग्रह किया गया । वर्ष 2016 में 73 नगरों में स्वच्छता सर्वेक्षण का संचालन किया गया था । इसमें मैसूर को सर्वाधिक स्वच्छ नगर होने का दर्जा दिया गया था । वर्ष 2017 में 343 नगरों में स्वच्छता का संचालन किया गया और इंदौर को सर्वाधिक स्वच्छ नगर का पुरस्कार दिया गया ।

एक स्वतंत्र एजेंसी ने स्वच्छता सर्वेक्षण का कार्य किया है । इसके लिए 3 स्रोतों से आंकड़े जुटाए गए ।

ए– सेवा – स्तर में हुई प्रगति

बी– प्रत्यक्ष निरीक्षण

सी– नागरिकों का फीडबैक

2017 की तुलना में स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 की प्राथमिकता में बदलाव हुआ है जो निम्न है –

सेवा–स्तर प्रगति के अंतर्गत स्वच्छता सवेक्षण 2018 में एक और घटक जोड़ा गया है – नवोन्मेष और सर्वोतम कार्यप्रणाली

इस सर्वेक्षण में नागरिकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । नागरिकों के फीडबैक तथा प्रत्यक्ष निरीक्षण को उच्च प्राथमिकता दी गई है । स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 का फोकस था – स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहरी स्थानीय निकायों की पहलों के परिणाम, नवोन्मेष तथा सतता ।

UPSC सामान्य अध्ययन प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा (Combo) Study Kit 2018

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Courtesy: Kurukshetra