(Download) UPSC IAS Mains Exam Paper - 2019 : Hindi Compulsory

(Download) UPSC IAS Mains Exam Paper - 2019 : Hindi Compulsory

HINDI (COMPULSORY)
Time Allowed :
Three hours
Maximum Marks : 300

Q1. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 600 शब्दों में निबंध लिखिए : 100 अंक

(a) सर्जनात्मकता का पोषण करने वाली शिक्षा की आवश्यकता
(b) भारत में वन्य जीवन संरक्षण की चुनौतियाँ
(c) किशोर मानस पर फिल्मों का प्रभाव
(d) दिव्यंगों का सशक्तीकरण

Q2. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़िए और उसके आधार पर नीचे दी गए प्रश्नों के उत्तर स्पष्ट, सही और संक्षिप्त भाषा में दीजिए : 12 x 5 = 60 अंक

कुछ हजार वर्षों पूर्व तक मनुष्य पृथ्वी पर शिकारी मात्र था | नवपाषाण युग तक उसने कृषि के लिए बसना आरम्भ नही किया था | दूरदराज के इलाकों में घूमे बिना वह ज़मीन की जुताई करके भोजन की आपूर्ति बढ़ाने में सक्षम हुआ और लगातार कृषि को उन्नत करने में लगा रहा | आज तक वह पहले की तुलना में अधिक और बेहतर भू-उपज लेने में सक्षम रहा है| लेकिन जहाँ तक समुन्द्रों का सम्बन्ध है , वह अब तक लगभग शिकारी ही हैं | वह मछलियों और दूसरे जल-जीवों को पकड़ता है, किन्तु उसकी सतत वृद्धि और आपूर्ति को बनाए रखने के लिए सीमित प्रयत्न ही कर रहा है | अब तक जलीय शिकार से उसे अत्यधिक पौष्टिक प्रोटीन की काफी आपूर्ति हुई है | यह भू-कृषि से प्राप्त प्रोटीन की आपूर्ति का पूरक है | लेकिन दुनिया की बढती आबादी के कारण मनुष्य को शीघ्र ही समुद्र से इतने ज्यादा प्रोटीन की आवश्यकता गो सकती है कि उसकी यह भारी और सतत आपूर्ति भी खतरे में पड़ जाएगी | इसलिए मनुष्य को समुद्री खेती के माध्यम से पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने के लिए कदम उठाने होंगे|
लघु स्तर पर मछली-पालन तालाबों और झीलों में पहले ही सफलतापूर्वक किया जा चुका है | विशेष रूप से जल-विद्युत् परियोजनाओं के लिए बांधों के निर्माण द्वारा बनाई गई कृत्रिम झीलों में यह कार्य किया गया है | मीठे पानी के तालाबों में मछली की उपज से प्रोटीन की आपूर्ति में पहले से वृद्धि हुई है | उनमें से कुछ का विकास ग्रामीण समुदायों में कृषि-अधिकारियों की मदद और पर्यवेक्षक से हो रहा है |
एक बार मछली-तालाबों को युवा मछलियों से समृद्ध कर देने पर मछलियों का स्वस्थ वातावरण में विकास संभव होता है और उनके भोजन की पर्याप्त आपूर्ति भी हो जाती है | पानी में बड़ी संख्या में तैरते हुए प्लवक-सूक्ष्म जीव एवं वनस्पति-जलीय प्राणियों के लिए मुख्य खाद्य हैं | छोटी मछलियाँ इन्हें खाती हैं और अपने से बड़ी मछलियों का भोजन बनती हैं | चूँकि प्लवक पानी में मौजूद खनिजों से वृद्धि पाते हैं , इसलिए प्लवक की मात्रा को पानी में अतिरिक्त उर्वरकों द्वारा बढाया जा सकता है |
हालाँकि समुद्री खेती व्यावहारिक और लाभदायक दोनों हो सकती है, लेकिन इससे पहले कई समस्याएँ हल करनी होंगी | उदाहरण के लिए समुद्र के उस भाग में उर्वरक डालना उपयोगी नहीं है, जहाँ समुद्र की धाराएँ तेज गति से उर्वरकों को मीलों दूर अनुत्पादक पानी में ले जाती हैं | अगर मछली-पालक उर्वरकों को एक निश्चित क्षेत्र को मीलों दूर अनुत्पादक पानी में ले जाती है | अगर मछली-पालक उर्वरको को एक निश्चित क्षेत्र तक सीमित कर सके, तब भी उसे ‘अपने क्षेत्र’ तक उर्वरक-पोषित मछलियों को रखने का तरीका खोज ना होगा | और अपने व्यय का अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए उसे मछलियों को भोजन देने का ऐसा तरीका देखना होगा, जिससे वह भोजन उन्ही मछलियों को मिले जिन्हें वह खिलाना है | उसे अखाघ जल-जीवों को हटाने की युक्ति लगानी होगी, जिससे वे उसकी मछलियों का भोजन साझा न करे |
स्पष्ट रूप से इन समस्याओं को हल करना बहुत आसान नहीं होगा - खासकर समुद्र की विशालता को देखते हुए, जो पृथ्वी की सतह के लगभग तीन-चौथाई को घेरे हुए है | समुन्द्रो का पानी तालाबों ओर झीलों की तुलना में धाराओं में निरंतर गतिशील रहता है | शायद समस्याओं को धीरे-धीरे हल किया जाएगा | निकट भविष्य में मनुष्य महादीपो के पास उथले अप-तटीय पानी में छोटे पैमाने पर मछली-पालन शुरू कर सकता है | वहाँ वह एसी मछलियों का संग्रह कर सकता है जिनका वह उत्पादन करना चाहता है, अपनी मछलियों के भोजन को खा जाने वाले अवांछनीय जल-जीवों को हटा सकता है, आवश्यकता के अनुसार उस क्षेत्र में उर्वरक डाल सकता है ओर अंततः समय-समय पर परिपक्व मछलियों की फ़सल को इकट्ठा कर सकता है |

(a) शिकार की तुलना में कृषि किस प्रकार बेहतर है तथा भविष्य में समुद्री- खेती क्यों आवश्यक होगी ? 12 अंक
(b) मछली-पालन में उर्वरकों की क्या भूमिका है ? 12 अंक
(c) समुन्द्र के किस भाग में मछली-पालन आरम्भ किया जा सकता है ? 12 अंक
(d) ‘निराई’ शब्द से आप क्या समझते है ? 12 अंक
(e) भविष्य में समुद्री खेती की समस्याओं का समाधान कैसे किया जा सकता है? 12 अंक

Q3. निम्नलिखित अनुच्छेद का संक्षेपण एक-तिहाई शब्दों में लिखिए | इसका शीर्षक लिखने की आवश्यकता नहीं है | संक्षेपण अपने शब्दों में ही लिखिए | 60 अंक

भारत की विशाल आबादी ग्रामीण है | उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए ग्रामीण बुनियादी ढाँचे में सर्वागीण विकास की आवश्यकता है, जिससे समान और समावेश विकास के दीर्घपोषित उधेश्यो को प्राप्त किया जा सके | ग्रामीण बुनियादी ढाँचे का एक महत्त्वपूर्ण लोक हित है | नागरिकों की माँगें को पूरा करने के लिए, पानी के बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए सार्वजनिक निवेश में वृद्धि की आवश्यकता है | एक जल-सुरक्षित राष्ट्र न केवल अपने नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराएगा, बल्कि एक स्वस्थ और आर्थिक रूप से उत्पादक समाज को भी सुनिश्चित करेगा | हालाँकि, भारत की विशाल ग्रामीण आबादी की पीने के पानी की ज़रुरत को पूरा एक कठिन कार्य है, जिसका मुख्य करण स्थापित पेयजल आपूर्ति की क्षमता में कमी, सामाजिक-आर्थिक विकास का निम्न स्तर, शिक्षा और पानी के उपयोग और उपभोग के बारे में जागरूकता में कमी का होना है |
संविधान का अनुच्छेद 47 राज्यों को सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने का आदेश देता है | स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था बीमारियों और घातक घटनाओं में कमी लाती है और जीवन-स्तर को बेहतर बनाने में मदद करती है | देश की करोड़ो की आबादी के समग्र स्वास्थ्य में सुधार के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल और स्वच्छता का प्रावधान महत्त्वपूर्ण है |
सतत विकास पानी की उपलब्धता और स्वच्छता का सतत प्रबंधन सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर ज़ोर देता है | सुरक्षित पेयजल तक पहुँच के मामले में इससे एक तरह से यही तात्पर्य है कि ‘कोई भी पीछे न छूट जाए’ जो कि इस वर्ष ‘विश्व जल दिवस’ का थीम भी था | विश्व जल दिवस प्रति वर्ष 22 मार्च को मनाया जाया है |
सरकार ग्रामीण जनों हेतु सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करने पर ध्यान केन्द्रित कर रही है | सरकार द्वारा समय-समय पर इस क्षेत्र में सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए महत्त्वपूर्ण कदम भी उठाए जाते रहे है | ग्रामीण जल आपूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए महत्त्वपूर्ण कदम भी उठाए जाते रहे है | ग्रामीण जल आपूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अनुदान दिए जाने से लेकर क्रियान्वयन एवं रखरखाव पहलुओं और भू-जल पुनर्भरण हेतु भी क़दम उठाए गए है | कुछ अन्य कदमों में वर्षा जल संचयन भी शामिल है जो कि बेहद महत्त्वपूर्ण पहलू है और ग्रामीण क्षेत्रों में सतत रूप में सुरक्षित पेयजल आपूर्ति में मददगार हो सकता है | ग्रामीण क्षेत्रों में कृत्रिम पुनर्भरण और वर्षा जल संचयन ढांचे के निर्माण हेतु सरकारें मास्टर प्लान पर कार्य कर रही है | भारत में एसी सफलता की कहानियों की भरमार है जो कि जल संचयन के हमारे प्राचीन परंपरागत ज्ञान और विवेक की तरफ ध्यान आकर्षित करती है | 2001 में तमिलनाडु सरकार ने हर परिवार के लिए वर्षा जल संरक्षण की आधार भूत संरचना रखना अनिवार्य कर दिया | बंगलौर और पुणे जैसे नगरो में भी इसके जैसे प्रयोग किया गया है, जँहा आवास-समितियों द्वारा वर्षा जल संरक्षण अपेक्षित है | दूसरे राज्यों में भी इसी प्रकार की अनेक पहले हुई है |
भू-हल का अति दोहन भारत में एक मुख्य समस्या है | इसे रोकने के लिए राज्य सरकारों द्वारा नियामक तंत्र की आवश्यकता है | गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में अत्यधिक कुओं की खुदाई पर प्रतिबंध लगना चाहिए | पेयजल आपूर्ति की योजनाओं को प्रभावी को प्रभावी बनाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं की अधिक भागीदारी की जरूरत है | फिलहाल पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका अति न्यून है | ग्रामीण समुदायों, गैर-सरकारी संगठनों तथा सरकार की सुविधा दाता और सह-वित्पोश्क के रूप में भागीदारी सफल रही है | हमे याद रखना चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता और पहुँच का दायरा बढ़ाने के लिए, हमे ग्रामीण समुदायों के सक्रिय सहयोग से पानी के न्यायसंगत संरक्षण और उपयोग हेतु हर प्रकार के प्रयास करने की आवश्यकता है |
समुदाय की भागीदारी, संचालन और रखरखाव की आर्थिक व्यवहार्यता को बढ़ाती है | यह अंतनिर्हित सामुदायिकता के कारण बेहतर रखरखाव की आर्थिक व्ययहर्यता को बढ़ती है | पीने के पानी के स्रोतों के पास न केवल स्वच्छता बनाए रखने में समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है, बल्कि उन तरीकों और साधनों को भी सुधारना है, जिनके द्वारा संग्रह, भंडारण और उपयोग करते समय प्रदूषण से बचने के लिए पानी एकत्र किया जाता है |
ग्रामीण क्षेत्रो में इन योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए पंचायती राज संस्थाएँ, स्वयं-सहायता समूह और सहकारी समितियों के माध्यम की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है, ताकि 2030 तक ‘हर घर जल ’ के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके और दीर्घकालिक टिकाऊ समाधान को साकार किया जा सके |

Q4. निम्नलिखित गद्यांश का अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए : 20 अंक

जब कोई व्यक्ति अपने को देखता है तो वह अपने बारे में गलत अनुमान लगा लेता है | वह अपने उद्देश्यों को देखता है | ज़्यादातर लोग लोग कुछ उद्देश्य लेकर चलते है और मान लेते है कि वे जो भी काम कर रहे है, उसका अच्छा ही परिणाम होगा | किसी भी व्यक्ति के लिए अपने कार्यो का तटस्थ मूल्यांकन कठिन है, जिससे हो सकता है और प्राय: होता भी है कि उसके अच्छे उद्देश्यों में विरोधाभास पैदा हो जाते है | ज़्यादातर लोग काम करने के इरादे से आते है और अपना काम उस ढंग से करते है जो उन्हें सुविधाजनक लगता है; और शाम को संतुष्ट की भावना लिए घर चले जाते है | वे अपने काम का मूल्यांकन नहीं करते है | वे अपने इरादों का ही मूल्यांकन करते है | ऐसा माना जाता है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपने कार्य को समय के भीतर खत्म करने का इरादा रखता है और अगर इसमें विलंब होता है तो यह उसके नियंत्रण के बाहर की बात होती है | काम में देरी करने का उसका कोई इरादा नहीं होता है | लेकिन अगर उसके काम का तरीका या आलस्य देरी का कारण बनता है, तो क्या यह इरादतन नहीं होता ?
समस्या यह है कि प्राय जीवन के साथ जूझने के बजाय इसका विश्लेषण करने लगते है | लोग अपने आसफलताओ से कुछ सीखने के बजाय या उनका अनुभव लेने के बजाय, उनके कारणों एवं प्रभाव की चीरफाड़ करने लगते है | कठिनाइयों एवं संकटों के माध्यम से ईश्वर हमें बढने का अवसर प्रदान करता है | इसलिए जब आपकी उम्मीदें, सपने एवं लक्ष्य चूर-चूर हो गए हो तो अवशेषों के भीतर तलाश कीजिए | आपको उनके भीतर छिपा कोई सुनहरा मोका अवश्य मिलेगा |
लोगो की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए उनको प्रेरित करना और हताशा से उबरना हर नेता के लिए हमेशा एक चुनौती भरा कम होता है | संगठनों में एक नेता स्वीकृति और प्रतिरोध के बीच का रास्ता तलाश करता है |

Q5. निम्नलिखित गद्यांश का हिंदी में अनुवाद कीजिए : 20 अंक

Freedom has assuredly given us a new status and new opportunities. But it also implies that we should discard selfishness, laziness and all narrowness of outlook. Our freedom suggests toil and the creation of new values for old ones. We should so discipline ourselves as to be able to discharge our responsibilities satisfactorily. If there is any one thing that needs to be stressed, it is that we should put in action our full sphere, however humble. Work, unceasing work, should now be our watchword. Work is wealth, and service is happiness. The greatest crime today is idleness. If we root out idleness, all our difficulties, including even conflicts, will gradually disappear. Weather as constable or high official of the state, weather as businessman or industrialist, artisan or farmer, each one is discharging the obligation to the state, and making a contribution to the welfare of the country. Honest work is the anchor to which we should cling if we want to be saved from danger or difficulty. It is the fundamental law of progress.

Q6. (a) निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ स्पष्ट करते हुए उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए : 2x5 = 10 अंक

(i) आकाश-पाताल एक करना 2 अंक
(ii) घी के दीये जलाना 2 अंक
(iii) तोर तोड़ लाना 2 अंक
(iv) घर भरना 2 अंक
(v) टांग पसार कर सोना 2 अंक

(b) निम्नलिखित वाक्यों के शुद्ध रूप लिखिए : 2x5 = 10 अंक

(i) शायद आज वर्षा अवश्य होगी | 2 अंक
(ii) मुझे एक पानी का गिलास चाहिए | 2 अंक
(iii) मैंने खाना खाना है | 2 अंक
(iv) मोहन और शीला बाजार जा रही है | 2 अंक
(v) जुलुस में सेकंडो हथियां शामिल थे | 2 अंक

(c) निम्नलिखित शब्दो के दो दो पर्यावाची लिखिए : 2x5 = 10 अंक

(i) दूध  2 अंक
(ii) आँख  2 अंक
(iii) यमुना 2 अंक
(iv) रुधिर  2 अंक
(v) पक्षी 2 अंक

(d) निम्नलिखित युग्मों को इस तरह से वाक्य में प्रयुक्त कीजिए कि उनका अर्थ एवं अंतर स्पष्ट हो जाए : 2x5 = 10 अंक

(i) अभिनय - अभिनव 2 अंक
(ii) कपट - कपाट  2 अंक
(iii) गुर - गुरु 2 अंक
(iv) जूठा - झूठा 2 अंक
(v) बुरा - बूरा 2 अंक

Click here for Download Full Paper PDF

(E-Book) UPSC MAINS हिन्दी HINDI (Compulsory) Question Papers (2010-2020) PDF

Click Here to Download Full Official Hindi Compulsory Paper

UPSC Exam Complete Study Materials (Pre, Mains, Interview COMBO Study Kit)

Printed Study Material for IAS Mains General Studies

<< Go Back to Main Page