
बिहार पीएससी (BPSC) : सम्मिलित संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा
Bihar PSC प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम (Preliminary Examination Syllabus):
प्रारम्भिक परीक्षा दो घण्टों की होगी, जिसमें सामान्य अध्ययन का एक पत्र 150 (एक सौ पचास) अंकों का होगा। प्रश्न पत्र हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में होंगे। प्रारम्भिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन पत्र के प्रश्न-पत्र वस्तुनिष्ठ एवम् बहुविकल्प प्रकार के होंगे। उम्मीदवार वस्तुपूरक प्रश्न-पत्रों (प्रश्न पुस्तिका) का उत्तर देने के लिये कैलकुलेटर का प्रयोग नहीं कर सकते हैं।
प्रारम्भिक परीक्षा महज जाँच परीक्षा होगी, जिसके आधार पर मुख्य परीक्षा हेतु उम्मीदवारों का चयन किया जायेगा। अतः इसमें प्राप्त किये गये अंकों का मुख्य परीक्षा से कोई संबंध नहीं होगा।
इसमें उत्तीर्णता अनिवार्य होगी और इसके लिए आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अर्हतांक प्राप्त करना होगा। मुख्य परीक्षा के लिए चुने जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या कुल संसूचित रिक्तियों की दस गुनी होगी। प्रारम्भिक परीक्षा के प्राप्तांकों के जोड़ की शुद्धता जाँच कराने एवं इसके प्राप्तांक निर्गत करने का प्रावधान नहीं है।
प्रारम्भिक परीक्षा का पाठ्यक्रम:
सामान्य अध्ययन (General Studies)
इस पत्र में ज्ञान विज्ञान के निम्नलिखित क्षेत्रों से संबंधित प्रश्न होंगेः-
सामान्य विज्ञानः
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राष्ट्रीय तथा सामान्य विज्ञान
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अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं
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भारत का इतिहास तथा
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बिहार के इतिहास की प्रमुख विशेषताएँ।
सामान्य भूगोलः
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बिहार के प्रमुख भौगोलिक प्रभाग तथा
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यहाँ की महत्वपूर्ण नदियाँ,
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भारत की राज्य व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था,
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आजादी के पश्चात् बिहार की अर्थव्यवस्था के प्रमुख परिवर्तन,
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भारत का राष्ट्रीय आंदोलन तथा इसमें बिहार का योगदान।
सामान्य मानसिक योग्यता को जाँचने वाला प्रश्न
सामान्य विज्ञान के अन्तर्गत दैनिक अनुभव तथा प्रेक्षण से संबंधित विषयों सहित विज्ञान की सामान्य जानकारी तथा परिबोध पर ऐसे प्रश्न पूछे जायेंगे, जिसकी किसी भी सुशिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जा सकती है, जिसने वैज्ञानिक विषयों का विशेष अध्ययन नहीं किया है।
इतिहास के अन्तर्गत विषय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में विषय की सामान्य जानकारी पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। परीक्षार्थियों से आशा की जाती है कि वे बिहार के इतिहास की मुख्य घटनाओं से परिचित होंगे।
भूगोल विषय में ‘‘भारत तथा बिहार’’ के भूगोल पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। ‘‘भारत तथा बिहार का भूगोल’’ के अन्तर्गत देश के सामाजिक तथा आर्थिक भूगोल से संबंधित प्रश्न होंगे, जिनमें भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक साधनों की प्रमुख विशेषताएँ सम्मिलित होंगी।
भारत की राज्य व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था के अन्तर्गत देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास तथा भारतीय योजना (बिहार के संदर्भ में भी) सम्बन्धी जानकारी का परीक्षण किया जायेगा।
‘‘भारत के राष्ट्रीय आंदोलन’’ के अन्तर्गत उन्नीसवीं शताब्दी के पुनरूत्थान के स्वरूप और स्वभाव, राष्ट्रीयता का विकास तथा स्वतंत्रता प्राप्ति से संबंधित प्रश्न पूछे जायेंगे। परीक्षार्थियों से आशा की जाती है कि वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बिहार की भूमिका पर पूछे गए प्रश्नों के भी उत्तर दें।