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(Download) UPSC IAS Mains Exam 2018 - English Literature


(Download) CS (MAIN) EXAM:2018 English Literature


Exam Name: CS (MAIN) EXAM:2018 English Literature
Marks: 250
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(Download) UPSC IAS Mains Optional  मनोविज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2)Hindi  Exam Paper - 2016

(Download) UPSC IAS Mains Optional  मनोविज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2)Hindi  Exam Paper - 2016

Exam Name: UPSC IAS Mains

Year: 2016

Subject: Psychology (Hindi)

मनोविज्ञान प्रश्न-पत्र-1
खण्ड-A

1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए: 10x5=50 marks

(a) स्पष्ट कीजिए कि मनोविज्ञान की मौलिक समझ सामाजिक समस्याओं के समाधान में किस प्रकार सहायक होती है। 10 marks
(b) संकरण चर किसी प्रयोग के आभासी परिणामों को कैसे अप्रामाणिक बना सकते हैं? 10 marks
(c) “संज्ञानात्मक मनोवैज्ञानिक प्राय: कम्प्यूटर का उपयोग मस्तिष्क और संज्ञान के बीच सम्बन्ध की व्याख्या करने में तुल्यरूपता के लिए करते हैं।” विवेचन कीजिए। 10 marks
(d) उन सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण परिवर्तनों की पहचान कीजिए जो किशोरावस्था के दौरान घटित होते  हैं? 10 marks
(e) स्मृतिलोप से आप क्या समझते हैं ? केस “एच.एम. के मस्तिष्कीय ऑपरेशन के सन्दर्भ सहित स्मृतिलोप के प्रकारों को स्पष्ट कीजिए। 10 marks

2.(a) समुचित उदाहरणों सहित एकल-समूह और बहु-समूह डिज़ाइनों की प्रमुख विशेषताओं का विवेचन कीजिए। 15 marks
(b) संवेदी इनपुट के प्रक्रमण का वर्णन कीजिए और स्पष्ट कीजिए कि कैसे यह चयनित, संघटित और व्याख्यायित किया जाता है । 15 marks
(c) क्लासिकी अनुबन्धन के संज्ञानात्मक उपागम से अपनी अभिज्ञता दर्शाइए और वर्णन कीजिए कि कैसे क्लासिकी अनुबन्धन सिद्धान्तों का उपयोग दिन-प्रतिदिन की समस्याओं को हल करने में किया जा सकता है । 20 marks

3.(a) विस्मरण की व्यतिकरण थियोरी का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए और दर्शाइए कि कैसे पुन:प्राप्ति प्रावरोध का प्रक्रम विस्मरण को प्रभावित करता है। 20 marks
(b) अवसीमांत (सबलिमिनल) प्रत्यक्षण की परिघटना का वर्णन कीजिए और इसकी व्याख्या पश्चगामी चिह्नन तथा चाक्षुष उपक्रामण संकल्पनाओं के सन्दर्भ सहित कीजिए । क्या आप सोचते हैं कि अवसीमांत प्रत्यक्षण की परिघटना के प्रभाव का सामान्यीकरण किया जा सकता है ? 15 marks
(c) एरिक्सन के मनोसामाजिक विकास की अवस्थाओं का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। 15 marks

4.(a) उन पालन शैलियों (पैरेण्टिंग स्टाइल) का वर्णन कीजिए जिनका उपयोग एक सामान्य बालक के पालन-पोषण में किया जाता है। 15 marks
(b) आप इस धारणा से कहाँ तक सहमत हैं कि एक अधिक वरीय क्रिया का अन्य कम वरीय क्रिया को प्रबलित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है ? प्रबलन के प्रकारों का वर्णन भी कीजिए। 15 marks
(c) अव्यक्त और व्यक्त स्मृतियों की परिघटनाओं की व्याख्या कीजिए। साथ ही दीर्घकालीन स्मृति के टुलविंग के मॉडल का आलोचनात्मक मूल्यांकन भी कीजिए। 15 marks

खण्ड-B

5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए: 10x5=50 marks

(a) गार्डनर की बुद्धि की थियोरी की विशेषताओं का वर्णन कीजिए। 10 marks
(b) मनो-सक्रिय औषधियों के विभिन्न प्रकारों को और उनके उपयोग के प्रतिरूपों को स्पष्ट कीजिए । 10 marks
(c) अभिवृत्ति परिवर्तन की संज्ञानात्मक असंगति थियोरी का विवेचन कीजिए। 10 marks
(d) सांवेगिक बुद्धि की संकल्पना के सम्बन्ध में सैलोवे और मेयर के योगदान की व्याख्या कीजिए । 10 marks
(e) गुणारोपण से क्या तात्पर्य है ? उदाहरण को प्रस्तुत करते हुए गुणारोपी आवर्धन की परिघटना का वर्णन कीजिए।  10 marks

6.(a) अभिवृत्ति के संघटकों को स्पष्ट कीजिए और अभिवृत्ति निर्माण की विधियों का परीक्षण कीजिए। 15 marks
(b) ऐहिक और अपवादिक सृजनात्मकताओं के बीच विभेदन कीजिए और समुचित अनुसंधान साक्ष्यों का उल्लेख करते हुए, सृजनात्मकता के संगम उपागम का वर्णन कीजिए।  20 marks
(c) क्या प्रक्षेपी परीक्षण, वस्तुत: अपने स्वरूप में प्रक्षेपी होते हैं ? रोशक एवं टी.ए.टी. परीक्षण का वर्णन कीजिए और उनकी विश्वसनीयताओं पर टिप्पणी कीजिए।  15 marks

7.(a) समस्या समाधान में अधिसंज्ञानात्मक प्रक्रमों का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए । प्रकार्यात्मक स्थिरता और मानसिक विन्यास प्रभावी रूप से समस्या समाधान में किस प्रकार अवरोध उत्पन्न करते हैं ? 15 marks
(b) अभिप्रेरणात्मक संकल्पनाओं की व्याख्या समस्थैतिक मॉडलों के सन्दर्भ सहित कीजिए। 15 marks
(c) उन शरीरक्रियात्मक परिवर्तनों का वर्णन कीजिए जो निद्रा की प्रक्रिया में, चेतना में होने वाले परिवर्तनों के साथ-साथ घटित होती हैं । प्रमुख निद्रा विकारों का विवेचन भी कीजिए। 20 marks

8.(a) स्टर्नबर्ग और जे.पी. दास द्वारा प्रस्तावित बुद्धि के सूचना प्रक्रमण मॉडलों का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत कीजिए। 20 marks
(b) व्यक्तित्व के भारतीय उपागम का विवेचन कीजिए जैसा कि त्रिगुणों में व्यक्त है। 15 marks
(c) भाषा अर्जन के संघटकों का विवेचन उस औसत आयु का उल्लेख करते हुए कीजिए जिस पर ये एक बालक द्वारा दर्शाए जाते हैं।  15 marks

मनोविज्ञान प्रश्न-पत्र-2
खण्ड-A

1. निम्नलिखित प्रश्नों में प्रत्येक का उत्तर 150 शब्दों में दीजिए : 10x5=50 marks

(a) मनोवैज्ञानिक परीक्षण किन रूपों में वैयक्तिक भिन्नताओं के मूल्याङ्कन में उपयोगी हैं ? उदाहरण सहित उत्तर दीजिए। 10 marks
(b) सेना-पेशेवरों के मनोवैज्ञानिक कल्याण को किस प्रकार प्रोत्साहित किया जा सकता है ? विवेचना कीजिए ?  10 marks
(c) क्या भारतीय संगठनों में कार्य प्रयोजन के विवेक के संदर्भ में हर्जबर्ग का सिद्धान्त सुसंगत है ? व्याख्या करें ।  10 marks
(d) प्रभावशील अध्यापन-अधिगम प्रक्रम में निहित कतिपय महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों का विवरण प्रस्तुत कीजिए।  10 marks
(e) सामाजिक विकास के लिए सामुदायिक अन्तक्षेपों में छोटे समूहों की उपादेयता की विवेचना कीजिए। 10 marks

2.(a) आपराधिक व्यवहार में स्थितिक घटकों की भूमिका का विवरण कीजिए। 15 marks
(b) मनोवैज्ञानिक परीक्षणों की प्रभावकारिता को निर्धारित करने वाले घटकों का विश्लेषण कीजिए । मनोवैज्ञानिक परीक्षणों के प्रयोग की सीमाओं की विवेचना कीजिए ।  15 marks
(c) सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए किस प्रकार समूह निर्णय की प्रक्रिया का प्रभावकारी प्रयोग किया जा सकता है? वर्णन कीजिए।  20 marks

3.(a) मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तियों के पुनर्वासन में सामाजिक अभिकरणों (एजेन्सियों) की भूमिका का मूल्याङ्कन कीजिए। 15 marks
(b) आधुनिक संगठनों में मानव संसाधन विकास के लिए सामर्थ्य चित्रण किस प्रकार किया जाता है ? उदाहरणसहित स्पष्ट कीजिए।  15 marks
(c) मनोविश्लेषणात्मक उपचारों की प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए एवं मानसिक रोगों के निवारण में उनकी भूमिका का मूल्याङ्कन कीजिए ।  20 marks

4.(a) औद्योगिक संगठनों की भांति क्या नौकरशाही संगठनों में सहभागी प्रबन्धन उतना ही प्रभावशील है। जितना कि होना चाहिए ? इसका आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। 15 marks
(b) जीवन-शैली की परिवर्तनशीलता किस प्रकार से किसी व्यष्टि की जीवनगुणता को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावित करती है ।  15 marks
(c) भारत में धार्मिक समूहों के सामाजिक एकीकरण के अभाव को कौन से मनोवैज्ञानिक घटक व्याख्येय करेंगे ? विवेचना प्रस्तुत कीजिए।  20 marks

खण्ड-B

5. निम्नलिखित प्रश्नों में प्रत्येक का उत्तर 150 शब्दों में दीजिए : 10x5=50 marks

(a) मानसिक रोगों के निवारण में व्यवहार-चिकित्सा की प्रभावकारिता की विवेचना कीजिए ।  10 marks
(b) मानसिक विकारों की व्याख्या किन जैविक कारकों द्वारा की जाती है ? विवेचना करें ।  10 marks
(c) विद्यालयों में मूल्यों की शिक्षा के महत्व को स्पष्ट करें और बच्चों के व्यक्तित्व विकास में इसकी प्रासंगिकता पर टिप्पणी कीजिए।  10 marks
(d) तृतीयक स्तर की पुनर्वासन योजनाओं के आयोजन में मनोवैज्ञानिकों की भूमिका की विवेचना कीजिए । 10 marks
(e) भारतीय संस्कृति में छोटे परिवार मानक को प्रोत्साहित करने में मीडिया की क्या भूमिका हो सकती है ?  10 marks

6.(a) क्या आदिवासियों के आर्थिक विकास में सम्बन्धन की आवश्यकता आड़े आती है ? विवेचना कीजिए।  15 marks
(b) अन्तर्वैयक्तिक सम्बन्धों में सामाजिक मीडिया के मनोवैज्ञानिक परिणामों का मूल्याङ्कन कीजिए। 15 marks
(c) सरकार की "कुशल-भारत' (स्किल-इंडिया) योजना को विकसित करने में और उसके कार्यान्वयन में मनोवैज्ञानिकों की क्या भूमिका हो सकती है ? 20 marks

7.(a) किस प्रकार मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों का प्रयोग लोगों को उनकी आवेगशील ख़रीददारी के लिए उन्हें प्रभावित किया जा सकता है ?  15 marks
(b) खिलाड़ियों के प्रदर्शन के निष्पादन में सुधार के लिए संज्ञानात्मक एवं व्यवहारात्मक चिकित्सा की भूमिका की विवेचना कीजिए। 15  marks
(c) मानसिक स्वास्थ्य पर जन-संकुलन के प्रभाव का विश्लेषण कीजिए । उन मनोवैज्ञानिक उपायों की विवेचना कीजिए जिनका प्रयोग जन-संकुलन से जनित प्रतिबल को कम करने में किया जा सकता है । 20 marks

8.(a) भारत में लैंगिक भिन्नताओं को कौन से घटक स्पष्ट करते हैं ? लैंगिक भिन्नताओं को कम करने के लिए। कुछ मनोवैज्ञानिक युक्तियाँ सुझाइए। 15 marks
(b) सीमाक्षेत्रों में नियुक्त रक्षाकाभिकों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले यंत्रों के निर्माण में मानव-अभियांत्रिकी का प्रयोग किस प्रकार किया जा सकता है ? विवेचना करें ।  15 marks
(c) पूर्वाग्रह-निर्माण के प्रक्रम की विवेचना कीजिए । उन मनोवैज्ञानिक कार्यनीतियों को स्पष्ट करें जिनका प्रयोग द्वन्द्रों के अगीकरण में किया जा सकता है।  20 marks

(Download) UPSC IAS Mains Optional राजनीति विज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016 

 


(Download) UPSC IAS Mains Optional राजनीति विज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016 


Exam Name: UPSC IAS Mains

Year: 2016

Subject: Political Science 

राजनीति विज्ञान प्रश्न-पत्र-1

खण्ड-A

1. निम्नलिखित प्रत्येक पर लगभग 150 शब्दों में टिप्पणी लिखिये : 10x5=50 marks

(a) ''मैं और मेरे सह-मानव कैसे व्यवहार करेंगे, यदि हम स्वयं को प्राकृतिक अवस्था में पाते हैं और हमारा यह व्यवहार सहज पूर्वनुकूलता के विषय में क्या कहेगा ?'' (थामस हाब्स)  10 marks
(b) उत्तर-व्यवहारवादी उपागम् ।  10 marks
(c) सकारात्मक व्यवहार ।  10 marks
(d) डॉ. बी. आर. अम्बेदकर का राज्य-समाजवाद का विचार ।  10 marks
(e) ग्रामसी का प्राधान्य सिद्धान्त । 10 marks

2.(a) “वैश्वीकरण की राजनीतिक विचारधारा नव-उदारवाद है", टिप्पणी कीजिये । 20 marks
(b) राज्य के नारीवादी सिद्धान्त की व्याख्या कीजिये ।  15 marks
(c)लोकतांत्रिक समता पर जॉन रॉल्स के तर्क का आलोचनात्मक उल्लेख कीजिये । 15 marks

3.(a) सास्कृतिक राष्ट्रवाद पर श्री अरविन्दो के दृष्टिकोण की व्याख्या कीजिये । 20 marks
(b) मानवीय सत्त्व और विसंबंधन के प्रति माक्र्स के ज्ञान को स्पष्ट कीजिये । 15 marks
(c) “मानव अधिकारों को लागू किया जाना शासन के व्यवहार में परिवर्तन समझा जाता है', समीक्षा कीजिये ।  15 marks

4.(a) आधुनिक सर्वाधिकारवादी शासन में विचारधारा की भूमिका के संदर्भ में हन्ना-ऑरेंट के विश्लेषण की व्याख्या कीजिये ।  20 marks
(b) प्रतिनिधि लोकतंत्र के अभिलक्षणों को स्पष्ट कीजिये । 15 marks
(c) 'आधुनिकीकरण' के परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी का आलोचनात्मक विवरण प्रस्तुत कीजिए । 15 marks

खण्ड-B

5.  निम्नलिखित प्रत्येक पर लगभग 150 शब्दों में टिप्पणी लिखिये :  10x5=50 marks

(a) भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन पर उग्र मानवतावादी परिप्रेक्ष्य में आलोचनात्मक विवरण प्रस्तुत कीजिये । 10 marks
(b) सांस्कृतिक और क्षेत्रीय भिन्नताएं वे स्थायी आधार हैं जिन पर भारत में राजनीति खेली जाती है । 10 marks
(c) 'संविधान के मूलभूत ढाँचे अथवा संरचना को परिवर्तित करने के लिये अनुच्छेद 368 संसद को अधिकृत नहीं करता है। 10 marks
(d) 42 वें संविधान संशोधन का उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र को स्पष्टतया दृष्टिगोचर बनाना था।  10 marks
(e) केन्द्र और राज्य के मध्य शक्तियों के विभाजन की दार्शनिकता में और प्रशासन का पुनः निर्धारण किये जाने की आवश्यकता है ।  10 marks

6.(a) भारत में आर्थिक विकास की राजनीति का आलोचनात्मक विवरण प्रस्तुत कीजिये ।  20 marks
(b) भारतीय राजनीति में पिछड़ा वर्गों के प्रकट होने पर टिप्पणी कीजिये ।  15 marks
(c) राष्ट्रीय राजनीति में एक प्रभावी दलीय व्यवस्था से बहुदली राजनीति तक राजनीतिक दलों के ढाँचे की व्याख्या कीजिये । 15 marks

7.(a) ग्रामीणों की गरीबी को उन्मूलन करने में भूमि सुधार असफल रहे हैं । टिप्पणी कीजिये । 20 marks
(b) हाल ही के समय में, राज्यपाल की भूमिका का आलोचनात्मक विवरण प्रस्तुत कीजिये । 15 marks
(c) सूचना के अधिकार की व्याख्या कीजिये और उसके समक्ष आ रही चुनौतियों को स्पष्ट कीजिये । 15 marks

8.(a) मूल भूत रतर पर लोकतंत्र को सुदृढ़ करने के उपरान्त ही सुशासन के लक्ष्य की प्राप्ति होगी। 20 marks
(b) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के उद्देश्य और भूमिका का विवरण प्रस्तुत कीजिये । 15 marks
(c) पर्यावरण के संरक्षण के लिए संविधान में किये गए पूर्वोपायों का आलोचनात्मक विवरण प्रस्तुत कीजिये ।  15 marks

राजनीति विज्ञान प्रश्न-पत्र-2

खण्ड-A

1.निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिये । 10x5=50 marks

(a) तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन में राजनीतिक अर्थशास्त्रीय उपागम के माक्र्सवादी दृष्टिकोण का समालोचनात्मक परीक्षा की
(b) राजनीतिक दलों की अबनाने पर टिप्पणी कीजिये और परीक्षण |जिये कि क्या नव सामाजिक आंदोलन सरकार और समाज के बीच कई स्थापित करने के लिए वैकल्पिक रणनीति होंगे।
(c) राज्य के आंतरिक कार्यण (फेक्शनिंग) पर वैश्वीकरण के प्रभाव पर चर्चा कीजिये।
(d) अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के अध्ययन के प्रकार्यात्मक और व्यनस्थात्मक उपागम का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिये।
(e) "आंतरिक दबाव (नृजातीय और प्रादेशिक बल) और बाहरी घुड़कियों (युरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र, टी० एन० सी०, वैश्विक बाजार आदि) के संयोजन ने सामान्यतः कहे जाने वाले राष्ट्र-राज्य संकट' को पैदा कर दिया है।'' विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिये।

2.(a) आर्थिक सुरक्षा के साथ-साथ वैश्विक मानवीय सुरक्षा पर बल दिये जाने की आवश्यकता का क्या कारण है? उदाहरण प्रस्तुत करते हुए स्पष्ट कीजिये। 20 marks
(b) क्या आप समर्थन करते हैं कि संयुक्त राष्ट्र के ढाँचे और कार्यप्रणाली में बड़े परिवर्तनों की आवश्यकता है? इसकी कार्यदक्षता बढ़ाने के लिए परिवर्तनों का सुझाव दीजिये। 15 marks
(c) शीत युद्धोत्तर कान में नाभिकीय शस्त्रों के अनुसार के उद्भव पर चचा कीजिये। 15 marks

3.(a) 'नच साम्राज्यवादी काल में टी० एन० सी०, बैंकों और निवेश फर्मों के हितों को साधने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, जी-7, \ट और अन्य संरचनाएँ बनाई गई हैं।'' नयी विश्व व्यवस्था में शासन के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इसको सपुष्ट कीजिये। 20 marks
(b) शीत युद्ध के उदय और पतन का संक्षेप में परीक्षण कीजिये। 15 marks
(c) प्रादेशिकता विश्व राजनीति को किस प्रकार स्वरूप प्रदान करती हैं? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिये। 15 marks

4.(a) राष्ट्रीय हित की प्रोन्नति के लिए अभिकल्पित उपकरणों और विधिर्यों को स्पष्ट कीजिये। 20 marks
(b) “शक्ति-संतुलन की धारणा के संभ्रांतिपूर्ण होने की मशहूरी है।'' इस उद्धरण के प्रकाश में क्या आप समझते हैं कि शक्ति-संतुलन की संकल्पना प्रासंगिक है? 15 marks
(c) क्या हित समूह लोकतंत्र की प्रोन्नति करने में सहायता करते हैं या कि उसे कमजोर करते हैं? अपना मत प्रस्तुत कीजिये। 15 marks

खण्ड -B

5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिये : 10x5=50 marks

(a) भारत की विदेश नीति के निर्माण में कौन-कौन से निर्धारक तत्त्व महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिये।
(b) गुट-निरपेक्ष आंदोलन में भारत के योगदान पर और इराकी रागकालीन प्रासंगिकता पर टिप्पणी कीजिये।
(c) भारत व चीन के बीच तनाव के मुख्य कारणों पर प्रकाश डालिये। संबंधों को सुधारने की संभावनाएँ सुझाइये।
(d) भारत की नाभिकीय नीति का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिये।
(e) "कभी-कभी हम देखते हैं कि प्रादेशिक सहयोग के रास्ते की विभिन्न बाधाओं के कारण 'सार्क' के प्रयासों में विराम आ जाता है। बाधाओं के यथोचित उदाहरण सहित इसको सविस्तार स्पष्ट कीजिये।

6.(a) ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से निष्कासन को स्पष्ट कीजिये तथा सामान्यतः विश्व की अर्थव्यवस्था पर और विशेष रूप से भारत की अर्थव्यवस्था पर इसके परिणार्गों को उजागर कीजिये। 20 marks
(b) भारत और चीन के बीच बाधित संबंधों के परिप्रेक्ष्य में भारत के यू० एस० ए० के साथ बढ़ते हुए संबंध पर टिप्पणी कीजिये।  15 marks
(c) भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में स्थायी सीट की माँग पर अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में चीन की भूमिका का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिये।  15 marks

7.(a) विश्व राजनीति में पर्यावरणीय सरोकारों की रखवाली करने से संबंधित मुख्य समस्याओं में चुनौतियों का परीक्षण कीजिये।  20 marks
(b) उत्तर-दक्षिण विभाजन की संकल्पना को स्पष्ट कीजिये और सुझाइये कि किस प्रकार उन मजदूरी, उच्च निवेश बालें औद्योगिक उत्तर और निम्न मजदूरी, निम्न निवेश चाले अधिकतर ग्रामीण दक्षिण के बीच संरचनात्मक असमताओं को कम किया जा सकता है।  15 marks
(c) विकासशील देशों पर सोवियत संघ के विखंडन के सकारात्मक व नकारात्मक प्रभावों की चर्चा कीजिये। 15 marks

8.(a) शस्त्रीकरण होड़ के सामाजिक-आर्थिक प्रभावों को स्पष्ट कीजिये और निःशस्त्रीकरण की राह में आने वाली रुकावटों को पहचान कीजिये। 20 marks
(b) भारत की पूर्व की ओर देख नीति' के संबंध में क्या अपेक्षाएँ व आकांक्षाएँ हैं? स्पष्ट कीजिये। 15 marks
(c) पठानकोट घटना के प्रकाश में पाकिस्तान के प्रति भारत की विदेश नीति में आये परिवर्तन पर चचा कीजिये। 15 marks

(Download) UPSC IAS Mains Optional दर्शनशास्त्र (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016

 


(Download) UPSC IAS Mains Optional दर्शनशास्त्र (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016 


Exam Name: UPSC IAS Mains

Year: 2016

Subject: Law (Hindi)

दर्शनशास्त्र प्रश्न-पत्र-1
खण्ड-A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दे । 10x5=50 marks

(a) लॉक के संदर्भ में द्वितीयक गुणों की अवधारणा को लागू करने की तार्किक आवश्यकता क्या है? कारण सहित उत्तर ।
(b) डेकोर्ट द्वारा प्रस्तावित आत्म-सिद्धान्त के मत पर कान्ट्र की आलोचना की समीक्षा करें।
(c) निजी भाषा की संभावना को विटूगेन्सटाइन क्यों अस्वीकार करते हैं?
(d) सत्यापन सिद्धान्त की व्याख्या करें। क्या यह तत्त्वमीमांसा के निष्कासन की ओर अग्रसर करता है?
(e) क्वाइन द्वारा प्रस्तावित विश्लेषणात्मक-संश्लेषणात्मक भेद पर आलोचनात्मक समीक्षा प्रस्तुत करें।

2.(a) क्या अरस्तू भौतिक द्रव्य को 'तत्वं' के रूप में स्वीकार करते हैं? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क प्रस्तुत करें। 20 marks
(b) झारण तथा प्रभाव के सम्बन्ध पर झूम के विचारों का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें। 15 marks
(c) साईं की “अवस्तुता' को बोधात्मक विवेचन करें। 15 marks

3.(a) क्या प्लेटो का 'आकार सिद्धान्त' भीकि द्रव्य में परिवर्तन और सद्यार्थता' की व्याख्या कर पाता है? अपने उत्तर के लिए तर्न प्रस्तुत करें।  20 marks
(b) कान्ट के अनुसार विशुद्ध प्रज्ञप्तियाँ क्या हैं? ज्ञान की प्रक्रिया में विशुद्ध प्रज्ञप्तियों को भूमिका का परीक्षण में । 15 marks
(c) रसल के इस दृष्टेिकोण की व्याख्या करें कि “भौतिक वस्तु इन्द्रिय-दत्त की तार्किक संरचना है। वह अपने तत्त्वमीमांसीय दृष्टिकोण को तटस्थ एकत्ववाद' क्यों कहते हैं?  15 marks

4.(a) हुसती के अनुसार दार्शनिक का क्या कार्य हैं? क्या आप यह मानते हैं कि उनकी विधियाँ दर्शन के लिए प्रासंगिक हैं? वर्णन करें। 20 marks
(b) ईश्वर के विषय में हेगेल का क्या विचार है? क्या उनकी ईश्वरवादी व्याख्या औपनिवेशिक तथा सामाज्यिक विस्तारवाद डिजाइन की प्रक्रिया में सहायक मानी जा सकती है? स्पष्ट करें। 15 marks
(c) ईश्वर को लेकर तर्कबुद्धिवादियों और अनुभववादियों के विभिन्न मतों की व्याख्या करें। 15 marks

खण्ड-B

5. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दें ।10x5=50marks

(a) जैन और योग दर्शन में परिचर्चित 'कैवल्य' की अवधारणा के मध्य भेद स्थापित करें।
(b) "क्षणिकवाद किस प्रकार 'रात्मवाद के लिए प्रस्तुत युक्तियों को प्रबल बनाता है। स्पष्ट करें।
(c) सृष्टि के विकास की प्रक्रिया में प्रकृति' की भूमिका का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें।
(d) जैन दर्शन के अनुसार, 'नय' अवधारणा का परीक्षण करें। यह किस प्रकार 'स्याद्वाद' से भिन्न है?
(e) ईश्वर के संदर्भ में शंकर की स्थिति का मूल्यांकन करें।

6.(a) क्या प्रतीत्यसमुत्पाद का सिद्धान्त' कार्य-कारणता के नियम के दो अतिवादी विचार, सत्कार्यवाद और असत्कार्यवाद, में समन्वय कर पाता हैं? अपने उत्तर के लिए तर्क प्रस्तुत करें। 20 marks
(b) क्या जैन दर्शन के तत्वार्थ सिद्धान्त को वैज्ञानिक स्पष्टीकरण की दृष्टि से स्वीकार किया जा सकता है स्पष्ट करें। 15 marks
(c) क्या 'आत्मवाद' का सिद्धान्त आधुनिक वैज्ञानिक व तर्क के युग के परिप्रेक्ष्य में स्वीकार्य है। भारतीय दर्शन के संदर्भ में इसकी समीक्षा करें। 15 marks

7.(a) 'विकारा' और 'अन्वयन सम्बन्धी अरविंद के विचारों की विवेचना करें। ये किस प्रकार पारमरिक योग दर्शन में भिन्न हैं? 20 marks
(b) व्याप्ति पर चार्वाक का दृष्टिकोण क्या है? क्या यह दृष्टिकोण नैयायिकों को स्वीकार्य है? कारणों सहित अपना उत्तर प्रस्तुत करें। 15 marks
(c) मगांसकों द्वारा 'अर्धापत्ति' को स्वतन्त्र प्रमाण के रूप में समझने की क्या तार्किक आबश्यकता है? विवेचना करें। 15 marks

8.(a) "अभाव' को एक स्वतन्त्र पदार्थ के रूप में स्वीकार करने से संबंधित तर्क पर नैयायिकों ने अपनी सहमति कैसे दी? न्याच्या करें। 20 marks
(b) क्लेश क्या हैं। उनका उन्मूलन कैसे किया जा सकता है? व्याख्या करें। 15 marks
(c) शंकर, रामानुज और माधव के द्वारा विवेचनीय 'ब्रह्मन् की अवधारणा का आलोचनात्मक विवरण प्रस्तुत करें। 15 marks

दर्शनशास्त्र प्रश्न-पत्र-2
खण्ड-A

1. निम्नलिखित प्रश्नों में प्रत्येक का उत्तर 150 शब्दों में दीजिए : 10x5=50 marks

(a) मनोवैज्ञानिक परीक्षण किन रूपों में वैयक्तिक भिन्नताओं के मूल्याङ्कन में उपयोगी हैं ? उदाहरण सहित उत्तर दीजिए। 10 marks
(b) सेना-पेशेवरों के मनोवैज्ञानिक कल्याण को किस प्रकार प्रोत्साहित किया जा सकता है ? विवेचना कीजिए ?  10 marks
(c) क्या भारतीय संगठनों में कार्य प्रयोजन के विवेक के संदर्भ में हर्जबर्ग का सिद्धान्त सुसंगत है ? व्याख्या करें । 10 marks
(d) प्रभावशील अध्यापन-अधिगम प्रक्रम में निहित कतिपय महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों का विवरण प्रस्तुत कीजिए। 10 marks
(e) सामाजिक विकास के लिए सामुदायिक अन्तक्षेपों में छोटे समूहों की उपादेयता की विवेचना कीजिए। 10 marks

2.(a) आपराधिक व्यवहार में स्थितिक घटकों की भूमिका का विवरण कीजिए। 15 marks
(b) मनोवैज्ञानिक परीक्षणों की प्रभावकारिता को निर्धारित करने वाले घटकों का विश्लेषण कीजिए । मनोवैज्ञानिक परीक्षणों के प्रयोग की सीमाओं की विवेचना कीजिए । 15 marks
(c) सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए किस प्रकार समूह निर्णय की प्रक्रिया का प्रभावकारी प्रयोग किया जा सकता है? वर्णन कीजिए। 20 marks

3.(a) मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तियों के पुनर्वासन में सामाजिक अभिकरणों (एजेन्सियों) की भूमिका का मूल्याङ्कन कीजिए। 15 marks
(b) आधुनिक संगठनों में मानव संसाधन विकास के लिए सामर्थ्य चित्रण किस प्रकार किया जाता है ? उदाहरणसहित स्पष्ट कीजिए। 15 marks
(c) मनोविश्लेषणात्मक उपचारों की प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए एवं मानसिक रोगों के निवारण में उनकी भूमिका का मूल्याङ्कन कीजिए ।  20 marks

4.(a) औद्योगिक संगठनों की भांति क्या नौकरशाही संगठनों में सहभागी प्रबन्धन उतना ही प्रभावशील है। जितना कि होना चाहिए ? इसका आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। 15 marks
(b) जीवन-शैली की परिवर्तनशीलता किस प्रकार से किसी व्यष्टि की जीवनगुणता को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावित करती है ।  15 marks
(c) भारत में धार्मिक समूहों के सामाजिक एकीकरण के अभाव को कौन से मनोवैज्ञानिक घटक व्याख्येय करेंगे ? विवेचना प्रस्तुत कीजिए।  20 marks

खण्ड-B

5. निम्नलिखित प्रश्नों में प्रत्येक का उत्तर 150 शब्दों में दीजिए : 10x5=50 marks

(a) मानसिक रोगों के निवारण में व्यवहार-चिकित्सा की प्रभावकारिता की विवेचना कीजिए । 10 marks
(b) मानसिक विकारों की व्याख्या किन जैविक कारकों द्वारा की जाती है ? विवेचना करें । 10 marks
(c) विद्यालयों में मूल्यों की शिक्षा के महत्व को स्पष्ट करें और बच्चों के व्यक्तित्व विकास में इसकी प्रासंगिकता पर टिप्पणी कीजिए।  10 marks
(d) तृतीयक स्तर की पुनर्वासन योजनाओं के आयोजन में मनोवैज्ञानिकों की भूमिका की विवेचना कीजिए ।  10 marks
(e) भारतीय संस्कृति में छोटे परिवार मानक को प्रोत्साहित करने में मीडिया की क्या भूमिका हो सकती है ? 10 marks

6.(a) क्या आदिवासियों के आर्थिक विकास में सम्बन्धन की आवश्यकता आड़े आती है ? विवेचना कीजिए। 15 marks
(b) अन्तर्वैयक्तिक सम्बन्धों में सामाजिक मीडिया के मनोवैज्ञानिक परिणामों का मूल्याङ्कन कीजिए। 15 marks
(c) सरकार की "कुशल-भारत' (स्किल-इंडिया) योजना को विकसित करने में और उसके कार्यान्वयन में मनोवैज्ञानिकों की क्या भूमिका हो सकती है ? 20 marks

7.(a) किस प्रकार मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों का प्रयोग लोगों को उनकी आवेगशील ख़रीददारी के लिए उन्हें प्रभावित किया जा सकता है ? 15 marks
(b) खिलाड़ियों के प्रदर्शन के निष्पादन में सुधार के लिए संज्ञानात्मक एवं व्यवहारात्मक चिकित्सा की भूमिका की विवेचना कीजिए।  15 marks
(c) मानसिक स्वास्थ्य पर जन-संकुलन के प्रभाव का विश्लेषण कीजिए । उन मनोवैज्ञानिक उपायों की विवेचना कीजिए जिनका प्रयोग जन-संकुलन से जनित प्रतिबल को कम करने में किया जा सकता है । 20 marks

8.(a) भारत में लैंगिक भिन्नताओं को कौन से घटक स्पष्ट करते हैं ? लैंगिक भिन्नताओं को कम करने के लिए। कुछ मनोवैज्ञानिक युक्तियाँ सुझाइए। 15 marks
(b) सीमाक्षेत्रों में नियुक्त रक्षाकाभिकों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले यंत्रों के निर्माण में मानव-अभियांत्रिकी का प्रयोग किस प्रकार किया जा सकता है ? विवेचना करें ।  15 marks
(c) पूर्वाग्रह-निर्माण के प्रक्रम की विवेचना कीजिए । उन मनोवैज्ञानिक कार्यनीतियों को स्पष्ट करें जिनका प्रयोग द्वन्द्रों के अगीकरण में किया जा सकता है।  20 marks

(Download) UPSC IAS Mains Optional Medical Science (Paper -1 & Paper -2) Exam Paper - 2016

(Download) UPSC IAS Mains Optional Medical Science (Paper -1 & Paper -2) Exam Paper - 2016

Exam Name: UPSC IAS Mains

Year: 2016

Subject: Medical Science

Medical Science Paper-1

SECTION—A

1. Answer the following questions : 10x5=50 marks

(a) Describe dermatomes of lower limb.
(b) Describe the development of interatrial septum.
(c) Draw a diagram to depict blood flow in left versus right coronary artery.
(d) Discuss the neurophysiological basis of sleep.
(e) Give the role of vitamin C in scurvy and cholesterol metabolism.

2.(a) Enumerate the thyroid function tests. Give the biochemical findings in hyper and hypo-thyroidism. 20 marks
(b) Describe the process of thrombolysis. Write briefly about anti-coagulants. 10+5=20
(c) Give a brief account of ulnar nerve. 15 marks

3.(a) Describe the role of cerebellum in regulation of posture and movement. What is cerebellar ataxia? 15+5=20 marks
(b) Describe the cutaneous nerve supply of dorsum of foot. 15 marks
(c) Outline the biochemical functions and the deficiency symptoms of sulphurcontaining vitamins. 15 marks

4.(a) Describe the hip joint under the following headings : 20 marks

(i) Classification
(ii) Movements
(iii) Blood supply
(iv) Ligaments
(b) Name the hormones secreted by pituitary gland. Describe the role of growth hormone in the body. 5+10=20 marks
(c) What is the basic principle behind the RFLP technique? Outline the clinical applications of RFLP. 5+10=50 marks

SECTION-B

5. Answer the following questions : 10x5=50 marks

(a) What are sequential myocardial changes in myocardial infarction?
(b) Describe pathogenesis and laboratory diagnos18 of extra-intestinal amoeblasis.
(c) Discuss the mechanism of COX-2 inhibitor induced cardiovascular toxicity.
(d) Discuss the laboratory investigations in a case of myocardial infarction.
(e) Discuss the physiological action, clinical features and post-mortem findings in a case of death due to alprazolam poisoning.

6.(a) What is dysplasia? How will you differentiate it from metaplasia? 20 marks
(b) Discuss the pharmacotherapy of methicillin-resistant Staphylococcus aureus infection. 15 marks
(c) Discuss the pathogenecity and laboratory diagnosis of meningococcal meningitis. 15 marks

7.(a) Describe various possible injuries and cause of death in case of successful hanging. 20 marks
(b) Define rape and write about various tests to detect semen. 15 marks

(c) Explain why 5+5+5=15 marks

(i) artemether is used in combination with tumefaction
(ii) impersonal amphotericin-B is preferred over conventional formulation of the drug in the treatment of systemic mycosis
(iii) low-dose aspirin is used for the prevention of re-infarction. 5+5+5= 15

8.(a) (i) Describe laboratory diagnosis of AIDS. 10+10=20 marks
(ii) Describe laboratory diagnosis of cryptococcosis.
(b) Classify acute myeloid leukemia by FAB classification. What is the blood picture in a case of acute prophylactic leukemia? 15 marks

(c) Discuss briefly the mechanism of action, uses and side effects of the following: 5+5+5=15 marks

(i) Letrozole
(ii) Losartan
(iii) Metronidazole

(Download) UPSC IAS Mains Optional चिकित्सा विज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016

 


(Download) UPSC IAS Mains Optional चिकित्सा विज्ञान (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016


Exam Name: UPSC IAS Mains

Year: 2016

Subject: Law (Hindi)

चिकित्सा विज्ञान प्रश्न-पत्र-1
खण्ड-A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दीजिए। 10x5=50 marks

(a) अधः पाद के चचाजनों का वर्णन कीजिए।
(b) उत्तराअलिद पट के विकास का नर्णन कीजिए।
(c) बायीं इद्मनी के विरुद्ध दार्गी धमनी में रक्त प्रवाह को चित्रित करने के लिए एक आरेख वचिए।
(d) निद्रा के तंत्निकाशरीरक्रियात्मक आधार की विवेचना कीजिए।
(e) कोलेस्टेरॉल चयापचयन में विटामिन C की भूमिका का विवरण प्रस्तुत कीजिए।

2.(a) व (धाइरॉइड) प्रार्स परीक्षणों को गिनाइए। अक्टु अतिक्रियता एवं अबु अल्पक्रियता के जैव रासायनिक खोजों के निष्कर्षों का विवरण प्रस्तुत कीजिए। 20 marks
(b) घनालायिता के प्रक्रम का वर्णन कीजिए। स्कन्दनरोधियों के विषय में संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए। 10+5=20 marks
(c) अन्तःप्रकोटिका तंत्रिका का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए। 15 marks

3.(a) संस्थिति (पास्चर) तथा गति के नियमन में अनुमस्तिष्क की भूमिका का वर्णन कीजिए। अनुमस्तिष्कीय गतिविभ्रम के बारे में उल्लेख कीजिए। 15+5=20 marks
(b) पाद के पृष्ठ को त्वक् तंत्रिका द्वारा संभरण का वर्णन कीजिए। 15 marks
(c) गंधक युक्त विटामिनों के जैव रासायनिक प्रकायों और अपर्याप्तता लक्षणों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 15 marks

4.(a) निम्नलिखित शीर्षर्को के तहत कुल्हा-संधि का वर्णन कीजिए : 20 marks

(i) बर्गीकरण
(ii) गति
(iii) रक्त संभरण
(iv) स्नायु

(b) पीयूमिका ग्रन्थि द्वारा स्रावित हॉर्मोनों के नाम बताइए। शरीर में वृद्धि हॉर्मोन की भूमिका का वर्णन कीजिए। 5+10=20 marks
(c) आर० एफ एल0 पी0 तकनीक किस सिद्धान्त पर आधारित है? आर० एफ० एल० पी० के चिकित्सकीय अनुप्रयोगों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 5+10=20 marks

खण्ड -B

5. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दीजिए। 10x5=50 marks

(a) पेशी रोधगलन में अनुक्रमिक हुद्देशीय परिवर्तन क्या-क्या होते हैं?
(b) आंत्र-बाह्य अमीबता की रोगजननता तथा प्रयोगशाला निदान का वर्णन कीजिए।
(c) कॉक्स-2 संदमक द्वारा प्रेरित हुवाहिका विषाक्तता की क्रियाविधि की विवेचना कीजिए।
(d) हुपेशी रोधगलन के मामले में प्रयोगशाला अन्वेषणों की विवेचना कीजिए।
(e) ऐलुप्राज़ोलैम विषाक्तन के कारण हुई मृत्यु के मामले में शरीरक्रियात्मक सक्रियता, रोग लक्षण तथा मरणोत्तर अन्वेषणों की विवेचना कीजिए।

6.(a) दुर्निकसन से आप क्या समझते हैं? आप इनरविकसन से इसका किस प्रकार विभेदन करेंगे। 20 marks
(b) मैथिसिलिन-प्रतिरोधित स्टैफाइलोकोकस ऑरियस संक्रमण की भेषजचिकित्सा-विज्ञान की विवेचना कीजिए। 15 marks
(c) मेनिनगोकोकल मेनिनजाइटिस की रोगजननता तथा प्रयोगशाला निदान की विवेचना कीजिए। 15 marks

7.(a) सफलतापूर्वक फाँसी के मामले में विभिन्न संभावित क्षतियों तथा मृत्यु के कारण का वर्णन कीजिए। 20 marks
(b) बलात्कार को परिभाषित कीजिए तथा वीर्य का पता लगाने के लिए विभिन्न परीक्षणों के चारे में लिखिए। 15 marks

(c) व्याख्या कीजिए कि क्यों  5+5+5+=15 marks

(i) आमीथर का इस्तेमाल ल्यूमीफैन्ट्राइन के साथ मिलाकर किया जाता है;
(ii) ६हिक कवकता के उपचार के लिए औषधि के पारम्परिक सूत्रण के स्थान पर अब लिपोसोमल म्फोटरेसिन-B को तरजीह दी जाती हैं
(iii) पुन:रोधगलन की रोकथाम के लिए निम्न-खुराक ऐस्पिरिन का इस्तेमाल किया जाता है।

8.(a) (i) एड्स के प्रयोगशाला निदान का वर्णन कीजिए। 10+10=20 marks
(ii) क्रिप्टोकॉकसता के प्रयोगशाला निदान का वर्णन कीजिए।
(b) एफ० ए० बी० वर्गीकरण द्वारा तीव्र माइलॉइड ल्यूकीमिया को वर्गीकृत कीजिए। तीव्र प्रोमाइलोसाइटिक ल्यूकीमिया के मामले में रक्त-चित्र कैसा होता है? 15 marks

(c) निम्नलिखित के बारे में क्रियाविधि, उपयोग तथा पार्श्व प्रभार्यों का संक्षेप में विवरण प्रस्तुत कीजिए : 5+5+5=15 marks

(i) लेट्रोजोल
(ii) लोसारटेन
(iii) मैट्रोनिडाजोल

चिकित्सा विज्ञान प्रश्न-पत्र-2
खण्ड-A

1.(a) चुम्बकीय अनुनादी चित्रण (एम.आर.आई.) के सिद्धान्तों की विवेचना कीजिए । किन परिस्थितियों में कम्प्यूटरीकृत टौमोग्राफ़ी (सी.टी.) स्कैन की तुलना में यह बेहतर नैदानिक मान प्रस्तुत करता है ? 5+5=10 marks
(b) एक 18-वर्षीय लड़की बेचैनी, अनिद्रा, ठंडा पसीना तथा डर के दौरों से पीड़ित है । इसके विभेदकीय निदान की विवेचना कीजिए । “सामान्य दुश्चिंता विकार” के प्रबन्धन के सिद्धान्तों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 10 marks
(c) (i) प्रारम्भिक नवजात काल में बिलिरूबिन इनसेफ़ैलोपैथी के चिकित्सकीय अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए।
(ii) नवजात शिशुओं में बिलिरूबिन इनसेफैलोपैथी के प्रति सहयोग प्रदान करने वाले प्रवर्तनपूर्व कारकों को गिनाइए ।
(iii) बिलिरूबिन इनसेफैलोपैथी के दीर्घकालीन रोगजनकीय तथा चिकित्सकीय उत्तरप्रभावों के नाम लिखिए । 2+4+4=10 marks
(d) (i) पाँच वर्ष की आयु से कम के बच्चों में “तीव्र वृद्धिरोध (स्टंटिंग)” तथा “तीव्र वेस्टिंग को परिभाषित कीजिए।
(ii) (1) 6 महीनों से लेकर 5 वर्षों के बीच की आयु के बच्चों में; तथा (2) 6 महीनों से कम आयु के शिशुओं में “चिरकालिक तीव्र कुपोषण के लिए नैदानिक मापदंडों की रूपरेखा तैयार कीजिए । 4+6=10 marks
(e) एक गृह-स्वामिनी द्वारा साग-सब्ज़ियाँ जैसे कटहल छीलते समय तथा भिडी काटते समय उसके हाथ के तन्तुपटलों में कण्डू (खुजली) तथा क्षोभकता विकसित हो गई हैं। ठंडे पानी से हाथ धोने पर उसको थोड़ा आराम मिलता है।
(i) इसका सम्भव निदान क्या है ?
(ii) इस दशा के हेतुकिरोगजनकता (इटिओपैथोजिनेसिस), प्रबन्धन तथा बचाव पर चर्चा कीजिए। 2+8=10 marks

2.(a) एक 80-वर्षीय पुरुष, जो तीन हफ्तों से बिस्तर पर है, की अचानक साँस फूलने लगती है, वह बेहोश हो जाता है तथा उसे कैजुएल्टी में लाया जाता है।
(i) इस घटना की सम्भव हेतुकी की विवेचना कीजिए ।
(ii) निदान तथा प्रबन्धन के लिए आवश्यक अन्वेषणों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(iii) तीव्र अग्र भित्ती हृदपेशी रोधगलन के प्रबन्धन का वर्णन कीजिए। 10+5+10=25 marks
(b) (i) पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों में “दीर्घस्थायी अतिसार” को परिभाषित कीजिए । यह “चिरकालिक अतिसार” से किस प्रकार भिन्न है ?
(ii) दीर्घस्थायी अतिसार के आहार प्रबन्धन की विवेचना कीजिए ।
(iii) चिरकालिक अतिसार के कुछ सामान्य कारणों को गिनाइए । 3+9+3=15 marks
(c) एक युवा वयस्क के समस्त शरीर पर विशेषकर उसकी अग्र वितानक आकृति पर त्वक्तिमा, उभरे हुए, साथ-साथ विभिन्न साइज़ के शल्कीय चकत्ते आ गए हैं।
(i) आप कौन-से अन्य क्षेत्रों का परीक्षण करेंगे तथा निदान की पुष्टि करने के लिए कौन-से चिकित्सकीय परीक्षण करेंगे ?
(ii) इस रोग में शामिल अन्य तंत्रों तथा उनके सामने आने वाले लक्षणों को गिनाइए ।
(iii) मानक प्रबन्धन से आराम नहीं मिलने पर आप परिवर्तन के रूप में जिन औषधियों का प्रयोग करेंगे उनकी सूची बनाइए । 4+3+3=10 marks

3.(a) एक 17-वर्षीय लड़की, जिसका बीच-बीच में होने वाली मौसमी साँस की घरघराहट का इतिहास है, अचानक साँस फूलने के आक्रमण पर कैजुएल्टी में आती है।
(i) इस दशा की हेतुकिरोगजनकता का वर्णन कीजिए ।
(ii) इस विकार के अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन प्रबन्धन की विवेचना कीजिए । 7+18=25 marks
(b) एक छोटा शिशु (जिसकी आयु 6 हफ़्ते हैं) आहारिक समस्या तथा कुपोषण से ग्रस्त हैं। आई.एम.एन.सी.आई. मामलों से सम्बन्धित प्रबन्धन मार्गदर्शिका के अनुसार शिशु के उपचार के वर्गीकरण तथा पहचान की विवेचना कीजिए। 5+10=15 marks
(c)(i) एक असंक्रमी तथा एक परजीवी, संक्रमी त्वविकार के चिकित्सकीय लक्षणों का बर्णन कीजिए ।
(ii) एक स्वस्थ वयस्क तथा प्रतिरक्षा से समझौता किए हुए व्यक्तियों में उपर्युक्त दशाओं के हिस्टोपैथोलॉजिकल लक्षणों का वर्णन कीजिए। 4+6=10 marks

4.(a)एक 70-वर्षीय रोगी, जो अनियंत्रित प्रकार-2 के मधुमेह से (20 वर्षों से पीड़ित है, अपनी टाँगों में दर्द तथा झुनझुनाहट, नज़र में धुंधलापन, कमज़ोरी, शीघ्रता से थकान आने तथा अस्थियों में भी दर्द की शिकायत के साथ आता है। अन्वेषणों के पश्चात् पता चलता है कि उसका रक्त यूरिया 130 mg/dL तथा सीरम क्रिऐटिनिन 4-5 mg/dL है।

(i) इसका सम्भव निदान क्या है ?
(ii) चिरकालिक वृक्क रोग को आप किस प्रकार वर्गीकृत करेंगे ?
(iii) उन्नत वृक्कीय विफलता के प्रबन्धन पर चर्चा कीजिए। 5+10+10=25 marks

(b) कोई एक-वर्षीय पहले स्वस्थ बच्चा आपके पास आता है जो पिछले तीन दिनों से बुखार, जुकाम तथा खाँसी से पीड़ित है । माँ साँस लेने के दौरान सीटी बजने की आवाज़ निकलने की शिकायत करती है। इससे पहले इस तरह की घटना कभी भी नहीं हुई । अन्वेषण से पता चला कि वह टैकीपनिया, ऑडिबिल व्हीज़ तथा अति-इनफ्लैटिड़ छाती के लक्षण प्रदर्शित कर रहा है । इसकी ऑक्सीजन संतृप्ति 94% है।

(i) इसका सर्वाधिक सम्भव निदान क्या है तथा इस दशा को पैदा करने वाले सम्भव सूक्ष्मजीव कौन-से हैं ?
(ii) इस रोगी में रोग की तीव्रता का वर्गीकरण कीजिए ।
(iii) इस बच्चे के प्रबन्धन के सिद्धान्तों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। 4+4+7=15 marks
(c) एक युवा वयस्क पुरुष चिकित्सकीय गन देखभाल यूनिट में आता है, रोगी की त्वचा तथा म्यूकोसल सतहों पर फफोलेदार विक्षतियाँ हैं । इससे पूर्व रोग पिछले सात दिनों से उच्च-कोटि के बुख़ार तथा व्याकुलता से ग्रस्त रहा है।
(i) आपकी ओर से इसका क्या निदान है तथा किस हेतुकिरोगजनकता पर आपको संदेह
(ii) प्रबन्धन के पदों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए तथा पूर्वानुमान का संक्षेप में उल्लेख कीजिए । 4+6=10 marks

खण्ड-B

5.(a) वृक्क पथरी की हेतुकी, प्रकारों, चिकित्सकीय लक्षणों, अन्वेषण तथा उपचार सम्बन्धी रीतियों की विवेचना कीजिए । 2+1+2+2+3=17 marks
(b) एक 30-वर्षीय महिला अवटु-शोथ से पीड़ित है । उसकी एस. T3, T4 तथा टी.एस.एच. सामान्य सीमाओं के भीतर हैं ।
(i) अवटु-शोथ के विभेदकीय निदान की विवेचना कीजिए ।
(ii) उपर्युक्त उल्लिखित दशा के अन्वेषण पर प्रकाश डालिए ।
(iii) अवटु के अंकुरक कार्सिनोमा के प्रबन्धन की विवेचना कीजिए। 3+3+4=10 marks
(c) प्रथम त्रिमासी गर्भपात के लिए कुछ सामान्य रूप से प्रयोग में लाई जाने वाली विधियों को गिनाइए । गर्भपात की शल्यचिकित्सा विधि की तुरन्त तथा दूरवर्ती जटिलताओं का संक्षेप में उल्लेख कीजिए । 5+5=10 marks
(d) मुख द्वारा ग्रहण की जाने वाली गर्भनिरोधक गोलियों के विभिन्न प्रकार क्या हैं ? मुखीय गोलियों की क्या क्रियाविधि हैं ? गोली लेने के संकेतों और प्रति संकेतों पर संक्षेप में लिखिए । गोली लेने के पार्श्व प्रभावों को गिनाइए । 2+3+3+2=10 marks
(e) भारत में शिशु स्वास्थ्य के लिए निर्धारित विभिन्न उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को गिनाइए । 10 marks

6.(a) 38 हफ्तों की गर्भावस्था (प्रथमगर्भा) में अनइन्नौज्ड सिर के कारणों को गिनाइए । प्रसव की विभिन्न अवस्थाओं का वर्णन कीजिए । प्रसव की प्रत्येक अवस्था का निदान आप किस प्रकार करेंगे ? प्रसव की दीर्घाकृत प्रथम अवस्था में प्रथमगर्भा रोगी का प्रबन्धन आप किस प्रकार करेंगे ? 5+5+10=20 marks
(b) एक 50-वर्षीय पुरुष रक्तमेह का पुराना रोगी है, उसे कमर की बायीं ओर काफ़ी परेशानी है । उदरीय अन्वेषण से पता चला कि उसके बायीं ओर के वृक्क में अपवृद्धि के साथ-साथ अपस्फीति विकसित हो गई है।
(i) उपर्युक्त दशा की विभेदकीय निदान तथा जाँच की विवेचना कीजिए ।
(ii) बायीं ओर के वृक्क कोशिका कार्सिनोमा के उपचार का उल्लेख कीजिए । 8+7=15 marks
(c) यक्ष्मा रोको रणनीति' पर संक्षेप में लिखिए । 15 marks

7.(a) एक 50-वर्षीय पुरुष, जो चिरकालिक धूम्रपान करता है, की दाहिनी पादांगुलि में शुष्क गैंग्रीन है तथा दाहिने निम्न अंग (अधः पाद) में विश्राम दर्द रहता है । परीक्षण पर पता चला कि उसकी दाहिनी डॉरसैलिस पीडिस धमनी पल्स है ही नहीं ।
(i) चिरकालिक लिम्ब इस्चैमिया की परिभाषा दीजिए तथा निम्न अंग गैंग्रीन के कारणों पर चर्चा कीजिए।
(ii) उपर्युक्त उल्लिखित दशा के प्रबन्धन की विवेचना कीजिए । 10+10=20 marks
(b) नेटवर्क विश्लेषण से आप क्या समझते हैं ? प्रोग्राम इवैल्यूऐशन एण्ड रिव्यू टेक्नीक (पर्ट) के बारे मंय संक्षेप में विवरण प्रस्तुत कीजिए । 'पर्ट के क्या-क्या उपयोग हैं ? 15 marks
(c) डी.यू.बी. (डिस्फंक्शनल गर्भाशयी रक्तस्राव) को परिभाषित कीजिए । 35-वर्षीय डी.यू.बी. से पीड़ित रोगी, जिसने अपना परिवार पूरा कर लिया है, का प्रबंधन आप कैसे करेंगे ? 15 marks

8.(a) स्वास्थ्य सूचना तंत्र के घटक तथा उपयोग क्या-क्या हैं ? स्वास्थ्य सूचना के विभिन्न स्रोतों का संक्षेप में विवरण प्रस्तुत कीजिए। 10+10=20 marks
(b) एक प्रथमगर्भा रोगी 34 हफ्तों की गर्भावस्था के साथ कैजुएल्टी में लाई गई । रोगी इस समय पीड़ारहित रक्तस्राव पी/वैजनम दौरे से गुज़र रही है। आपका सम्भाव्य निदान क्या होगा ? आप रोगी का प्रबन्धन किस प्रकार करेंगे ? इस दशा से सम्बद्ध गर्भगुणसात्तता (श्रूणीय) तथा मातृत्व से जुड़ी जटिलताएँ क्या-क्या हैं ? 3+8+4=15 marks
(c) दाहिने निचले अंग (अध: पाद) की अपस्फीत शिरा के चिकित्सकीय लक्षणों, अन्वेषण तथा प्रबन्धन की विवेचना कीजिए। 3+5+7=15 marks

THE GIST of Editorial for UPSC Exams : 13 November 2018 (Terms of disclosure)

Terms of disclosure

Mains Paper 2: Constitution
Prelims level: RTI Act
Mains level: Indian Constitution- historical underpinnings, evolution, features,

THE GIST of Editorial for UPSC Exams : 13 November 2018 (Dangerous tactics: on recent Maoist attacks)

Dangerous tactics: on recent Maoist attacks

Mains Paper 3: Internal Security
Prelims level: Maoist Organisation
Mains level: Security challenges and their management in border areas; linkages

THE GIST of Editorial for UPSC Exams : 13 November 2018 (Name changers versus game changers)

Name changers versus game changers

Mains Paper 2: Polity
Prelims level: Not Much
Mains level: Indian Constitution- historical underpinnings, evolution, features,

THE GIST of Editorial for UPSC Exams : 13 November 2018 (A gated revolution)

A gated revolution

Mains Paper 1: Society
Prelims level: Urbanisation
Mains level: Salient features of Indian Society

(Download) UPSC IAS Mains Optional विधि (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016

 


(Download) UPSC IAS Mains Optional विधि (प्रश्न-पत्र-1& प्रश्न-पत्र-2) Hindi Exam Paper - 2016


Exam Name: UPSC IAS Mains

Year: 2016

Subject: Law (Hindi)

विधि प्रश्न-पत्र-1
खण्ड-A

1.(a) भारत के संविधान में समाविष्ट पारेसंघवाद' की अवधारणा की व्याख्या कीजिए। 10 marks
(b) “संविधान को संशोधित करने हेतु अंगीकृत की गयी प्रक्रिया अद्वितीय है; यह अनम्य नहीं है फिर भी कठिन है।'' स्पष्ट कीजिए। 10 marks
(c) पक्षपात के विरुद्ध नियम उन घटकों पर प्रहार हैं जो निर्णय तक पहुँचने में अनुपयुक्त प्रभाव डाल सकते हैं। टिप्पणी कीजिए। 10 marks
(d) 'सर्वोपरि अधिकार' शब्द से आप क्या समझते हैं। वर्तमान के संदर्भ में इसकी सुसंगतता की विवेचना कीजिए। 10 marks
(e) संवैधानिक संशोधन एवं निर्णीत वाद के संदर्भ में ‘मौलिक अधिकारों' एवं 'राज्य के नीति- निदेशक तत्वों के बीच सम्बन्धों की विवेचना कीजिए। 10 marks

2. (a) विषय एवं भूक्षेत्र के आधार पर संविधान में प्रदत्त केन्द्र एवं राज्यों की विधायी शक्तियों की विवेचना कीजिए। 20 marks
(b) संसद् की विधि निर्मित करने की अवशिष्ट शक्तियों की विवेचना कीजिए। 15 marks टिप्पणी कीजिए। 15 marks
(c) "प्रशासनिक नियम निर्माण करने की आवश्यकता प्रत्यायुक्त विधि-निर्माण का अपरिहार्य है।''

3.(a) राष्ट्रपते की कार्यपालिका शक्तियों का संक्षेप में उल्लेख कीजिए, विशेषकर तब जबकि दो या दो से अधिक राज्य अन्तर्राज्यीय करार का अनुपालन न कर रहे हों। 15 marks
(b) 99वें संशोधन अधिनियम, 2014 में अन्तर्निहित सिद्धान्त की विवेचना करते हुए देश के उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति की वर्तमान व्यवस्था पर टिप्पणी कीजिए। 20 marks
(c) संघ लोक सेवा आयोग की शक्तियों एवं कार्यों की विवेचना कीजिए। यह भी सुस्पष्ट कीजिए कि किस प्रकार इसने अपनी निष्पक्षता को बनाये रखा है। 15 marks

4.(a) विधि का नियम (रूल ऑफ लॉ)' कानूनियत के सिद्धान्त पर आधारित है तथा मनमानी करने की शक्ति का के विपरीत है।'' विवेचना कीजिए। यह सस्पष्ट कीजिए कि क्या कारण बताये बिना शक्ति का
प्रयोग मनमाना शक्ति का प्रयोग करने के तुल्य है। 20 marks
(b) व्यापारिक निकायों की प्रचुरोवता के परिणामस्वरूप प्रशासनिक त्रुटियों से व्यक्ति के अधिकारों में परेशानियाँ उत्पन्न हो जाती है। इन प्रशासनिक त्रुटियों को ठीक करने में ओम्बुसमैन' की भूमिका की विवेचना कीजिए। 15 marks
(c) 'पॉलिसी तथा गाइडलाइन थियोरी' की यह पूर्वधारणा है कि अर्द्ध-न्यायिक प्राधिकार ने न्याय प्रदान कर दिया है। विस्तार से विवेचना कीजिए। 15 marks

खण्ड-B

5.(a) अन्तर्राष्ट्रीय विधि की प्रकृति एवं इसके आधार की विवेचना कीजिए। 10 marks
(b) मानव अधिकार संधियों के विशेष संदर्भ में अन्तर्राष्ट्रीय विधि में व्यक्ति की स्थिति की विवेचना कीजिए। 10 marks
(c) वह संधि निरस्त समझी जाती है जो अपने को सम्मिलित किए जाते समय किसी बर्तमान या नई या उभरती हुई अत्यावश्यक अन्तर्राष्ट्रीय विधि मानक या 'जस कोजेन्स' के विरोधाभास में है। टिप्पणी कीजिए। 10 marks
(d) क्या ऐसी प्रथा की परम्परा, जिसमें एक विशिष्ट उत्सर्ग द्वारा सभी प्रकार के आरक्षण का निषेध अथवा कुछ या विशेष या विशिष्ट प्रकार के आरक्षण का निषेध अथवा आरक्षण का पूर्णतया निषेध है,
अन्तर्राष्ट्रीय विधि के विकास में बाधक हैं? विवेचना कीजिए। 10 marks

(e) अन्तर्राष्ट्रीय विधि, मान्यता के साक्ष्यिक सिद्धान्त का साक्ष्य है। विवेचना कीजिए। 10 marks
6.(a) किस प्रकार भारत में अन्तर्राष्ट्रीय विधि, राष्ट्रीय विधि का अंग बन गया है, विवेचना कीजिए। अन्तर्राष्ट्रीय विधि एवं राष्ट्रीय विधि के मध्य विरोधाभास की स्थिति में इस देश के न्यायालयों द्वारा किस विधि का प्रयोग किया जाएगा, स्पष्ट कीजिए। 20 marks
(b) क्या भारत, भारतयू० के० के पारस्परिक विधिक सहायता करार के तहत एक भारतीय नागरिक, जो कि भारतीय न्यायालय के उसके विरुद्ध कपट तथा मनी तान्डरिंग मामलों में पारित आदेश के बावजूद यू के के लिए पलायन कर गया है, के प्रत्यर्पण की माँग कर सकता है? व्याख्या कीजिए। 15 marks
(c) अन्तर्राष्ट्रीय मानवता-सम्बन्धी विधि एवं अन्तर्राष्ट्रीय मानव अधिकार विधि के बीच आवश्यक भिन्नताएँ क्या हैं? न्याया कीजिए। 15 marks

7.(a) किसी देश के टेरिटोरियल वाटर (जिसमें अन्तर्राष्ट्रीय जलडमरूमध्य शामिल हैं) से होकर 'निर्दोष संचरण के अधिकार' की विधिक स्थिति की विवेचना कीजिए। 20 marks
(b) किसी देश की महाद्वीपीय ममतट भूमि, जिसमें दो या दो से अधिक देशों की सम्मिलित मग्नतट भूमि भी शामिल है, के परिसीमन से सम्बन्धित विधि की विवेचना कीजिए। 20 marks
(c) यू० एन० कन्वेन्शन ऑन द लॉ ऑफ द सी, 1982 के अध्याधीन स्थापित इन्टरनेशनल ट्रिब्यूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी (आइ० टी० एल० ओ० एस०) के कार्यों, शक्तियों एवं क्षेत्राधिकार का वर्णन कीजिए। 10 marks

विधि प्रश्न-पत्र-2
खण्ड-A

1. निम्नलिखित प्रत्येक का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए । विधिक प्रावधानों व न्यायिक निर्णयों की सहायता से अपने उत्तर का समर्थन कीजिए। 10x5=50 marks

(a) “आपराधिक दायित्व की मात्रा के निर्धारण में विधि अपराधी के हेतु, पैमाने व चरित्र पर | विचार करती है ।” कानूनी अपराधों में आपराधिक मन:स्थिति की अनुपस्थिति के प्रकाश में
इस कथन का परीक्षण कीजिए। 10 marks
(b) “भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988, लोक सेवकों को अपनी आधिकारिक क्षमता के दुरुपयोग एवं दुष्प्रयोग करने से रोकता है ।” टिप्पणी कीजिए। 10 marks
(c) अभी हाल में त्रुटिहीन दायित्व के नियम में भारी परिवर्तन आया है ।” टिप्पणी कीजिए । 10 marks
(d) वादी के केवल दोषमुक्त हो जाने से, दुर्भाव (द्वेष) अनुमानित नहीं हो सकता । दोषमुक्ति के अलावा, वादी को यह सिद्ध करना आवश्यक होता है कि उसका अभियोजन द्वेषपूर्वक व बिना यथोचित व सम्भावित कारण के हुआ था ।” टिप्पणी कीजिए । 10 marks
(e) अभिवचन सौदे (प्ली बार्गेन) के विशेष सन्दर्भ में, दण्ड प्रक्रिया संहिता (संशोधन) अधिनियम, 2005 का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। 10 marks

2.(a) “राजद्रोह से सम्बन्धित भा.दं.सं. की धारा 124A, जहाँ तक सरकार के विरुद्ध केवल दुर्भावनाओं को दण्डित करती है, संविधान के अधिकारातीत है। यह अनुच्छेद 19(1)(a) द्वारा प्रदत्त वाक्-स्वातंत्र्य और अभिव्यक्ति स्वातंत्र्य पर अनुचिरा पाबन्दी है तथा संविधान के अनुच्छेद 19(2) में व्यक्त लोक व्यवस्था के हित में” में आरक्षित नहीं है।” टिप्पणी कीजिए । 20 marks
(b) आपराधिक मानव वध, यदि बिना पूर्वयोजन के, आवेश में आकर अचानक झगड़े में कारित हो, तो वह हत्या नहीं है ।” अग्र निर्णयज़ विधि के साथ इस कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए। 15 marks
(c) कोई व्यक्ति समुचित सावधानी व देखभाल से विधिवत तरीके व विधिवत साधन से किए गए विधिपूर्ण कार्य के अज्ञात व अनायास (अनपेक्षित) परिणामों के लिए आपराधिक रूप से ज़िम्मेवार नहीं होता है। स्पष्ट कीजिए। 15 marks

3.(a) स्वेच्छा से सहन की गई हानि, न तो वैधिक क्षति होती है और न ही वादयोग्य ।” इसकी परिसीमाओं सहित व्याख्या कीजिए। 20 marks
(b) परंतु फिर भी, असावधानी का सीधा साक्ष्य सदैव आवश्यक नहीं होता है व वाद की परिस्थितियों से उसे अनुमानित किया जा सकता है ।” निर्णयों के साथ सविस्तार स्पष्ट कीजिए । 15 marks
(c) वादी को जानने वाले लोगों के द्वारा यदि कथन को उससे सम्बन्धित समझा जाएगा, तो यह निरर्थक है कि प्रतिवादी मानहानिकारक कथन को वादी पर लागू करने का आशय रखता था या
उस वादी के अस्तित्व से अवगत था ।” निर्णयज विधि से स्पष्ट कीजिए । 15 marks

4.(a) “उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 के प्रावधान तत्कालीन प्रवर्तित किसी अन्य विधि के प्रावधानों के अतिरिक्त होंगे न कि उसके अल्पीकरण में होंगे ।” इस कथन का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए । 15 marks
(b) षड्यंत्र को अपराध बनाने वाली विधि का उद्देश्य रिष्टि करने की असंयत शक्ति पर रोक लगाना है, जो साधनों के संयोजन से प्राप्त हो जाती है। व्याख्या कीजिए। 15 marks
(c) व्यक्ति का हरेक परिरोध एक कारावास होता है, चाहे वह सार्वजनिक कारागार में हो या निजी घर में हो, स्टाक में हो, या लोक मार्गों में जबरन बन्दीकरण के द्वारा हो ।” निर्णयज विधि की सहायता से इस बात को स्पष्ट कीजिए। 20 marks

खण्ड-B

5. निम्नलिखित प्रत्येक का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए । उपयुक्त विधिक उपबन्धों और न्यायिक निर्णयों की सहायता से अपने उत्तर का समर्थन कीजिए। 10x5=50 marks
(a) स्वीकृति के लिए प्रस्ताव वही है जो माचिस की जलती तिल्ली, गनपाउडर की ट्रेन के लिए है । यह वह उत्पन्न करती है जिसे न वापस किया जा सकता और न निरस्त किया जा सकता” – एन्सन । समझाइए । 10 marks
(b) “हर संविदा में एक मूल' या 'मौलिक दायित्व होता है, जिसका पालन करना आवश्यक होता है । यदि कोई पक्षकार इस मौलिक दायित्व के पालन में असफल रहता है, तो वह संविदा भंग का दोषी होगा, भले ही उसे बचाने की कोई उपधारा सम्मिलित की गई है या नहीं ।” निर्णयज विधि के साथ इस कथन का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए । 10 marks
(c) व्यक्तियों का कोई समूह फर्म है या नहीं, अथवा कोई व्यक्ति फर्म में साझेदार है या नहीं, इसका निर्धारण पक्षकारों के बीच सभी संबद्ध तथ्यों द्वारा प्रदर्शित वास्तविक सम्बन्धों के आधार पर होता है ।” टिप्पणी कीजिए । 10 marks
(d) A ने B से र 1,000 कर्ज लिया, परंतु कर्जा परिसीमा अधिनियम, 1963 के द्वारा कालातीत है ।
तदुपरान्त A ने पूर्व ऋण की जगह १ 1,000 अदा करने के लिखित वचन पर हस्ताक्षर किया । इस करार की विधिमान्यता का निर्णय कीजिए। 10 marks
(e) परक्राम्य लिखत के हर एकमात्र निष्पादक, लेखीवाल, पाने वाला या पृष्ठांकिती या सभी संयुक्त निष्पादक, लेख़ीवाल, पाने वाले या पृष्ठांकिती, इसे पृष्ठांकित या परक्रामण कर सकते हैं।” उपर्युक्त कथन के प्रकाश में, पृष्ठांकन और परक्रामण के बीच भेद बताइए व पृष्ठांकन के विभिन्न प्रकारों की व्याख्या भी कीजिए। 10 marks

6.(a) सूचना अधिकार अधिनियम, 2005, प्रत्येक लोक प्राधिकरण की कार्यशैली में पारदर्शिता व जवाबदेही को बढ़ाने के लिए अधिनियमित किया गया था ।” गत दस वर्षों में, सूचना अधिकार अधिनियम, 2005 द्वारा यह उद्देश्य किस सीमा तक प्राप्त हुआ है ? अपने उत्तर का आलोचनात्मक विश्लेषण, अपवाद व निर्णयज विधि की सहायता से कीजिए । 15 marks
(b) यद्यपि मीडिया विचारण (ट्रायल) के लिए कोई कानून नहीं है, तथापि, मूल अधिकारों के अधीन वाक्-स्वातंत्र्य और अभिव्यक्ति-स्वातंत्र्य में मीडिया को साक्ष्य पर आधारित अपने विचार प्रकट करने की स्वतन्त्रता है । इस विचारण का न्यायालय के समक्ष कोई प्राधिकार नहीं होता है। इस कथन का निर्णयज विधि सहित आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए। 15 marks
(c) जब वाद की जानकारी में विशेष पहचान का व्यक्ति अस्तित्व में हो और वादी केवल उसी व्यक्ति से व्यवहार करना चाहता हो, केवल तभी पहचान की त्रुटि हो सकती है। यदि धोखेबाज़ द्वारा ग्रहण किया गया नाम काल्पनिक है, तो पहचान की कोई त्रुटि नहीं होगी ।” इस कथन का अग्न निर्णयज विधि के साथ परीक्षण कीजिए। 20 marks

7.(a) माध्यस्थम् और सुलह अधिनियम, 1996 में माध्यस्थम् और सुलह (संशोधन) अधिनियम, 2015 के द्वारा किए गए महत्त्वपूर्ण संशोधनों पर प्रकाश डालिए । 15 marks
(b) अभिकर्ता के प्राधिकार का समापन (प्रतिसंहरण) मालिक द्वारा कुछ nनियमों के अन्तर्गत किया जा सकता है।” अभिकर्ता के संरक्षण के प्रकाश में इन नियमों का परीक्षण कीजिए। 15 marks
(c) “अप्रदत्त विक्रेता के अधिकार पक्षकारों के बीच अभिव्यक्त या विवक्षित करार पर आधारित नहीं होते हैं । वे विधि की विवक्षा के द्वारा उत्पन्न होते हैं।” सविस्तार स्पष्ट कीजिए । 20 marks

8.(a) “संविदा भंग के लिए नुक़सानी की अदायगी का उद्देश्य पीड़ित पक्ष को उसी स्थिति में लाना है, जिसमें उसे जहाँ तक धन द्वारा किया जा सकता है, जैसे कि उसे हानि नहीं हुई हो ।” उपर्युक्त कथन के प्रकाश में, न्यायालय कौन-कौन सी विभिन्न प्रकार की नुक़सानियाँ अधिनिर्णीत कर सकता है ? साथ ही नुक़सानी निर्धारण से संबंधित नियमों की भी व्याख्या कीजिए। 20 marks
(b) सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम, 2008 के द्वारा 2008 में संशोधित सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के प्रमुख अभिलक्षणों को स्पष्ट कीजिए और अपने विचार भी व्यक्त कीजिए। 15 marks
(c) “लोक दायित्व बीमा अधिनियम, 1991 का उद्देश्य ख़तरनाक (परिसंकटमय) उद्योगों में हादसों के पीड़ितों को मुआवज़ा लेने के किसी अन्य अधिकार के अलावा राहत प्रदान करना है ।” निर्णयज विधि के साथ स्पष्ट कीजिए। 15 marks

HE GIST of Editorial for UPSC Exams : 12 November 2018 (From Plate to Plough: Less crop per drop)

From Plate to Plough: Less crop per drop

Mains Paper 3: Agriculture
Prelims level: Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana
Mains level: Issues related to direct and indirect farm subsidies and minimum support prices;

HE GIST of Editorial for UPSC Exams : 12 November 2018 (Not so easy business)

Not so easy business

Mains Paper 3 : Economy
Prelims level: Ease of doing business
Mains level: Indian Economy and issues relating to planning, mobilization of resources, growth development and employment

HE GIST of Editorial for UPSC Exams : 12 November 2018 (Ripples of discord: on gravitational waves)

 Ripples of discord: on gravitational waves

Mains Paper 3: Science and Technology
Prelims level: LIGO
Mains level: Science and Technology developments and their applications and effects in everyday life

HE GIST of Editorial for UPSC Exams : 12 November 2018 (Protect the little helpers)

Protect the little helpers

Mains Paper 3: Environment
Prelims level: Insects
Mains level: Environmental impact assessment

(Download) UPSC Mains 2014 Exam Papers : Public Administration Paper- 2

(Download) UPSC Mains 2014 Exam Papers : Public Administration

Subject: Public Administration Paper -2

Exam Date: 19th December 2014

File Size: 1.93 MB

File Type: PDF


Paper -2


:: Section – A ::

Q.1. Attempt the following in about 150 words each: 10 × 5 = 50
(a) “Ethics in public services has been the central concern of Kautilya’s Arthashastra.” Critically examine the statement. 10
(b) Discuss the value of premises of Constitutionalism in India which he bureaucracy cannot violate. 10
(c) The functional role of the Prime Minister’s Office (PMO) depends on the Prime Minister’s policy orientation, personality and style of administration. Comment on the statement with suitable examples. 10
(d) Despite the adoption of decentralized planning, participatory initiatives remain marginalized and divisive in many regions. Discuss. 10
(e) “The Centre – State relations have acquired new dimensions in recent times due to several political parties being in power at the Centre and the States.” (Second Administrative Reforms Commission)] Do you agree? Give reasons to support your arguments. 10

Q.2.

(a) “Public Sector Undertakings must learn to survive and he entrepreneurial without assured government budgetary support.” In the light of this statement give your suggestions for strengthening their autonomy and reviving the health of sick Public Sector Undertakings. 20
(b) “Indian administration is said to be characterized by its three features viz. Weberian structures, Kautilyan practice and Gandhian rhetoric.” Examine the statement. 20
(c) “District Collector is a legacy of the British Raj and has largely remained insulated from the demands of contemporary professionalism.” Discuss. 10

Q. 3.

(a) “Gender Response Budgeting has infused greater accountability of planning departments towards women empowerment programmes.” Examine the statement. 20
(b) “The gubernatorial position of the Governor is comfortably placed in the fuzzy area between ‘Withdrawal of pleasure of the President’ and ‘Compelling reasons for removal’. “Discuss with some recent examples. 20
(c) “Beneath the soft outer shell of democratic administrative framework lines unscathed the steel frame of Indian administration which has survived through the ages.” In the light of this statement, examine the relationship between bureaucracy and development in the last one decade. 10

Q. 4.

(a) “Management of intra-governmental relations is as important as that of inter-governmental relations.” Examine the impact upon the performance of the government. 20
(b) How far do you agree with the view that the National Development Council (NDC) could resonate the demands of State governments as long as the Planning Commission is kept subservient to it? Critically examine. 20
(c) Critically examine the statement: ‘Thana’ (Police Station) as the last bastion of the waning British administrative legacy of India. 10

:: Section – B ::

Q.5. Attempt the following in about 150 words each: 10 × 5 = 50

(a) Discuss the changes in powers of the Comptroller and Auditor-General of India (CAG) following a recent Supreme Court judgement in a case concerning a private service provider. 10
(b) Parliamentary Committees bring about accountability in public expenditure. Discuss. 10
(c) Do you think that the role of Panchayati Raj should go beyond development administration? Give reasons for your answer. 10
(d) “Police-Public relations are a story of insincere efforts make on both sides.” Elaborate. 10
(e) “From coalition government to one-party dominance is a big change that is bound to affect the government system.” Explain why and how. 10

Q.6.

(a) Assess the role of honest and upright civil servants in regulatory and development administration in India. Give examples to substantiate your arguments. 20
(b) “Social auditing of flagship programmes of Central government facilitates the performance of the Comptroller and Auditor-General.” Elaborate the statement with appropriate examples. 20
(c) Explain the notion of one hundred ‘smart cities’ and its likely impact on India’s urbanization. 10

Q.7.

(a) Elaborate the features of the grievances redressal mechanism of the civil services in India. Does this mechanism satisfy the objective of its creation? 10
(b) The 13th Finance Commission highlighted an indispensable need to improve the finance of rural and urban level bodies. Does this make local bodies more accountable in the discharge of their functions? 20
(c) “Unimplemented reforms in administrations weaken the administrative reforms process most.” Do you agree? Give your answer citing specific cases as illustrations. 20

Q.8.

(a) Discuss the need for civil services neutrality in development administration. Suggest some measure for achieving and strengthening it in practice. 20
(b) Supreme Court ruling on 31st October, 2013 in respect of bureaucracy’s functioning would help achieve good governance. Analyse this ruling and add your comments on it. 20
(c) Do you think that the Central para-military police forces have proven more effective than the State police service? Give your answer objectively in a critical vein. 10

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Printed Study Material for IAS PRE cum Mains General Studies

HE GIST of Editorial for UPSC Exams : 10 November 2018 (Another warning on warming)

Another warning on warming

Mains Paper 3: Environment
Prelims level: 1.5°C Challenge
Mains level: Climate Change and related issue

HE GIST of Editorial for UPSC Exams : 10 November 2018 (A passage to clean air)

A passage to clean air

Mains Paper 3: Environment
Prelims level: Air Pollution Index
Mains level: Conservation, environmental pollution and degradation, environmental impact assessment

HE GIST of Editorial for UPSC Exams : 10 November 2018 (Advancing BS-VI emission norms)

Advancing BS-VI emission norms

Mains Paper 2: Governance
Prelims level: BS-VI emission norms
Mains level: Important aspects of governance, transparency and accountability

(Download) UPSC Mains 2014 Exam Papers: Public Administration Paper- 1



(Download) UPSC Mains 2014 Exam Papers: Public Administration



  • Subject: Public Administration Paper -1
  • Exam Date: 19th December 2014
  • File Size: 1.34 MB
  • File Type: PDF

Paper -1


:: Section – A ::

1. Answer the following questions in about 150 words each: 10 × 5 = 50

(a) What are the implications of the post-structuralism perspective on the discrete aspects of Public Administrations, coming from its epistemological positions?
(b) “Adaptive, problem-solving, temporary systems of diverse specialists, linked together by coordinating executives in an organic flux – this is the original form that will gradually replace bureaucracy.” Discuss, in the light of this statement, the ‘end of bureaucracy’ thesis and its strengths and limitations.
(c) “Karl Marx’s interpretation of bureaucracy was rooted in the history of the nature of the State.” Evaluate.
(d) “The conceptual division between administrative and constitutional law is quite porous, and that along many dimensions, administrative law can be considered more constitutional in character than the constitutions.” How would you justify the statement?
(e) Is Peter Drucker justified in saying, “Management principles should not tell us what to do, but only tell us what not to do”? Comment.

Q. 2.

(a) “Governance theory and the notion of governmentality have many points of convergence, but they run on parallel lines.” Comment. 20
(b) “Taylor’s ideas need modification in the context of post-industrial economies in contemporary era.” Justify with reasons. 15
(c) How does the Strategic Contingencies Theory of organizational design deal with problem arising from sub-unit centrality and non-substitutability? 15

Q. 3.

(a) According to McGregor, “True professional help is not in playing God with the client, but in placing professional knowledge and skill at the client’s disposal”. In the light of the above, justify how theory Y is indicative and not prescriptive. 20
(b) “The notion of informal organization is a residual of cafeteria concept of diverse and sprawling contents.” How does Gouldner establish the need for understanding the interdigitations between the ‘formal’ and ‘informal’ organization? 15
(c) “The Right of Informal of not all about citizens’ empowerment, it essentially redefines the concept of accountability.” Discuss. 15

Q. 4.

(a) “New Public Management and post-New Public Management reforms initiatives have affected the balance between managerial, political, administrative, legal, professional and social accountability.” Analyze. 20
(b) “Delegation to independent agencies has taken place in an interdependent process driven by emulation.” Discuss in the context of independent regulatory agencies in the modern regulatory State. 15
(c) “Voluntary organizations have become tools of sensitization of governmental agencies.” Comment. 15

:: Section - B ::

5. Answer the following question in about 150 words each: 10 × 5 = 50

(a) Critically examine the Riggsian concept of differentiation in the context of post-globalization era.
(b) “The term Development Administration can be used only in a broad sense to mark the variety of approaches and points of view.” Discuss.
(c) “The bottom line for governance is outcomes rather than the outputs of government.” Analyze in the context of e-government and e-governance.
(d) “Policies determine politics as governments constrain.” Attempt a critique of this statement.
(e) “Instead of reforms to budgetary process, Wildavsky process to redefine the role of political institutional and rules by which politics leads to agreement on budget.” Explain.

Q.6.

(a) “The fact that we call something performance auditing means that we imply salient features which can distinguish it from other forms of inquiry.” Discuss with reference to the main measures or indicators of performance measurement. 20
(b) “The Output Studies Approach to public policy analysis overstresses the rational techniques and allocative dimension of public policy.” Analyze the statement. 15
(c) “The field of MIS is not necessarily and extension of computer science, but of management of organization theory.” Elucidate. 15

Q.7.

(a) “The technical and multidisciplinary nature of e-government has created an interdependent relationship within government between policymakers, programme administrators and technical specialists.” Analyze in the context of generalist-specialist relationship. 20
(b) “Self-Help Groups have not only empowered women, but have also brought about attitudinal change among all stakeholders towards women development.” Discuss. 15
(c) “Many Asian and African countries have inherited the colonial idea of civil services as a privileged elite. Hence, the social status of the civil services is an important aspect of the bureaucracy’s unsuitability for change.” Comment. 15

Q. 8.

(a) Identify the main elements of Program Budgeting, Output Budgeting and ‘New’ Performance Budgeting. What do they have in common with PPBS? 20
(b) According to Y. Door, “The Science of Muddling through is essentially a reinforcement of pro-inertia and anti-innovation ideas in policy-making”. Comment. 15
(c) “British philosophy of administration is based on a unification of science of administration with ethics.” Analyze. 15

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